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Thread: सोरम की ऐतिहासिक चौपाल का जीर्णोधार

  1. #1

    सोरम की ऐतिहासिक चौपाल का जीर्णोधार

    सोरम की ऐतिहासिक चौपाल के जीर्णोद्घार का कार्य शुरू, मंत्रोच्चार से हुआ शुभारंभ

    गांव सोरम की ऐतिहासिक चौपाल का पुरातत्व विभाग से पुन: निर्माण कराने और चौपाल में सर्वखाप का म्यूजियम बनाने की घोषणा की गई। गांव पहुंचे केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा, केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान, बिजनौर के सासंद भारतेंद्र सिंह और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने गांव सोरम की ऐतिहासिक चौपाल के दो करोड़ से होने वाले जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया। इस दौरान सभी खापों के चौधरियों को सम्मानित भी किया गया।

    शाहपुर के गांव सोरम में स्थित ऐतिहासिक चौपाल के जीर्णोद्धार कार्य के शुभारंभ अवसर पर हुए कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने कहा कि चौपाल हमारी प्राचीन संस्कृति की पहचान हैं। जिन छोटी-छोटी बातों पर हुए झगड़ों में आज लोग कोर्ट-कचहरियों के चक्कर काटते हैं। प्राचीन समय में इन्हीं चौपालों पर बड़े-बड़े मसलों का हल निकाला जाता था। जरूरत है कि पुन: उस परंपरा को जीवित किया जाए, जहां के लोग अपना इतिहास भूल जाते हैं, उनका भविष्य भी धूमिल हो जाता है।

    उन्होंने सोरम की चौपाल को सभी खापों की चौपाल बताते हुए कहा कि सन 1305 में बनी चौपाल को बनाए रखने के साथ चौपालों के नियमों को अपनाते हुए अपना इतिहास बनाए रखें। उन्होंने गन्ने का भुगतान न होने के लिए प्रदेश सरकार को दोषी ठहराया। कार्यक्रम में डॉ महेश शर्मा को सर्वखाप के चौधरियों की ओर से पगड़ी बांधकर एवं शाल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि डॉ महेश शर्मा ने कहा कि जो सम्मान उन्हें इस ऐतिहासिक गांव में मिला है, उसे कभी भुला नहीं पाएंगे।

    केंद्रीय जल संसाधन राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा कि सोरम की यह चौपाल हमारी सर्वखाप की धरोहर है। यह चौपाल किसी एक बिरादरी की नहीं, बल्कि सभी बिरादरियों की धरोहर है। इसमें सर्वखाप का रिकॉर्ड सर्वखाप मंत्री के पास मौजूद है। चौपाल और इसके महत्व को कायम रखना हमारी जिम्मेदारी है। अध्यक्षता ठाकुर घासीराम ने तथा संचालन सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान और यशपाल बालियान ने किया।

    इससे पूर्व चौपाल के जीर्णोद्धार कार्य का केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ महेश शर्मा और डॉ संजीव बालियान ने शिलापट से पर्दा हटाकर और बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने नारियल तोड़कर कार्य का शुभारंभ किया। रुपेन्द्र सैनी, धर्मवीर बालियान, उमेश मलिक, संजीव मुंडभर, योगेश सिसौली, रामकुमार सहरावत, विवेक बालियान, रुपेश पंवार, ग्राम प्रधान कर्णवीर सिंह, डॉ संजय बालियान, विपिन, सम्राट चौधरी, विजय चौधरी, मनीष, राजपाल सिंह, सतबीर सिंह आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व गांव सोरम में पहुंचने पर केंद्रीय मंत्रियों का फूलमालाओं से स्वागत किया गया।

    एक मंच पर दिखाई दिए खापों के चौधरी
    शाहपुर। सोरम की ऐतिहासिक चौपाल पर जाट बिरादरी का वर्चस्व माना जाता रहा है, लेकिन केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान ने इस बार 32 खाप के चौधरियों को एकत्र कर चौपाल के कार्यों में समान भागीदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह जाट बिरादरी की ही नहीं सर्वखाप की चौपाल है।

    समारोह में बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत, देशवाल खाप से शरणवीर सिंह, अहलावत खाप के गजेन्द्र सिंह अहलावत, गठवाला खाप के राजबीर सिंह मलिक, जटराना खाप के अजय जटराना, बावना खाप के चौधरी उधमसिंह, पंवार खाप के विकास पंवार, ब्राह्मण खाप के रामनाथ शर्मा, वाल्मीकि समाज के चौधरी योगेश बाल्मीकि, उपाध्याय समाज से चौधरी ब्रह्मपाल, सैन समाज के चौधरी भूषण, कश्यप समाज के राकेश,

    जुलाहा कोरी समाज से सुधीर, स्वर्णकार समाज से रमेश, विश्वकर्मा समाज से रामकुमार, प्रजापति समाज से हरिसिंह, हरिजन समाज के लेखपाल, खटीक समाज से राजकुमार, ठाकुर समाज के चौधरी ठाकुर घासीराम के अलावा सभी जाति के खाप चौधरी मौजूद रहे। सभी खाप चौधरियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सभी खापों को एक मंच पर लाकर सर्वखाप को जिंदा किया गया।
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  2. The Following User Says Thank You to sanjeev_balyan For This Useful Post:

    ayushkadyan (December 31st, 2016)

  3. #2

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