Atarsoha

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Location of Gohad in Bhind District

Atarsoha (अतरसोहा) is a village and site of Jat Fort in Gohad tahsil of Bhind District in Madhya Pradesh.

Location

History

कड़वास स्टेट

ठाकुर देशराज[1] ने लिखा है .... [पृ.567]: शिवि वंशी वीरभद्र की एक शाखा बमरोलिया जाटों की है। गोत्र इनका है राणाउत्तर प्रदेश के बमरोली गांव से मध्य भारत में जाने के कारण बमरोलिया गोत्र हुआ।

गोहद के राणाओं की यह एक शाखा है। गोहद मध्य भाग में मराठों के पहले एक शक्तिशाली राज्य था। महादजी सिंधिया ने जब गोहाद पर चढ़ाई की तो गोहाद को फतह करने में कुछ दिन तक नाकामयाब रहा।

आखिर महादजी सिंधिया की विजय हुई। तब उसने इस खानदान के कुछ प्रभावशाली लोगों को खुश रखने के लिए स्वतंत्र जागिरें दी। राजा अमानसिंह, अचलसिंह और ठाकुरदास जी को महादजी सिंधिया ने अकाझरी कैंप में बुलाकर अंताकी, कड़वास, अतरसोहा, छिरेटा, अंतऊआ, चित्तौड़ा आदि गांव जागीर में दिये।

अब यह स्टेट तीन हिस्सों में बटी हुई है। राजा उदयभान सिंह, श्री गणेशसिंह और दीवानसिंह इन तीनों हिस्सों के अधिपति हैं।

राजा उदयभान सिंह जी एक योग्य और शिक्षित सरदार हैं। सिंधिया हाई स्कूल में आपने शिक्षा पाई है। ग्वालियर राज्य सभा के प्रेसिडेंट रहे हैं। हिम्मत के आप बड़े धनी हैं। दुश्मन से घबराते नहीं हैं। आप


[पृ.568]: संत मत के अनुयाई हैं। आपके भतीजे भगवानसिंह जी श्री गणेशसिंह जी के सुपुत्र हैं। कौमी सेवा में भाग लेते हैं। ग्वालियर राज्य जाट सभा को उन्होंने अपनी सेवाएं दे रखी हैं। तीसरे दीवानसिंह जी का स्वर्गवास हो गया है। राजा उदयभान सिंह जी इस समय 42-43 साल के नौजवान व्यक्ति हैं और बड़े उत्साही हैं।

Notable persons

External links

References

  1. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.567-568



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