जाटलेंड जाट समाज का एक भावनात्मक मिलन-स्थल (धर्मशाला) है, जहां पर दूर सुदूर में फैले जाट आए, ठहरे, सरोकार के मुद्दो पर गप्प्सप्प करे, और ज्यादा जीवंत बनाए | जैसा कि लोगों को अपने विचार रखने की पूर्ण आज़ादी है| लेकिन इस आज़ादी मे हम अक्सर कई बार आवेश और अनजानें मे हदें पार कर जाते है| आजकल जाटलेंड भी इससे अछूता नही रहा है और तू-तू मै -मै की बहस में कभी कभी समुदायों पर भी टिप्पणी होती है ...............| पर हमे कोई भी पोस्ट करते समय थोड़ा विवेक और संयम से काम लेना चाहिए और कोई गैर-क़ानूनी और आपत्तिजनक सामिग्री /कचरे को डालने से बचना चाहिए.....कोई भी "ई कंटेंट जो दूसरे की भावनाओं को आहत करता है या फिर दो समुदाय में नफरत फैलाता है या फिर मानहानि करता है" आपत्तिजनक की श्रेणी मे आता है...| अगर मोड़रेटर दखल दे, तो वह भी पसंद नही आता है| आईटी की धारा 66 ए के तहत सामिग्री डालने वाला और प्रशासन /मोडरेटर दोनों जिम्मेदार माने गए है...
अत: नेट पर कंटेन्ट डाले मगर सोचकर: आईटी के विद्वानों को तो पता है फिर भी सभी को याद रखने की ...जरूरत है......इसी विषय पर आज एनबीटी मे यह लेख छपा है, यदि समय मिले तो अवश्य अवलोकन कर ले...
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