Talakata
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Talakata (तालाकट) was name of a country mentioned in Mahabharata. It was subjugated by Sahdeva.
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History
तालाकट
विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ...तालाकट (AS, p.399) : 'तत: स रत्नान्यादाय पुन: प्रायाद् युधाम्पति: तत: शूर्पारकं चैव तालाकट मथापिच, वशेचक्रे महातेजा दंडकांश्च महाबल:' महाभारत, सभापर्व 31, 65-66. पाण्डव सहदेव ने इस स्थान को अपनी दिग्विजय यात्रा में विजित किया था। इसकी स्थिति शूर्पारक या वर्तमान सोपारा के निकट रही होगी।
तालाकट परिचय
तालाकट कावेरी नदी के बाएँ किनारे पर स्थित रेगिस्तान की तरह का शहर है। यहाँ कावेरी नदी एक तेज मोड़ बनाती है। तालाकट मैसूर, कर्नाटक से 45 कि.मी तथा बैंगलोर से 133 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। यह एक ऐतिहासिक स्थल है।
'तत: स रत्नान्यादाय पुन: प्रायाद् युधाम्पति: तत: शूर्पारकं चैव तालाकट मथापिच, वशेचक्रे महातेजा दंडकांश्च महाबल:' महाभारत, सभापर्व 31, 65-66. पाण्डव सहदेव ने इस स्थान को अपनी दिग्विजय यात्रा में विजित किया था। इसकी स्थिति शूर्पारक या वर्तमान सोपारा के निकट रही होगी।
किसी समय तालाकट में 30 से भी अधिक मन्दिर थे। अब कई मन्दिर रेत में समा गये हैं। अब यह एक आध्यात्मिक और तीर्थ यात्रा केन्द्र है।
In Mahabharata
Talakata (तालाकट) in Mahabharata (II.28.43)
Sabha Parva, Mahabharata/Book II Chapter 28 mentions Sahadeva's march towards south: kings and tribes defeated. Talakata (तालाकट) is mentioned in Mahabharata (II.28.43).[2].....And the master of battle then, having exacted jewels and wealth from king Rukmin, marched further to the south. And, endued with great energy and great strength, the hero (Sahadeva) then, reduced to subjection, Shurparaka and Talakata, and the Dandakas also.
External links
References
- ↑ Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.399
- ↑ ततः शूर्पारकं चैव गणं चॊपकृताह्वयम (?=तालाकट मथापिच), वशे चक्रे महातेजा दण्डकांश च महाबलः (II.28.43)