Raisinghnagar

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Location of Raisinghnagar in Ganganagar District

Raisinghnagar (रायसिंहनगर) is a town and tahsil in Ganganagar District in Rajasthan.

Jat Gotras

Villages in Raisinghnagar tahsil

3 Jkm, 4 Jkm, 5 Jkm, 6 Jkm, 7 Jkm, 9 Bgd-A, 9 Bgd-B, 1 Iwm, 1 Bwm-A, 1 Bwm-B, 1 Bwsm, 1 Fd, 1 Ffb, 1 Kwm, 1 Lc, 1 Lpm, 1 Mgm, 1 Mk-A, 1 Mk-B, 1 Np, 1 Nzp-A, 1 Nzp-B, 1 Spm, 1 Tk, 10 Bgd, 10 Ksd, 10 Mk, 10 Np, 10 Ps, 10 Ptd, 10 Sad, 10 Tk, 11 Bgd, 11 Np, 11 Ps, 11 Ptd, 11 Sad, 11 Tk (Rural), 12 Bgd-A, 12 Bgd-B, 12 Np, 12 Nrd, 12 Nrd-A, 12 Ps, 12 Ptd, 12 Ptd-A, 12 Sad, 12 Tk, 13 Bgd, 13 Np, 13 Nrd-A, 13 Nrd-B, 13 Nwd, 13 Ps, 13 Rb, 13 Sad, 13 Tk, 14 Ml, 14 Np, 14 Ps-A, 14 Ps-B, 14 Ptd, 14 Rb, 14 Sad, 14 Tk, 15 Np, 15 Nrd, 15 Nwd, 15 Ps, 15 Ptd-A, 15 Ptd-B, 15 Rb, 15 Sad, 15 Tk, 16 Ps, 16 Ptd-A, 16 Ptd-B, 16 Rb, 16 Sad, 16 Tk, 16/17 Np, 17 Ps, 17 Ptd, 17 Rb, 17 Sad, 17 Tk, 18 Np, 18 Ps, 18 Ptd-A, 18 Ptd-B, 18 Rb, 18 Sad, 19 Np, 19 Ps, 19 Ptd, 19 Rb, 2 Tk, 2 Bwm-A, 2 Bwm-B, 2 Bwsm, 2 Fd-A, 2 Fd-B, 2 Ffb, 2 Iwm, 2 Lc, 2 Lpm, 2 Mgm, 2 Mk, 2 Np, 2 Spsm, 20 Np, 20 Ps, 20 Ptd, 20 Rb, 21 Ff, 21 Ps, 21 Ptd, 21 Rb, 21/23 Np, 22 Ff, 22 Np, 22 Ps(Rural), 22 Ptd-A, 22 Ptd-B, 22 Rb, 23 Ff, 23 Ps-A(Rural), 23 Ps-C, 23 Rb, 24 Ff, 24 Np, 24 Ps, 24 Ptd, 24 Rb, 25 Ff-A, 25 Ff-B, 25 Np, 25 Ps-A(Rural), 25 Ps-B(Rural), 25 Ptd, 25 Rb, 26 Ff, 26 Np, 26 Ps-A, 26 Ps-B, 26 Ptd, 27 Ff, 27 Ps, 27 Rb, 28 Ff, 28 Ml-A, 28 Ml-B, 28 Np, 28 Ps, 28 Ptd, 28 Rb, 29 Np, 29 Ps-A, 29 Ps-B, 3 Ps, 3 Rpm, 3 Tk, 3 Bwm, 3 Fd, 3 Ffb, 3 Isw-A, 3 Isw-B, 3 Jksm, 3 Kwm, 3 Lpm-A, 3 Lpm-B, 3 Mk, 3 Msd, 3 Np, 3 Nzp, 3 Nzp(Barani), 30 Ml, 30 Ps-A, 31 Ml, 31 Np, 31 Ps, 32 Ml, 32 Ps-A, 32 Ps-B, 33 Ml, 33 Np, 33 Ps, 34 Np, 34 Ps, 35 Ml, 35 Np, 35 Ps, 36 Np, 36 Ps, 37 Np, 37 Np-A, 37 Ps, 38 Np, 38 Ps, 39 Np, 39 Ps-A, 39 Ps-B, 4 Bpm, 4 Ps-A, 4 Bwm, 4 Bwsm, 4 Fd, 4 Ffb, 4 Lpm, 4 Mk, 4 Msd, 4 Np, 4 Nzp, 4 Sad, 4 Tk, 40 Np, 40 Ps, 41 Np, 41 Ps, 42 Np, 42 Ps, 43 Np, 43 Ps, 44 Np, 44 Ps, 45 Np, 45 Ps, 46 Np, 47 Np, 48 Np, 49 Np, 5 Lc, 5 Mk, 5 Np, 5 Ps, 5 Fd, 5 Ffb, 5 Ksd-A, 5 Ksd-B, 5 Lpm-A, 5 Lpm-B, 5 Msd, 5 Nzp, 5 Tk, 50 Np, 51 Np, 52 Np, 53 Np, 54 Np, 54 Rb, 55 Rb-B, 56 Np, 56 Rb, 57 Np, 57 Rb, 58 Np, 58 Rb, 59 Np, 59 Rb, 6 Bpm, 6 Lc, 6 Mk-B, 6 Ps, 6 Tk, 6 Fd, 6 Ffb, 6 Lpm, 6 Mk-A, 6 Msd, 6 Np, 6 Nzp-A, 6 Nzp-B, 6 Nzp-C, 6 Ptd-A, 6 Ptd-B, 6 Sad, 60 Np, 60 Rb, 61 Rb, 62 Np, 62 Rb, 63 Np, 63 Rb-A, 63 Rb-B, 64 Np, 64 Rb, 65 Np, 65 Rb, 66 Np, 66 Rb, 67 Np, 67 Rb, 68 Np, 68 Rb, 69 Np, 69 Rb, 7 Mk, 7 Ps, 7 Tk, 7 Fd, 7 Ffb, 7 Ksd, 7 Lpm, 7 Np-A, 7 Np-B, 7 Nzp, 7 Ptd-A, 7 Ptd-B, 70 Np, 70 Rb, 71 Np, 71 Rb, 72 Np, 72 Rb, 73 Np, 73 Rb, 74 Np, 74 Rb, 75 Np, 75 Rb, 76 Np, 76 Rb, 77 Np, 77 Rb, 78 Rb, 79 Np, 79 Rb-A, 79 Rb-B, 8 Mk, 8 Sad, 8 Ksd-A, 8 Ksd-B, 8 Lpm-A, 8 Lpm-B, 8 Np, 8 Ptd-A, 8 Ptd-B, 8 Tk, 82 Rb, 83 Rb, 84 Rb-A, 84 Rb-B, 85 Lnp, 85 Rb, 9 Ksd, 9 Mk, 9 Np, 9 Ffb, 9 Lpm-A, 9 Lpm-B, 9 Ps, 9 Ptd-A, 9 Ptd-B, 9 Tk, Amargarh, Amarsar, Araiyan Wala Barani, Baranwali, Bhagsar, Bhompura, Dulrasar, Haripura, Kararwali, Khata, Lakha Hakam, Lakha Tiba, Raisinghnagar (M), Ramsara Kumharan, Thakari-B,

