Chandra Pal Singh Sirohi

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Chandra Pal Singh Sirohi

Chandra Pal Singh Sirohi (20.05.1935 – 07.06.2019) was a social worker and twice president of Jat Samaj Kalyan Parishad Gwalior. He was a key person in constructing Jat Dharmshala in Gwalior and establishing statue of Maharaja Bhim Singh Rana in Gwalior. Originally from Sihi village in Gulaothi tahsil of Bulandshahr, he settled at Gwalior after retirement. He served in Accounts Department of Defence Research and Development Organisation.

डॉक्टर चन्द्रपाल सिंह सिरोही का जीवन परिचय

डॉक्टर चन्द्रपाल सिंह सिरोही (20 मई 1935 – 7 जून 2019) – समाज के प्रणेता, मामाजी के नाम से विख्यात, परिषद् के संस्थापक, निर्माण कर्ता सदस्य स्वर्गीय डॉक्टर चन्द्रपाल सिंह सिरोही जी का जन्म उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले की तहसील गुलावठी के ग्राम सीही में श्री नाथू सिंह सिरोही जी जमींदार के यहाँ हुआ था ।

स्नातक तक की शिक्षा जाट कॉलेज बड़ौत से प्राप्त कर बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय से एम. ए. समाज शास्त्र में किया था । होम्योपैथिक चिकित्सा में डी. एच. ग्वालियर से प्राप्त की । उसके बाद अपनी धर्मपत्नि स्वर्गीय श्रीमति शकुन्तला सिरोही के साथ सन 1962 में उत्तर प्रदेश से ग्वालियर आकर अपनी कर्मस्थली बनाया । केन्द्रीय रक्षा अनुसंधान संस्थान (डी आर डी ओ) के लेखा विभाग में शासकीय सेवक के रूप में सेवाएं प्रदान की । बचपन में प्राप्त संस्कारों एवं जाट कालेज में प्राप्त शिक्षा से प्रभावित होने के कारण समाज के कल्याण हेतु जीवनपर्यन्त लगे रहे ।

1980 से ही जाटों को संगठित करने का कार्य प्रारंभ किया और 1987 में स्व. चौधरी रामवीर सिंह के साथ मिलकर जाट समाज कल्याण परिषद का निर्माण कर पंजीयन कराया जो आज तक सक्रिय संस्था है । वे लगातार दो कार्यकाल परिषद के अध्यक्ष रहे, उन्हीं के कार्यकाल में ग्वालियर में तानसेन मार्ग पर जाट धर्मशाला का निर्माण शुरू हुआ । तथा महाराजा भीम सिंह राणा की मूर्ति की स्थापना कटी घाटी तिराहा ग्वालियर में हुई ।

उनके बड़े पुत्र प्रदीप सिरोही केडवरी कम्पनी में कार्यरत रहते हुए अपनी पत्नि श्रीमति नीलम के साथ तथा छोटे पुत्र प्रवीण सिरोही (ड्यूक वेफर्स एंड चाकलेट कम्पनी रुद्रपुर उतराखंड) भी पत्नि श्रीमती मंजू के साथ परिषद् की प्रत्येक गतिविधि में पूर्ण रूचि एवं सक्रियता के साथ भाग लेते हैं । डॉक्टर चंद्रपाल सिंह की बेटी श्रीमति पूनम सिंह पत्नि श्री राजेंद्र चौधरी मथुरा के सामाजिक गतिविधियों में भाग लेती हैं । डॉक्टर चन्द्रपाल सिंह का सहज, सरल व्यवहार, हमेशा धनात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण व्यक्तित्व याद कर आज भी लोग प्रशंसा करते हैं । उनके योगदान की जितनी प्रशंसा की जावे कम रहेगी ।

जाट समाज के उत्थान एवं संगठन के लिए जीवन पर्यन्त उनके द्वारा दिए गए योगदान के लिए परिषद् का वार्षिक कलेंडर 2020 में उनकी स्मृति में प्रकाशित किया गया । जिसका संपादन इंजी. रनवीर सिंह (तोमर) और संरक्षक डॉक्टर प्रेमसिंह आर्यवीर (पूनिया) के द्वारा किया गया ।

सम्पर्क सूत्र - प्रदीप सिरोही - 9827647718

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  • Pradeep Sirohi - 9827647718

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