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September 15th, 2016, 06:34 AM
#1
जीणा दुभर होज्या जग में कतई बिरह के मारे का!
जीणा दुभर होज्या जग में कतई बिरह के मारे का!
यह गीत नई हरयाणवी फिल्म "सतरंगी से है ! इस फिल्म के और भी गीत बहुत अच्छे हैं!
आशा है यह फिल्म और इसका संगीत आप सब को पसंद आएंगे!
इस गीत की लाइन में हरयाणवी बोली की उपमाओं के कुछ उत्कृष्ट नमूने हैं, जैसे कि ,"बिरह अगन में न्यू सुलगे ज्यूँ गोस्सा सुलगे हारे का"!
https://www.youtube.com/watch?v=tVUeQNUea4I
Cheers!
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