Population

History

रायसिंहनगर का जलसा

गणेश बेरवाल [1] ने लिखा है ...– रायसिंहनगर के जलसे में बिकानेर डिवीजन के बहुत से आदमी शामिल थे। यह सबसे बड़ा जलसा था। यह इलाका पंजाब से आए सरदारों- सिखों का था। इस जलसे में हजारों आदमियों ने भाग लिया। लोगों में भारी जोश था। सरदार अमर सिंह जलसे के संचालक थे। इस जलसे में मास्टर बेगाराम जी (अबोहर), पंजाब कांग्रेस के प्रधान पंडित जी, रामचन्द्र जैन, चौधरी ख्यालीराम गोदारा, आदि प्रमुख थे। जब मोहर सिंह जलसे में बोल रहे थे तभी जनता बहुत उत्साहित थी कि इतने में दुधवा खारा के किसान नेता हनुमान सिंह के बड़े भाई बेगा राम बीकानेर जेल से रिहा होकर समय पर जलसे में पहुँच गए। हमने उनसे कहा कि दुधवा खारा जाकर अपने बच्चों को संभालो, जलसा तो चलता रहेगा हम संभाल लेंगे। बेगाराम दुधवा खारा जाने की मंशा से रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने आए। उनके हाथ में तिरंगा झण्डा था, जो कि महाराजा के आदेश से सभा मंच के सिवाय बाहर लगाना प्रतिबंधित था। पुलिस झंडे सहित बेगा राम पर टूट पड़ी और घसीट कर रेस्ट हाउस ले आए। वहाँ उसे लेटाकर उसकी छाती पर दो लठियाँ रखकर दो पुलिस वाले बैठ गए। इधर सारे घटनाक्रम को एक साधू पैनी नजर से देख रहा था । वह भाग कर स्टेज पर आया और कहा कि आपके एक आदमी को पुलिस रेस्ट हाऊस में बुरी तरह


[p.58]: पीट रही है। यह सुनकर दसों हजार आदमी खड़े हो गए और सारे जलसे में गुस्से की लहर दौड़ गई। सभी आदमी रेस्ट हाऊस की तरफ दौड़ पड़े। इस मौके पर राजगढ़ तहसील से 84 आदमी जलसे में गए हुये थे।

