हाँजी म्हारे आँगन कुओ
Jump to navigation
Jump to search
हाँजी म्हारे आँगन कुओ खिनयदो हिवड़ा इतरो पानी हाँजी जुड़ो खोलर न्हावा बेठी ईश्वरजी री रानी
हाँजी झाल झलके झुमना रल के बोले इमरत बानी हाँजी इमरत का दो प्याला भरिया कंकुरी पिगानी
Back to राजस्थानी लोकगीत/Back to Rajasthani Folk Lore