जैसलमेर जिले के भणीयाणा तहसील मे चौधरी साहब श्री खरताराम जाखङ का जन्म विक्रम संवत 1982 सावत सुदी चौदस को रेवीदानरामजी के घर हुआ था चौधरी ने स्वतंत्रता आन्दोलन मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई साथ ही जागीरदार प्रथा के तहत वसूल की जाने वाली लगात प्रथा से मुक्ति दिलाने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई एव विक्रम संवत 2009 मे सर्वोच्च न्यायालय तक लङाई लङकर किसानो को न्याय दिलाया राजस्थान मे सहकारी आन्दोलन के प्रथम बार क्षेत्र मे शुभारंभ चौधरी साहब ने ही किया साथ ही क्षेत्र अनेक जगह सहकारी समितियो की स्थापना करवाई एव भणीयाणा गांव के 1950 से 2017 तक आरक्षण के समय को छोड़कर अधिकतम समय सरपंच एव वार्ड पच पद पर रहते हुए भणीयाणा गांव मे स्कुल किसान छात्रावास सहित महत्वपूर्ण कार्य करवाये तत्पश्चात चौधरी साहब ने पोकरण मार्केटिंग सोसायटी अध्यक्ष 1960 से 1985 तक रहते हुए पुरे पोकरण क्षेत्र सहित जैसलमेर जिले मे अनेको कार्य किये साथ ही जिला सहकारी सघ जैसलमेर के 1972 से 1975 तक अध्यक्ष रहे । चौधरी साहब ने 1950 मे मारवाङ की ग्राम पंचायत भणीयाणा के सरपंच बनकर अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले चौधरी साहब ने 7 दशक तक मारवाङ की राजनीति के पर्याय बने रहे । 68 साल के बेदाग राजनितिक जीवन मे चौधरी कई विभागो के सदस्य रहे । जहा भी रहे ठसक से रहे अडिग अडोल अविचल विषम परिस्थितियो से संघर्ष करते हुए भी किसानो एव गरीबो की आवाज बुलन्द करते रहे और एक किसान नेता के रूप मे अपनी पहचान बनाई ।
स्वाभिमान स्वाभाव के चौधरी से किसानो के कर्ज के लिए दर दर की ठाकरे खाते देखा नही गया और सहकारिता आन्दोलन के जरिये किसानो के आर्थिक स्थिति मे क्रान्तिकारी बदलाव लाये ।सहकारी समितियो के माध्यम से किसानो को कर्ज उपलब्ध करवाया अकाल राहत व गौवश को बचाना व अन्य महकमो मे सदस्य रहते हुए किये गये कार्य आज भी क्षेत्र मे उदाहरण के रूप मे देखे जाते है इनकी सोच थी कि सहकारिता के माध्यम से किसानो एव गरीब तब के लोगो को आर्थिक न्याय मिले ।1972 मे जैसलमेर जिला सहकारी समिति के अध्यक्ष बनकर सहकारिता विकास के प्रतिक बने व केन्द्रीय सहकारी बैंक जोधपुर के दो बार 1965 से 1968 तक निदेशक रहे ।
मारवाङ मे किसानो को उनकी जमीनो के हक दिलाने व लोकतंत्र की स्थापना हेतु संघर्ष करने वाली कमेटी किसान केसरी श्री बलदेवराम मिर्धा की जुझारू टीम के महत्वपूर्ण सदस्य रहे डाकूओ से मुकाबला व किसानो को न्याय दिलाने के लिए चर्चा आज भी बाडमेर जैसलमेर जोधपुर के गांवो के हर बुढे बुजुर्गो के जुबान पर है खुधदारी स्वाभिमानी और किसान हितो को तक पर रख कर उन्होंने कभी भी किसी पद या प्रलोभन के साथ समझौता नही किया और अपने पुरे जीवन मे राजनीति के स्थान पर लोकनिति को स्थान दिया सरपंच से लेकर सहकारी समितियो के महत्वपूर्ण पदो पर रहे ।
स्वाभिमानी कङक रौबदार लेकिन संवेदनशील कुशल प्रशासक उच्चकोटि के विधिवकता स्पष्ट व सहकारिता के पुरोधा पंचायतीराज के पोषक चौधरी खरताराम जाखङ आज भले ही हमारे बीच नही है लेकिन उनके प्रखर व्यक्तित्व का सौरभ कालजयी व्यक्तित्व व दिव्य स्मरण जनमानस को प्रेरणा देता रहेगा ।
क्षेत्र की जनता को सदैव अपनी आवाज बुलंद करने की प्रेरणा देता रहेगा ।
जय वीर बिगाजी महाराज
जय तेजा जी महाराज
जय भारत जय जवान जय किसान
जाट समाज भणीयाणा जैसलमेर
राम राम