बीरबल मोची की सहादत: जलसे में श्री गंगानगर का रहने वाला बीरबल जो रायसिंहनगर में ब्याहा था, वो भी जलसे में आया हुआ था। इस सारे घटनाक्रम को देखकर उससे रुका नहीं गया, अतः वह रेस्ट हाऊस में घुस गया तथा कोने में पड़े हुये तिरंगे झंडे को उठाकर पुलिस से धक्का मुक्की करते हुये बाहर आ गया। इधर सादुलसिंह इन्फेंट्री ने, जो रेस्ट हाऊस से पश्चिम की तरफ ठहरी हुई थी, खतरे की सीटी सुनकर दीवार फांद कर रेस्ट हाऊस में आकर मोर्चा ले लिया। जो आदमी जलसे में राजगढ़ से आए उनसे चार कदम पश्चिम की तरफ चौधरी जीवन राम कडवासरा, उनसे पश्चिम की तरफ नोरंगराम (हमीरवास) तथा उनसे पश्चिम तरफ गाड़ी के पास चौधरी भादरा वाले खड़े हो गए। इतने में 17 गोलियां चली और रेस्ट हाऊस से झण्डा लेकर आते हुये बीरबल की जांघ में एक गोली लगी कि तत्काल ही उनका मुंह स्टेशन की तरफ फिर गया, तभी दूसरी गोली दूसरी जांघ में आकार लगी। उस गोली का हमें पता नहीं लगा, इतने में गोलियां चलनी बंद हो गई थी। पहली जांघ में जो गोली लगी थी, उसके ऊपर जीवन राम ने अपनी धोती फाड़ कर मरहमपट्टी कर दी, लेकिन दूसरी गोली का हमें पता नहीं लगा क्योंकि उसके ऊपर कमीज था। खून नीचे की ओर बहने लगा। बीरबल को मंच के पास लाया गया। बिहारी लाल कमिश्नर ने डाक्टरों और दूकानदारों को कह रखा था कि इनको कोई सहायता नहीं दी जावे। इलाज के अभाव में शाम 4.30 बजे बीरबल खत्म हो गया। इस सहादत का पता लगा तो चारों तरफ से आकर 15-20 हजार लोग रायसिंह नगर में उमड़ गए। सवेरे जब बीरबल मोची को दाह-संस्कार के लिए शमशान घाट की तरफ ले जाने लगे तभी बीरबल की पत्नी का गंगानगर से तार आया कि जब तक मैं अंतिम दर्शन न करलूँ दाह-संस्कार नहीं करें। सब लोग सकते में पड़ गए। इतने में बीरबल का मामा तथा उसके मामा का बेटा आगे आए और कहने लगे कि इसका दाह संस्कार कर दो, हम दोनों इसके लिए जिम्मेदार हैं।


[p.59]: बीरबल की बहू पहुंची तो उसका स्टेज पर मास्टर तेजराम ने माला डालकर स्वागत किया। वह बोली – "मेरे पति देश के लिए शहीद हो गए हैं मुझे संतोष है। मेरे लिए जमीन व आसमान मिल गए है"।

बीकानेर महाराज ने अपने राज में धारा 144 लगा दी। हम 84 आदमी जब स्टेशन पर पहुंचे तो जगदीश एस. पी. स्टेशन पर खड़े थे। वे हमारे तिरंगे झंडे को देख रहे थे। उन्होने हाथ जोड़कर कहा – “बेटो मेरी शान रखो, झंडे राजा ने माना कर रखे हैं”। मोहर सिंह ने कहा – झण्डा ज्यादा ऊंचा नहीं रखेंगे, कुछ ऊंचा रखकर ही जुलूस निकाल लेंगे और आपकी शान रख देंगे”। इस जलसे का प्रचार कई प्रान्तों में हुआ।

Notable persons

  • Ghanshyam Thori - Indian Administrative Service (2009). His Hometown is Raisinghnagar tehsil of Sriganganagar district, Rajasthan. Date of Birth : 2-December-1984, Permanent Address : M/s Nathu Ram Atma Ram, Shop No 110, New Dhan Mandi, Raisinghnagar (VPO), Sriganganagar, Rajasthan. Pin 335051, Present Address : 18/13, II Floor, Old Rajinder Nagar, Delhi, Mob: 9873793420, Email Address : gthori@gmail.com
  • Om Prakash Poonia - Date of Birth : 5-March-1975, Sr. Feild Representative IFFCO, Permanent Address : House no-33/2,ward no 18 , Raisinghnagar , Dist.-Sriganganagar (Raj), Present Address : C/o Rajkumar Singh,Vivekanand Colony,Aligarh Road,Hathras,(u.p.), Phone Number : 05722-276300, Mobile Number : 9956391218, Email Address : fo_hathras@iffco.nic.in

External links

http://en.wikipedia.org/wiki/Raisinghnagar Raisinghnagar at Wikipedia]

References

  1. Ganesh Berwal: 'Jan Jagaran Ke Jan Nayak Kamred Mohar Singh', 2016, ISBN 978.81.926510.7.1, p.57-59

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