Gulmarg

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(Redirected from Gaurimarga)
Author:Laxman Burdak, IFS (Retd.)

Baramula district map
Jammu and Kashmir

Gulmarg (Hindi:गुलमर्ग, Urdu; گلمرگ)(Meaning: "Meadow of Flowers") is a town and a hill station in Tangmarg tahsil of Baramula district in Jammu and Kashmir.

Variants

Location

Gulmarg is located at a distance of 45 kms from Srinagar. The town is situated in the Pir Panjal range in the western the Himalayas and is within miles of the Line of Control between India and Pakistan. The town is situated in the Pir Panjal Range in the Western Himalayas and lies within the boundaries of Gulmarg Wildlife Sanctuary.

Origin of name

Originally called Gauri Marg (गौरी मार्ग) meaning (the path of Devi Gauri), which was later on changed to Gulmarg by Yusuf Shah of Chak Dynasty.[1][2]

History

Gulmarg originated from Gaurimarg meaning “the fair one” by shepherds in honour of the Hindu goddess Parvati,[3][4] the resort was renamed Gulmarg or the “meadow of flowers” by Sultan Yusuf Shah of the Chak Dynasty who frequented the place with his mistress Habba khatoon in the 16th century.[5][6]

In the 19th century, British Civil servants started using Gulmarg as a retreat to escape summers in North Indian plains. Hunting and golfing were their favourite pastimes and by 20th century three golf courses had been established in Gulmarg including one exclusively for women. In 1927, British established a ski club in Gulmarg and two annual ski events were hosted one each during Christmas and Easter.[7]

During the early part of the 20th century the famous Central Asian explorer Sir Marc Aurel Stein (1862–1943), made his home here in a tent between his expeditions. [8]

गुलमर्ग

विजयेन्द्र कुमार माथुर[9] ने लेख किया है ... गुलमर्ग (AS, p.293) कश्मीर का प्रसिद्ध पर्वतीय स्थान है. यहाँ का प्रसिद्ध 'रानी मंदिर' चीनी-बौद्ध शैली में निर्मित है। मंदिर अपेक्षाकृत नवीन होते हुए भी कश्मीर की पुरानी वास्तुकला का उदाहरण है। गुलबर्ग मुग़ल बादशाहों, विशेषकर जहाँगीर का प्रिय क्रीड़ास्थल था।

गुलमर्ग परिचय

गुलमर्ग अभयारण्य का दृश्य

गुलमर्ग श्रीनगर से 45 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। गुलमार्ग का अर्थ है - 'फूलों का स्थान'। यह घूमने के लिए बहुत ही आकर्षक स्थान है। समुद्रतल से इसकी ऊंचाई है 8500 फीट। यह शहर पहाड़ी पर एक प्लेटो पर स्थित है। साल में 6 महीने तो यह जगह बर्फ से ढकी रहती है।

गुलमर्ग की खोज 1927 में अंग्रेजों ने की थी। यह स्थान पहले “गौरीमर्ग” के नाम से जाना जाता था, जो भगवान शिव की पत्नी "गौरी" का नाम है। फिर 16वीं शताब्‍दी में कश्मीर के अंतिम राजा, राजा "युसुफशाह चक" ने इस स्थान की खूबसूरती और शांत वातावरण में मग्न होकर इसका नाम गौरीमर्ग से बदल कर "गुलमर्ग" रख दिया। आज यह सिर्फ पहाड़ों का शहर नहीं है, बल्कि यहाँ विश्‍व का सबसे बड़ा गोल्‍फ कोर्स और देश का प्रमुख स्‍की रिज़ॉर्ट है।

गुलमर्ग में 8,126 मीटर ऊँचा नंगा पर्वत हिमालय के उच्चतम शिखरों में से एक है। यहाँ चारों तरफ़ की वृत्ताकार सड़क से घाटी और पर्वतों के समस्त दर्शनीय स्थल देखे जा सकते हैं। गुलमर्ग का 'सैरगाह' दुनिया के सबसे ऊँचे गॉल्फ़ मैदान के लिए प्रसिद्ध है, साथ ही यहाँ टेनिस, स्कीइंग तथा पोलो जैसे खेलों की सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं। पहले गुलमर्ग जम्मू-कश्मीर राज्य की सीमा शुल्क तथा निगरानी चौकी हुआ करता था।

