एक समय री बात हैं केवळ जी अर बारां घरआळी सूर्यवंशम फिल्म सेट मैक्स टीवी माथे देख ने दोनउ सोणे री तैयारी कर रिह्या हां.
केवळ जी रे घरआळी बोल्या - अजी सुणो हो टिपुड़ा रा पापा थे मारो मोबाइल चार्ज करवा ने राखदो ,काले आपणे आईदान जी घरां जावणो हैं बठै लाइट री घणी तकलीफ़ हैं।
केवळ जी बोल्या- टिपुड़ा रा माँ थारी सगळी बातां साच्ची पण रातरां टेम मोबाइल चार्ज नी मेलणो मोबाइल रे मायने हब्बीड़ (धमाको) हो जावे हैं, म्हारे दोस्त अरविन्द जी रे टाबरां लारला दिनां रातरां मोबाइल मेलियौ हो अर घणी देर चार्ज होवण रे कारण मोबाइल में हब्बीड़ बाज्यो हो।
केवळ जी रे घरआळी बोल्या - टिपुड़ा रा पापा थे मन्ने इत्ती भोळी समझी ही के?? मैं तो म्हारे मोबाइल रे मायने सूं बैटरी पेलां ज बाहरे काढ़ दी हैं।