आखिर प्योर हरियाणवी की आवाज अब है कहाँ?

1) हरियाणा के गाँवों में अब सीवेज सिस्टम लगना शुरू हो|

कोई किसी भी राज्य की कितनी भी ढींगे हांकता रहे परन्तु सच तो यह है कि हरियाणा में अब गाँवों को भी शहरों की तर्ज पर सीवेज सिस्टम इंस्टॉल करने का समय आ गया है|

इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में गुजरात जैसे पिछड़े राज्य से हरियाणा की तुलना करना सिवाय हरियाणा के लोगों को जनरेशन नेक्स्ट इंफ्रास्ट्रक्चर से दूर रखने की साजिस भर है| सच तो यह है कि हरियाणा के गाँव अब इतने डेवेलोप और सुविधाओं से भर चुके हैं कि आधे शहर तो वैसे ही हो गए हैं| शायद ही कोई ऐसी चीज बची है जो आज गाँव की गांव में उपलब्ध ना हो|

लेकिन हरियाणा के राजस्व का जो पैसा हरियाणा के गाँवों में जनरेशन नेक्स्ट इंफ्रा डालने में लगना चाहिए, उसका बहुत बड़ा हिस्सा यहां दूसरे राज्यों से आये लोगों को बसाने में ही व्यय हो रहा है| जबकि मूल हरियाणवी की आगे की सुविधाओं को धूमिल रखने की साजिशों के तहत गुजरात जहां कि इक्का-दुक्का गाँव व् शहरी क्षेत्र को छोड़ दें तो हरियाणा से कम से कम पचास साल पीछे का इंफ्रा है, उनको मॉडल स्टेट बना के दिखाया जा रहा है|

2) हरियाणा में इतना रोजगार - उतना रोजगार परन्तु इस रोजगार में प्योर हरियाणवी कहाँ खड़ा है?

कहते हैं हरियाणवी युवा को दुल्हन नहीं मिलती, क्या वाकई में एक पढ़े लिखे रोजगार हरियाणवी को भी हरियाणा में दुल्हन नहीं मिलती? तो फिर यह नहीं मिलती तो किसको नहीं मिलती, सिर्फ उसको जो बेरोजगार है; क्योंकि हरियाणवी दुल्हनों और उनके घरवालों की आशाएं इतनी ज्यादा हैं कि वो अपने दामाद को बेरोजगार व् किसी भी आय के साधन से विहीन तो चाहते ही नहीं? तो फिर यह युवा रोजगार क्यों नहीं पा रहे?

कारण मैं बताता हूँ, कुछ स्वघोषित राष्ट्रवादियों की नीति है कि हरियानवियों की नौकरी बिहार-बंगाल वालों को दो, अपने मर्द लोगों को हरियाणा में भरो, फिर औरतों को तो बेरोजगार हरियाणवी वैसे ही बंगाल-बिहार से ब्याह लाएगा| ऐसे पहुँच गया ना सारा बंगाल-बिहार हरियाणा में और हरियाणवी नेता से ले चिंतक और विवेचक तक एनसीआर में हो रही डेवलपमेंट को हरियाणा की डेवलपमेंट बता रहे हैं? परन्तु इनमें हरियाणवी हैं कितने प्रतिशत? अरे दूसरे राज्यों के बेरोजगारों के रोजगार करो लेकिन हरियान्वियों के रोजगार की कीमत पर तो मत करो|

अब बैठ जाओ पकड़ के माथा इस षड्यंत्र को जान के| और अभी इतनी जल्दी से तो इसका हल भी होता नहीं दीखता; क्योंकि हरियान्वियों के लिए हरियाणा में 50% रोजगार आरक्षित करके देना वर्तमान सरकार के एजेंडा में तो था नहीं, हाँ जिनके में था वो लागू करते या नहीं परन्तु अब पांच साल तो और देखो बाट; क्योंकि उनमे से कोई सत्ता में अबकी बार आया नहीं|

Phool Malik