Bidhwan
Bidhwan (बिधवाण) is a small village in Bhiwani district of Haryana, under Siwani tehsil.
Gotras
History
इतिहास
पंडित अमीचन्द्र शर्मा[1] ने लिखा है - गुराइण गोत्र : जिला हिसार (अब भिवानी) में बामला गुराइण गोत्री जाटों का एक गाँव है। यहाँ तूर वंश में एक अति विख्यात जाटू नाम का राजा था। जाटू राजा के बड़े पुत्र का नाम पाड़ था। उसका पुत्र गोरा प्रसिद्ध हुआ। गोरा का पुत्र कालू, कालू का पूत्र सधीव, सधीव का पुत्र धेरपाल हुआ। बामला के गोरा की संतान गुराइण गोत्री जाट हैं। गुराइन गोत्री जाटों के ओर भी कई ग्राम हैं। गोरा की संतान में से कोई राजली ग्राम से चलकर बौन्द ग्राम में आ गया। बौन्द रियासत जींद में है। बौन्द में ठीक नहीं जमा तो वह कलिंगा ग्राम जिला रोहतक आ गया। यहाँ के ठाकुर ने उसको बसने के लिए थोड़ी जमीन दे दी। ठाकुर का पुत्र भी उसके पास ही रहने लगा। उस महाशय के दो पुत्र हुये। 1 बीधू, 2 भाकू ...उस महाशय ने ठाकुर से बहुत सारी जमीन लेली और उसमे बामला गाँव बसाया। इस गाँव मे 3 पान्ने हैं। जाट पुत्रों के नाम पर क्रमश: बीधू का बीधवान और भाकू का भाकल। ठाकुर के बेटे का नौरंगाबाद पानना है।
बामला के जाटों का निकास राजली ग्राम है। बामला के गुराइण गोत्र के जाटों की वंशावली निम्नानुसार है:
- 1. राजा जाटू (1350 ई.),
- 2. पाड़ (1375 ई.),
- 3. गोरा (1400 ई.),
- 4. कालूसिंह (1425 ई.),
- 5. सधीन (1450 ई.),
- 6. धरेपाल (1475 ई.),
- 7. धांधू (1500 ई.),
- 8. मुलकशृंगार (1525 ई.),
- 9. लाखू (1550 ई.),
- 10. छज्जू (1575 ई.),
- 11. बीधू, भाखू (1600 ई.),
- 12. बुकण (1625 ई.),
- 13. आसिल (1650 ई.),
- 14. बड़सी (1675 ई.),
- 15. लाहड़ (1700 ई.),
- 16. भागन (1725 ई.),
- 17. केशो (1750 ई.),
- 18. कुशला (1775 ई.),
- 19. रतिया (1800 ई.),
- 20. जाहरिया (1825 ई.),
- 21. जोद्धा (1850 ई.),
- 22. हंसराम (1875 ई.),
- 23. परशराम (1900 ई.),
गोरा की संतान में छ्ज्जू सिंह (1575 ई.) तूर संघ से जाट संघ में मिला। तूर संघ मुख्यतया जाट गोत्रों से ही बना था। धरेपाल के भतीजे की संतान अब तक भी जताई ग्राम जिला भिवानी में हैं, वे राजपूत हैं। जताई के राजपूत और बामला के जाट परस्पर भाई हैं।
यह मानकर की परशराम लेखक का समकालीन होने से वर्ष 1900 ई. से एक पीढ़ी का काल 25 वर्ष मानते हुये उपरोक्त पीढ़ियों की काल गणना की जावे तो राजा जाटू का काल लगभग 1350 ई. आता है।
Notable persons
सरपंच रविंद्र बेनीवाल
External links
References
- ↑ Jat Varna Mimansa (1910) by Pandit Amichandra Sharma, p.37-38
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