Koobiya
Koobiya (कूबिया) is a village in Lunkaransar tehsil of Bikaner district in Rajasthan.
Contents
Location
कूबिया गाँव नकोदेसर और गारबदेसर के बीच स्थित है।
Founders
Jat gotras
History
कूबिया गाँव गारबदेसर पंचायत का प्राचीन गाँव है। गाँव के कुए की नाल 500 वर्ष पुरानी बताई जाती है। महाराजा गंगा सिंह ने यह गाँव चारणों को दान में दिया था। यहाँ के चारणों में से स्योदान सिंह चारण उल्लेखनीय था। गाँव में पानी के अच्छे स्रोत थे इसलिए पशु पालकों के लिए यह क्षेत्र बहुत उपयुक्त था। श्योदान सिंह चारण पशुपालक व ग्रामीणों से कर वसूलता था और उनके साथ कड़ाई से पेश आता था। संवत 2016 (1959 ई.) में श्योदान सिंह की हत्या हो गई तबसे यह गाँव उजड़ गया। श्योदान सिंह को गाँव में भोमिया के रूप में पूजा जाता है यहाँ उनका एक थान बना हुआ है जहां ग्रामीण लोग पशु की बीमारी आदि में धोक लगाते हैं। गाँव की 6000 बीघा जमीन में अलग-अलग जातियाँ खेती करती हैं। गाँव में पुनः बिरमसर रतनगढ़ निवासी चौधरी चंद्राराम नेहरा संवत 2026 (1969 ई.) में आकर बसे उन्होंने गाँव के कुए का जीर्णोद्धार करवाया और उनके परिवार ने यहाँ पक्का मकान बनाया। वर्तमान में उनके परिवार के पास 1000 बीघा जमीन है। इनके परिवार ने शिक्षा, व्यापार, कृषि आदि में उल्लेखनीय कार्य किया। व्यापार में इस परिवार ने कालू, लूणकरणसर, जयपुर आदि में प्रतिष्ठान स्थापित किए। गाँव में प्राथमिक विद्यालय है और सड़क मार्ग से जुड़ा है।
Population
गाँव की जनसंख्या लगभग 350 है। गाँव में मदन लाल माली, लिछमन राम कसवा, चब्बरवाल, नैण, मूण्ड, नेहरा, कुम्हार, राजपूत, जाट, मेघवाल, ब्राह्मण, गुसाईं आदि जातियाँ निवास करती हैं।
Notable persons
- दयालदास - बीकानेर रा राठौड़ा री ख्यात (दयालदास री ख्यात) के लेखक दयालदास कूबिया गाँव के रहने वाले थे। बीकानेर रियासत के इस गाँव में उनका जन्म 1798 ई में हुआ था। 93 वर्ष की आयु में वर्ष 1891 ई में उनका निधन हो गया। बीकानेर रियासत के शासक रतनसिंह के दरबारी कवित दयालदास द्वारा रचित दो खंडों के इस ग्रंथ में जोधपुर व बीकानेर के राठौड़ शासकों के प्रारंभ से लेकर बीकानेर महाराजा सरदारसिंह तक की घटनाओं का वर्णन है।
- भँवर लाल नेहरा - बीकानेर में लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। दयालदासरी ख्यात : बीकानेररै राठोड़ांरी ख्यात (Dayāladāsarī khyāta : Bīkānerarai Raṭhoṛāṃrī khyāta): सिंढायच दयालदास कृत ; प्रधान संपादक दशरथ शर्मा ; सहकारी संपादक, दीनानाथ खत्री, जसवन्तसिंह, प्रकाशक: बीकानेर : अनूप संस्कृत पुस्तकालय, 2005 [1948 or 1949]
- शिवलाल नेहरा - आपने गाँव में उल्लेखनीय कृषि सुधार कार्य किया।
- चौधरी चंद्रा राम नेहरा - आपने गाँव में कुए का जीर्णोद्धार करवाया और यहाँ पक्का मकान बनाया।
- गणेश देव नेहरा (1.2.1951-13.11.2017) - (सेवा निवृत पुलिस निरीक्षक) ने गाँव में उल्लेखनीय कृषि सुधार कार्य किया।
- स्व जगनाराम नेहरा - संघर्ष शील सामाजिक कार्यकर्ता और कृषि विकास में योगदान
- पिथाराम नेहरा - पशुपालन और कृषि विकास में योगदान
Author
- Mukanda Ram Nehra - Dated 17.11.2017 via Whatsapp.
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References
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