प्यारे दोस्तो, भाईयो और बहनो,
हम ये शुरू से जानते थे कि जाटों को आरक्षण मिलते ही उसके खिलाफ लोग न्यायालयों में जाएंगे। इसके लिए हम पहले से ही मानसिक तौर पर तैयार थे। इसके दो कारण हैं। पहला तो यह है कि जो लोग वर्षों से मलाई खा रहे थे, वे चाहते हैं कि इसमें दूसरा हिस्सा न बंटाएं और ये स्वाभाविक प्रवृति होती है। लेकिन दूसरे वे लोग हैं, जिनको जाटों को आरक्षण मिलने से कोई भी सीधा नुकसान नहीं है, लेकिन जलन में कई दिनों से भागे-भागे फिर रहे हैं। जैसे कि मैंने पहले लिखा था कि सर्वोच्च न्यायालय में उत्तरप्रदेश से एचपी सिंह परिहार एवं उनके साथी तथा महाराजा सूरजमल संस्थान, नई दिल्ली के अध्यक्ष एसपी सिंह आदि के प्रयास से वकील हमारे आरक्षण के बचाव में लगे हुए हैं और जहां तक मुझे जानकारी है, केंद्र सरकार भी हमारा साथ दे रही है। इसके अलावा फिर भी कोई भाई केंद्र में किसी भी प्रकार की सलाह व मदद करना चाहे, तो एचपी सिंह परिहार मोबाइल नंबर 09810027177 तथा चौ० एसपी सिंह दूरभाष नंबर - 09810099540 से संपर्क कर सकते हैं।
जैसे कि मैने पहले लिखा था कि हरियाणा के जाटो के आरक्षण के विरोध में पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में हमारे विरोधी भाईयो ने बड़ी तैयारी के साथ केस दायर किया हुआ है, जिसकी सुनवाई 22 जनवरी को है। इसके लिए हमने एडवोकेट रणधीर सिंह बधराण तथा एउवोकेट सतबीर सिंह हुड्डा के अतिरिक्त दूसरे सीनियर वकीलों से भी हम जल्दी ही केस लउऩे के लिए संपर्क करने जा रहे हैं। हमे याचिका के पूरे कागजात मिल चुके है, जिनकी कॉपियां संबंधित हमारे वकीलों को भेजी जा रही हैं। इसके अतिरिक्त कुरुक्षेत्र से एडवोकेट रामदीया महला रोड समाज की तरफ से पैरवी करेंगे तथा उन्होने विश्वास दिलाया है कि बिश्रोई समाज से तथा सिख जाट समाज से भी वकील तैयार किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक त्यागी समाज से हमारा कोई भी संपर्क नहीं हुआ है। किसी भाई के कोई जागरूक त्यागी समाज के संपर्क में हो, तो कृपया उससे संपर्क करवाने का अवश्य कष्ट करें। जिस प्रकार हमने अपने अधिकार के लिए जमीनी लड़ाई लड़ी, उसी प्रकार हम इसके लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे, जिसके लिए हमें जागरूक रहना पड़ेगा। इसलिए हमारे बूढे कहा करते थे, जो सोता है, वो खोता है और जो जागता है, वह पाता है। हम कई वर्षों से सोते आ रहे हैं। अभी हमे हर हालत में हर तरह से जागरूक रहना होगा। मेरा संपर्क सूत्र 94160-56145