Kirori Singh Sikarwar
Kirori Singh Sikarwar (ठाकुर किरोड़ीसिंह सिकरवार), from Sooti (सूती), Bharatpur was a Social worker in Rajasthan. [1]
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जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....ठाकुर किरोड़ीसिंह - [पृ.46]: भरतपुर राज्य की पूर्वी सीमा पर गाँव सूती नाम का एक गाँव है। ठाकुर किरोड़ीसिंह यहीं के रहने वाले हैं। आपका गोत्र सिकरवार है। आप देहाती ढंग के बहुत अच्छे गाने बनाते हैं। कविता भी पिंगल के अनुसार करते हौ। आपने आर्य समाज शुद्धि सभा और जाट सभा आदि सभी कौमी और धार्मिक संस्थाओं में काम किया है। आपकी उम्र 50 के ऊपर है। किन्तु 30 वर्ष के जवानों से दुगुना उत्साह रखते हैं और चौगुना परिश्रम करते हैं। सन् 1942 के भरतपुर असेंबली के चुनाओं में आपने जमादारा किसान सभा के लिए बड़ा काम किया। आपके परिश्रम को देखकर मास्टर फूलसिंह जी ने आपको कर्मठ कहना आरंभ कर दिया। आपके 4 पुत्र है: ज्ञानसिंह, रामखिलाड़ी, प्रेम।
जीवन परिचय
ठाकुर दामोदरसिंह का मान न केवल रियासत में है बल्कि बाहर के जिलों में भी उनका नाम है। वे अच्छे गायक और प्रसिद्ध नृत्यकार हैं। सन् 1942 से वे किसान सभा भरतपुर के प्रचारक और कार्यकर्ता रहे हैं। ठाकुर हुकम सिंह और किरोड़ी सिंह के साथ मिल कर उन्होने किसान संघ को ऊंचा उठाया। सन् 1948 के किसान सत्याग्रह में जेल गए। कौमी गौरव से उनका हृदय भरा हुआ है।[3]
गैलरी
Jat Jan Sewak, p.46
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.46
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.46
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.50
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