या तो 'रामायण/महाभारत' झूठी या फिर 'आर्य-भट्ट' झूठा!
शून्य (0) का आविष्कार पाँचवीं सदी में आर्यभट्ट ने किया था, तो फिर त्रेता युग में रावण के दस (10) सर कैसे गिन लिए गए, बिना जीरो (0) के? या द्वापर युग में महाभारत में 100 कौरव कैसे गिन लिए गए? और कुरुक्षेत्र में किसी की 7 अक्षुणी सेना तो किसी की 11 अक्षुणी सेना के जीरो (0) 'आर्य-भट्ट' से पहले कैसे गिन लिए गए?
कह दो कि आर्यभट्ट ने शून्य (0) का आविष्कार नही किया था, नहीं तो हजारों वर्ष पुरानी रामायण, महाभारत झूठी साबित हो ...रही हैं|
एक और ऐसा बिंदु जो मेरे इस स्टैंड को सत्यापित करता है कि रामायण और महाभारत आठवीं सदी के शंकराचार्यों के काल में लिखी गई मीथोलॉजिकल रचनाएँ मात्र हैं|
फूल मलिक