Gokulpura
Gokulpura (गोकुलपुरा) is a large village in Sikar tahsil and district in Rajasthan.
Location
Gokulpura situated at a distance of 4 km from Sikar town in the south direction on National Highway-11.
Origin
The Founders
Gokulpura was founded by Gokul Khichar.
Jat Gotras
It is the main village of Khichar gotra Jats. Khichars have migrated from this village to Churu and Hanumangarh districts. The Jat Gotras in Gokulpura with number of families are Khichar (500), Bhadadara (10), Jangu (10), Garhwal (10), and Bhamu (1).
History
Gokulpura Inscription VS 1216 (=1159 AD)
बडवा बजरंग की बही से
खीचड गाँव गोकलपनाका:(गोकुलपुरा), नख जोया, चौहान निकास स्थान अजमेर, दिल्ली, मढोनी, सिद्धमुख, बाकरो, ढोलास, कंवरपुरा, बाद, गोकुलपुरा. गोकुलपुरा मे पहली सेवदा का बुधा है. माता कोटासनी, गुसाई जी की मान्यता, कोटासरी रुप हीगंलाज का है. खीचडा के साथ,अ गोत का लोग आया, बियाला बराहमण, कालोटा खाती, जाडीवाल नाई, दाणदा बलाई, संवत 1535 (1478 ई.) के आसपास पुराना कुआ, गोकुलपुरा में बसाया. संवत 1580 कुबा चाचा डालबसाया| संंवत 1680 में जगमालपुरा से गोकुलपुरा बीच उदान का होया. सिद्धमुख से जगमालपुरा, गोकलपुरा खनध चौधरी का घडसी बेटा संवत 2073 , बडवा बजरंग जाता है जद दनजी फोजी 1100 रुपया व 51 बेस दिना | बजरंग लाल| ये पेज गोकुलपुरा की बही से है व राव बजरंग लाल है. इसमे एक दौ शब्द सही नहीं दिखने के कारण गलती भी हो सकती है. (जानकारी प्रबोध खीचड़, खीचड़ों की ढाणी, बछरारा, रतनगढ़, चुरू, राजस्थान द्वारा ई-मेल से उपलब्ध कराई है। (Mob: 9414079295, Email: prabodhkumar9594@gmail.com) )
गोकुलपुरा (सीकर) के खीचड़ों का वंश वृक्ष
गोकुलपुरा (सीकर) के चौधरी दानवीर जी खीचड और सोहनलाल जी खीचड़ (मो:08432286167) ने बताया कि खीचड़ के 12 गाँव नवलगढ़ के पास हैं. जगमालपुरा गाँव में खीचड़ों का पुराना मंदिर है. जगमालपुरा गाँव और चैनपुरा दादिया में पुराना शिव मंदिर है. शुरू में सिधमुख से चलकर खीचड़ आये और सीकर के पास गोकुलपुरा में बसे. चौधरी डालूराम खीचड़ ने गोकुलपुरा से आकर देवीपुरा बसाया.
चौधरी डालूराम के पुत्र लालाराम देवीपुरा के चौधरी थे. जिनके 6 बेटे थे : 1. बक्साराम, 2.नाराराम, 3. दौलाराम, 4.देवाराम, 5. सीताराम और 6.…
2. नाराराम खीचड़ का बास में बसे. उनके 3 पुत्र थे: 1. नौलाराम 2. किसनाराम और 3. कुशलाराम
- 1.नौलाराम के पुत्र का नाम बुधा था. बुधा के 3 पुत्र हुए:
- 1. लखूराम 2. खेताराम 3. हणमानराम
- लखूराम के 3 पुत्र हुए: 1.गोपीराम 2. चन्द्राराम 3. बिरदाराम
- खेताराम के 4 पुत्र थे: 1. सुखदेव 2. दूदाराम 3. हीराराम और 4. लक्ष्मणराम
- हणमानराम के 5 पुत्र हुए : 1. भगीरथ 2. जीवणराम 3. शंकर 4. रणमल और 5. किशोर
- 1. लखूराम 2. खेताराम 3. हणमानराम
- 2. किसनाराम के 3 पुत्र हुए: 1. भैरूराम 2. डूंगाराम और 3. कुशलाराम
- 1.भैरूराम के 4 पुत्र हुए: 1. लखुराम 2. साराराम 3. मंगलाराम और 4. सुआराम
- लखुराम के पुत्र रामदेव हुए
- साराराम के पुत्र कानादेव हुए
- मंगलाराम के पुत्र मूलचंद हुए
- सुआराम के पुत्र लक्ष्मण हुए
- 2.डूंगाराम के 5 पुत्र हुए: 1.रेखाराम 2. रामप्रताप 3. भगवानाराम 4. भगीरथ और 5. मनसाराम
- रेखाराम के पुत्र हुए: दानवीर जी
- रामप्रताप के 4 पुत्र हुए: 1.हेमराज 2. तुलछीराम 3. हर चंद और 4. हरफूल
- भगवानाराम के 6 पुत्र हुए: 1.दलीप 2. महावीर 3. बलबीर 4. भरतवीर 5. वासुदेव और 6. अश्विनी
- भगीरथ के 2 पुत्र हुए: 1. मोहन और 2. बजरंग
- मनसाराम के 3 पुत्र हुए: 1. लक्ष्मण 2. सोहन लाल और 3. रामकुमार