संदर्भ: भारतकोश-गुलमर्ग


गुलमर्ग (Gulmarg) भारत के जम्‍मू और कश्‍मीर केन्द्रशासित प्रदेश का एक हिल स्‍टेशन है। इसका मूल नाम गौरीमर्ग (Gaurimarg) हुआ करता था, जिसे 16वीं शताब्दी में युसुफ शाह चक ने बदलकर गुलमर्ग कर दिया। इसकी सुंदरता के कारण इसे धरती का स्‍वर्ग भी कहा जाता है। यह देश के प्रमुख पर्यटन स्‍थलों में से एक हैं। फूलों के प्रदेश के नाम से मशहूर यह स्‍थान बारामूला ज़िले में स्थित है। यहाँ के हरे भरे ढलान सैलानियों को अपनी ओर खींचते हैं। समुद्र तल से 2730 मी. की ऊँचाई पर बसे गुलमर्ग में सर्दी के मौसम के दौरान यहाँ बड़ी संख्‍या में पर्यटक आते हैं।

गुलमर्ग की स्‍थापना अंग्रेजों ने 1927 में अपने शासनकाल के दौरान की थी। गुलमर्ग का असली नाम गौरीमर्ग था जो यहाँ के चरवाहों ने इसे दिया था। 16वीं शताब्‍दी में सुल्‍तान युसुफ शाह ने इसका नाम गुलमर्ग रखा। आज यह सिर्फ पहाड़ों का शहर नहीं है, बल्कि यहाँ विश्‍व का सबसे बड़ा गोल्‍फ कोर्स और देश का प्रमुख स्‍की रिज़ाॅर्ट है।

गोल्‍फ कोर्स: गुलमर्ग के गोल्‍फ कोर्स विश्‍व के सबसे बड़े और हरे भरे गोल्‍फ कोर्स में से एक है। अंग्रेज यहां अपनी छुट्टियाँ बिताने आते थे। उन्‍होंने ही गोल्‍फ के शौकीनों के लिए 1904 में इन गोल्‍फ कोर्स की स्‍थापना की थी। वर्तमान में इसकी देख रेख जम्‍मू और कश्‍मीर पर्यटन विकास प्राधिकरण करता है।

स्‍कींग: स्‍कींग में रुचि रखने वालों के लिए गुलमर्ग देश का ही नहीं बल्कि इसकी गिनती विश्‍व के सर्वोत्तम स्‍कींग रिजॉर्ट में की जाती है। दिसंबर में बर्फ गिरने के बाद यहाँ बड़ी संख्‍या में पर्यटक स्‍कींग करने आते हैं। यहाँ स्‍कींग करने के लिए ढ़लानों पर स्‍कींग करने का अनुभव होना चाहिए। जो लोग स्‍कींग सीखना शुरु कर रहे हैं, उनके लिए भी यह सही जगह है। यहां स्‍कींग की सभी सुविधाएं और अच्‍छे प्रशिक्षक भी मौजूद हैं।

References

  1. Kumar, Brajesh (2003). Pilgrimage Centres of India. Diamond Pocket Books (P) Ltd. ISBN 9788171821853.
  2. Lovell-Hoare, Max; Lovell-Hoare, Sophie (1 July 2014). Kashmir: Jammu. Kashmir Valley. Ladakh. Zanskar. Bradt Travel Guides. ISBN 9781841623962.
  3. Official Website of Jammu & Kashmir Tourism
  4. Mitra, Swati (2013). Jammu & Kashmir: Travel Guide. Eicher Goodearth Limited. pp. 30–36. ISBN 978-93-80262-45-1.
  5. Chaturvedi, B.K. Tourist Centers Of India. Diamond Pocket Books (P) Ltd. p. 82. ISBN 978-81-7182-137-2.
  6. Gulmarg Gondola
  7. Official Website of Jammu & Kashmir Tourism
  8. Gulmarg Gondola
  9. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.293