Prempal Singh Pachahare

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Prempal Singh Pachahare

Prempal Singh Pachahare (Sepoy) (16.12.1979 - 04.07.1999) is Martyr of Kargil war from Uttar Pradesh. He became martyr on on 04 July 1999 during Operation Vijay in Kargil War with Pakistan. He was from village Khem Ka Bas (Pachehara Aligarh), district Aligarh Uttar Pradesh. Unit-09 Mahar Regiment.

सिपाही प्रेमपाल सिंह पचहरे का परिचय

सिपाही प्रेमपाल सिंह पचहरे

16-12-1979 - 04-07-1999

यूनिट - 9 महार रेजिमेंट

ऑपरेशन विजय

कारगिल युद्ध 1999

सिपाही प्रेमपाल सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के गोंडा ब्लॉक के खेम का बास गांव में श्री शिव सिंह पचहरे एवं श्रीमती वीरमती देवी के परिवार में हुआ था। 12 वीं तक शिक्षा प्राप्त कर 07 अगस्त 1997 को वह भारतीय सेना की महार रेजिमेंट में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। प्रारंभिक प्रशिक्षण के बाद उनकी तैनाती सीधे जम्मू-कश्मीर में हुई थी। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध से दो महीने पहले वह छुट्टी पर गांव आए हुए थे। उसी समय यूनिट से युद्ध के लिए बुलावा आ गया।

ऑपरेशन विजय में हजारों फीट ऊंची, उबड़खाबड़ व कठिन चढ़ाई की पहाड़ियों पर तोपखाने से सुसज्जित किलेबंद बंकरों में जमे हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों से अत्यंत विपरीत परिस्थितियों व भीषण गोलाबारी में वीरतापूर्वक लड़ते हुए सिपाही प्रेमपाल सिंह वीरगति को प्राप्त हुए थे।

सिपाही प्रेमपाल सिंह जब बलिदान हुए, तब घर में शहनाई की तैयारियां चल रही थीं। इस बीच उनके रणभूमि में बलिदान होने व पार्थिव शरीर आने की सूचना आई।

सरकार द्वारा इनके परिजनों को खैर कस्बे में गैस एजेंसी आवंटित की गई है। पिता और भाई गैस एजेंसी संचालन के लिए खैर रहते हैं पर बेटे की याद गांव से जुड़ी होने के कारण मां वीरमती गांव में ही रहती हैैं। उनका कहना है कि उन्हें प्रायः लगता है कि उनका बेटा आसपास ही है। इतना ही नहीं पिछले 20 सालों से वह बेटे के लिए हर दिन दोनों समय खाने की थाली सजाती है, प्रतिमा के भोग लगाती हैै व रात को बेटे की शैय्या लगाती हैैं।

सिपाही प्रेमपाल सिंह के बलिदान को देश युगों युगों तक याद रखेगा।

शहीद को सम्मान

स्रोत

बाहरी कड़ियाँ

चित्र गैलरी

संदर्भ


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