Madha

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Author:Laxman Burdak, IFS (R)

Madha (मढ़ा) village is located in Mauranipur Tehsil of Jhansi district in Uttar Pradesh, India. It is situated 3km away from sub-district headquarter Mauranipur and 68km away from district headquarter Jhansi. Jhansi is nearest town to Madha which is approximately 3km away. [1]

Origin

Variants

History

Jat clans

मढ़ा

विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...1. मढ़ा (p.694) = जिला झाँसी, उत्तर प्रदेश, बुंदेलखंड वास्तुशैली में निर्मित कई मंदिरों के अवशेष यहाँ स्थित हैं.

2. मढ़ा (p.694) = जिला देहारादून उत्तर प्रदेश, कालसी से 25 मील दूर गंगा-तट पर स्थित है. 600 ई. का लाखा मंदिर यहाँ का प्राचीन स्मारक है.

मढ़ा मंदिर

मढ़ा मंदिर : बनवार-नोहटा मार्ग पर 17 मील से 10 किमी आगे बड़गुंवा लिंक रोड पर स्थित दसवीं शताब्दी का मढ़ा मंदिर के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) में शामिल करने भोपाल के अधिकारियों ने भ्रमण किया है। मंदिर की बनावट अद्भुत है और उसके आसपास प्राचीन मूर्तियां बिखरी पड़ी हैं। मंदिर की खास बात यह है कि यह चार पायों के सहारे खड़ा हुआ है। इससे पहले इस मंदिर का भ्रमण का वर्तमान केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल कर चुके हैं। जिसके बाद से इस अद्भुत कलाकृति वाले मंदिर को एएसआई में शामिल करने को लेकर कयास लगाए जा रहे थे।

दरअसल, नोहटा डूमर सड़क मार्ग पर बड़गुवां बस्ती में स्थित इस मंदिर की बनावट बेजोड़ है। केवल पत्थर की चार पायों के सहारे पूरा का पूरा मंदिर एक बड़ी चट्‌टान पर रखा हुआ है। गौरतलब है इसकी कलाकृतियां भी कल्चुरी काल की लग रही हैं। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सुंदर कलाकृति की पाषाण प्रतिमाएं बनी हुईं हैं। इस मंदिर के पास ही पुराना हनुमानजी भगवान का मंदिर है। इसके चारों ओर भी दीवारों पर पाषाण की प्रतिमाएं उभरी हुईं हैं, जिनकी सुंदरता देखते ही बनती है। सांसद प्रहलाद पटेल ने इस मंदिर के बारे में पुरातत्व विभाग से जानकारी मांगी थी, लेकिन रिकॉर्ड में इस प्राचीन मंदिर का कोई उल्लेख नहीं है।

10 दिन पहले आई थी टीम जिस पर उन्होंने भोपाल में बैठक लेने के दौरान एएसआई के अधिकारियों को आदेश देकर मंदिर का सर्वे करने को कहा था। 10 दिन पहले भोपाल और सागर से एएसआई की टीमें दमोह पहुंचीं और दमोह से बड़गुवां मंदिर पहुंचकर जायजा लिया था। इस बीच अधिकारियों ने मंदिर के फोटो लिए और आसपास से मंदिर की प्राचीनता की जानकारी जुटाई। इस मंदिर को एएसआई की लिस्ट में जोड़ने के लिए प्रस्ताव बनाकर दिल्ली भेजा जाएगा, जहां से इसे लिस्ट में शामिल करने के बाद उसे मंदिर को विकसित करने का काम किया जाएगा।

डूमर गांव पुरातन समय के साथ मढ़ा मंदिरों के लिए जाना जाता है। यहां पर पाषाण प्रतिमाएं जहां-तहां बिखरी पड़ीं हुईं हैं। पतला भैरवी प्रतिमा यथास्थित पूर्णत: सुरक्षित मंदिर के अंदर विराजमान है। ग्रामीण बताते हैं कि यहां पर पहले सात मढ़ा हुआ करते थे, जिनकी पाषाण कलाकृति बड़ी ही अद्भुत थी, लेकिन अनदेखी के चलते यह मंदिर जमींदोज हो गए। इस संबंध में एएसआई सागर के नोडल कुनाल शर्मा का कहना है कि कुछ टीमंे आईं थीं, जिन्होंने मंदिर का जायजा लिया है। एएसआई इसे अपने लिस्ट मंे शामिल करने जा रहा है।

Bhaskar News Network, 07-07-2019 भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की सूची में शामिल होगा बड़गुंवा का मढ़ा मंदिर

External links

References