व्यक्तित्व विकास
युवाओं के लिए इस सूत्र को शुरू किया जा रहा है| आपका व्यक्तित्व ही आपकी पहचान है| व्यक्ति व्यक्तित्व से ही पहचाना जाता है| व्यक्तित्व का विकास कैसे किया जाये, जीवन में किस बात का ख्याल रखा जाये? प्रतिदिन दिनचर्या में क्या क्या करें जिससे व्यक्तित्वा हमारा स्वभाव बन जाये| यह सब अपने महापुरुषों के व्यक्तित्व के आधार पर रहेगा| सबसे विशिष्ट तौर पर युवाओं से अनुरोध है सूत्र से जुड़कर अपने व्यक्तित्वा का विकास करें| आप सब इस सूत्र पर अन्यों को प्रेरित भी कर सकते हैं |आइये मिलकर करें व्यक्तित्व विकास|
शुरुवात यहीं से करते हैं|
ए भोले नौजवान दो बात मेरी मान ले,
एक बोलना ले सीख और शत्रु पहचान ले|
इसे बार बार पढ़ें, व्याख्या करें|