Rampura Urf Ramsara

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Location of Tibbi in Hanumangarh district

Rampura Urf Ramsara (रामपुरा उर्फ रामसरा) or 3 Rwd is a village in Tibi tahsil of District Hanumangarh in Rajasthan.

Location

Village in located 3 kms north of Chauwali near the border of Haryana.

Jat Gotras

History

रामपुरिया गांव पूर्व में तहसील सिरसा जिला हिसार पंजाब का गांव था। बीकानेर महाराजा गंगासिंह (1880–1943) के समय सन् 1904 में 45-45 गांवों को आपस में अदल-बदल किया जिसके फलस्वरूप रामपुरिया गाँव पंजाब से राजस्थान में स्थानांतरित हो गया। वर्तमान में यह गाँव रामपुरा उर्फ रामसरा (3 RWD), तहसील टिब्बी, जिला हनुमानगढ़, के नाम से जाना जाता है।

लगभग 150 साल पहले जब गाँव बसा तो सर्वप्रथन बेनीवाल गोत्र के जाट यहाँ आए। उसके पश्चात गोदारा, पोटलिया, खीचड़, सिहाग, पूनियाथोरी जाट आकर इस गाँव में बसे।

रामपुरा उर्फ रामसरा के भांभू

भांभू गोत्र के बड़वा के अनुसार भांभू, डूकिया और डोटासरा तीनों गोत्र का नख तोमर है। भांभू गोत्र के लोग दिल्ली से निकल कर पहले भरतपुर में आबाद हुये, उसके पश्चात फ़तेहपुर जिला सीकर में आबाद हुये। वहाँ से चलकर वे राजलवाडा गाँव (तहसील:सरदारशहर, जिला:चुरू) में बसे।

भांभूगोत्र में चौधरी मघाराम भांभू सर्वप्रथम राजलवाडा गाँव (तहसील:सरदारशहर, जिला:चुरू) से रामपुरिया आकर बसे। वे अपने भांजे ढाका गोत्र के जाटों को भी लेकर आए और गांव में उनको बसाया।

वर्तमान में गांव में भांभू गोत्र के 15 घर हैं। चौधरी मघाराम भांभू के 4 बेटे व 2 बेटियाँ हैं। वे कृषि और पशुपालक थे। यहाँ बसे सभी भांभू परिवार उनके ही वंशज हैं। उन्होंने वहाँ एक बड़ा चौक व कुंड बनाकर वहां मोर और अनेक पक्षियों को रोज दाना-पानी देने लगे। वहीं पर आवारा गायों की भी निस्वार्थ जीवनपर्यंत सेवा करते रहे। आपने शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया तथा प्राथमिक विद्यालय बनाने के लिए ईंट व सीमेंट का दान किया। उसी समय रामपुरा में एक कच्चा कुआं होता था। गांव वालों का सहयोग लिया और आपने ईंट-सीमेंट उसके लिए सहयोग में दिया तब गांव से 3 किलोमीटर दूर कुए को पक्का करवाया। मगाराम के तीन बेटे आसाराम, लादूराम व बीरबलराम थे। उनके सबसे छोटे बेटे बीरबलराम ने अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए 40 वर्षों तक गौ-सेवा की, गांव में गौशाला का निर्माण कराया तथा उसके जीवनपर्यंत अध्यक्ष रहे। उन्होंने 5 बीघा भूमि गौशाला के नाम पर रजिस्ट्री करवाई। गौशाला की चारदीवारी बनवाई और 6 बड़े शेड का निर्माण करवाया। इसको विकसित कर 650 से ज्यादा गायों का रखरखाव किया। यह कार्य अब भी चल रहा है। चौधरी बीरबलराम भांभू के 7 बेटे व 3 बेटियाँ हैं।

इसी क्रम में समाज सेवा करते हुए अपनी उम्र के आखिरी पड़ाव में अपने प्रयासों से गांव के स्कूल को क्रमोन्नत कर सेकेंडरी स्कूल करवाया। धर्म के प्रति गहरी आस्था रखने वाले बीरबलराम जी भांभू ने ठाकुर जी के मंदिर के निर्माण और गोकुल पीर जी के मेडी के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान कर पूरा करवाया।

चौधरी बीरबलराम जी ने जीवन के अंतिम पड़ाव में मुख्य सड़क पर स्थित एक बीघा भूमि पंचायत को शमशान घाट के लिए दान देकर भूदान के लिए लोगों को प्रेरणा का संदेश दिया।

उन्हें इलाके में गौ-भक्त के नाम से जाना जाता है। उन्होंने नीमला, धोलपालिया व अन्य कई गांवों में गौशाला स्थापना में मदद की। एक बार अपनी बेटी से मिलने वे नीमला गांव गए। उन्होंने गांव के चौपाल में एक पैर टूटी हुई गाय को देखकर उस गाय का वही पट्टाकर इलाज शुरू कर दिया। यह देख कर गांव के लोगों में भी प्रेरणा मिली और गांव के लोगों ने इकट्ठा होकर नीमला गांव के लोगों में गौशाला की घोषणा कर दी। जहां आज एक हजार से ज्यादा गाय मौजूद हैं।

संदर्भ: भागीरथ भांभू पुत्र श्री बीरबलराम, गांव रामपुरा, तहसील टिब्बी, जिला हनुमानगढ़ 94140 38438 हाल मुकाम: 222 डॉ राजेंद्र नगर-ए, मानसरोवर, जयपुर

Population

Notable persons

Vikas Bhambhu (Major) became martyr on 21.10.2022 in a helicopter crash at Migging village in the border state Arunachal Pradesh's Upper Siang district on Friday 21.10.2022. Along with Maj Vikas Bhambhu, Maj Mustafa Bohara, Cfn Aswin KV, Hav Biresh Sinha & Nk Rohitashva Kumar Khairwa laid down their lives in the line of duty in helicopter crash at Migging, Arunachal Pradesh. Vikas Bhambhu was from village Rampura Urf Ramsara or 3 Rwd in Tibi tahsil of District Hanumangarh in Rajasthan.

  • भागीरथ भांभू: पुत्र श्री बीरबलराम, अनेक वर्षों तक केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया के निज सहायक रहे हैं।
  • कमला देवी भांभू: पत्नी बृजलाल जिला परिषद सदस्य रही हैं।
  • राजाराम भांभू: वर्तमान में गौ-सेवा समिति रामपुरा के अध्यक्ष हैं।
  • सुखवीर सिंह भांभू: वकील
  • विकास भांभू: पुत्र भागीरथ भांभू भारतीय सेना में मेजर है और भटिंडा में पदस्थ हैं।
  • आत्मा राम भांभू: पुत्र हरीराम भांभू सिंचाई विभाग हिसार हरियाणा में अधिशासी अभियंता(एस.ई.) हैं।
  • मनीराम भांभू: वकील हैं और ग्राम सेवा सहकरु समिति के पूर्व अध्यक्ष हैं।
  • महावीर गोदरा - पूर्व सरपंच
  • मीरा गोदरा - पत्नी महावीर गोदरा पूर्व सरपंच
  • सुरजाराम गोदरा - नंबरदार था जब गाँव बसा था।
  • Awantika Chaudhary (Bhambhu) - D/O Rajaram Bhambhu, M.Tech. from IIT Delhi, From Rampura Urf Ramsara, Tibbi, Hanumangarh, Rajasthan, Married with Dalip Kumar Dhatarwal, IAS, MP Cadre -2019
Capt Vikas Bhambhu in passing out parade
Fledgling Trophy
Silver Cheeta Trophy

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External links

References



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