- 1.भैरूराम के 4 पुत्र हुए: 1. लखुराम 2. साराराम 3. मंगलाराम और 4. सुआराम
- 3.कुशलाराम के 2 पुत्र हुए: 1. गुमाना राम और 2. गोपीराम
- गुमानाराम के 1 पुत्र हुए: 1. नारायण
- गोपीराम के 3 पुत्र हुए: 1. भूराराम 2. हीराराम और 3. रामेश्वर
- 3.कुशलाराम के 2 पुत्र हुए: 1. गुमाना राम और 2. गोपीराम
3. दौलाराम भी खीचड़ का बास में बसे. उनके 3 पुत्र थे: 1.लच्छाराम 2. जालूराम और 3. मानाराम
- 1. लच्छाराम के पुत्र हुए पन्नाराम. पन्नाराम के 2 पुत्र हुए 1. नरसाराम और 2. भूराराम
- नरसाराम के पुत्र हुए मालाराम जिनके 2 पुत्र हुए 1. नाथू और 2. मंगेज
- 2. जालूराम के 2 पुत्र हुए: 1. भूराराम और 2. नरसाराम
- भूराराम के 1 पुत्र हुए: 1. घीसाराम
- घीसाराम के 6 पुत्र हुए: 1.मोहनराम 2. मूलचंद 3. बलबीर 4. पहलाद 5. हरचंद और 6. भगवानराम
- नरसाराम के 4 पुत्र हुए: 1. हुकमाराम 2. बोदूराम 3. लालूराम और 4. हणताराम
- भूराराम के 1 पुत्र हुए: 1. घीसाराम
- 3. मानाराम के 2 पुत्र हुए: 1.भींवाराम 2. गोविंदराम
- भींवाराम के 3 पुत्र हुए: 1. किसनाराम 2. गोदूराम और 3. बोदूराम
- गोविंदराम के 2 पुत्र हुए: 1. देवाराम और 2. आशाराम
- देवाराम के 4 पुत्र हुए: 1.महावीर 2. रिछपाल 3. बनवारी और 4. शीशराम
- आशाराम के 5 पुत्र हुए: 1.हेमचंद 2. मेवाराम 3. नानूराम 4. हीराराम और 5. गिरधारीराम
लोक देवता तेजाजी (1074-1103 ई.) के भाई रूपजीत (रूपजी) की पत्नी रतनाई (रतनी) खीचड़ गोत्र की थी।
संत श्री कान्हाराम[1] ने लिखा है कि....खरनाल के धौलिया गोत्र के भाट भैरूराम की पोथी में तेजाजी के भाईयों के नाम और भाभियाँ निम्नानुसार थे –
- 1. रूपजीत (रूपजी) ... पत्नी रतनाई (रतनी) खीचड़
- 2. रणजीत (रणजी)...पत्नी शेरां टांडी
- 3. गुणराज (गुणजी) ....पत्नी रीतां भाम्भू
- 4. महेशजी ...पत्नी राजां बसवाणी
- 5. नगराज (नगजी)....पत्नी माया बटियासर
रूपजी की पीढ़ियाँ - .... 1. दोवड़सी 2. जस्साराम 3. शेराराम 4. अरसजी 5. सुवाराम 6 मेवाराम 7. हरपालजी
Population
- The population of the town as of 2001 census used to be 5606 out of which 1162 were S.C. people.[2]
- As per Census-2011 statistics, Gokulpura village has the total population of 4109 (of which 2114 are males while 1995 are females).[3]
The town is known for Sobhasaria Engineering College. [4]
Notable Persons
- Choudhary Sitaram ji Khichar Former Pardhan .Panchayat Smiti Piprali.
- Harphool Singh Khichar - Asstt. Treasury Officer, Accounts Service , Date of Birth : 10-February-1956, VPO - Gokulpura, Sikar, Phone Number : 01572-245900, Mob: 9414036800.
- Rameshwar Prasad (Bhadadara), Retd. Principal College Education.
- Ravindra Singh Khichar - Progressive Farmer And Social Worker.
- Ankita Chaudhary (Khichar): मेजर अंकिता चौधरी ने भागीरथी पहाड़ियों में 5797 मीटर की ऊंचाई पर योगासन कर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाया है।
Gokalpura in Haryana
Gokalpura (गोकलपुरा) is a village of Sheoran Khap in Bhiwani District of Haryana.
People’s Gallery
External Links
References
- ↑ श्री वीर तेजाजी का इतिहास एवं जीवन चरित्र (शोधग्रंथ): लेखक - संत श्री कान्हाराम, मो: 9460360907, प्रकाशक: श्री वीर तेजाजी शोध संस्थान सुरसुरा, अजमेर, 2015, p. 215-216
- ↑ Census 2001 Sikar District
- ↑ http://www.census2011.co.in/data/village/81562-gokulpura-rajasthan.html
- ↑ Sobhasaria Engineering College
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