Virendra Singh Kuntal
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Virendra Singh Kuntal (Rifleman) (01.07.1974 - 25.06.1999) is a Martyr of Kargil war from Rajasthan. He was from village Ajan in Kumher tehsil of Bharatpur district in Rajasthan. He became martyr on 25.06.1999 during Operation Vijay in Kargil War. He belonged to Unit-11 Raj Rifles.
बीरेन्द्र सिंह कुन्तल का परिचय
राइफलमैन बीरेन्द्र सिंह कुन्तल
01-07-1974 - 25-06-1999
वीरांगना - श्रीमती गायत्री देवी
यूनिट - 11 राजपुताना राइफल्स
तुर्तुक सब सेक्टर की लड़ाई
ऑपरेशन विजय
कारगिल युद्ध 1999
राइफलमैन बीरेन्द्र सिंह कुन्तल का जन्म 1 जुलाई 1974 को राजस्थान के भरतपुर जिले की कुम्हेर तहसील के अजान गांव में चौधरी श्री चेतराम कुन्तल एवं श्रीमती विध्यादेवी के परिवार में हुआ था। 20 जून 1996 को वह भारतीय सेना की राजपुताना राइफल्स रेजिमेंट में भर्ती हुए थे।
ऑपरेशन विजय में राइफलमैन बीरेन्द्र सिंह 11 राजपुताना राइफल्स की चार्ली कंपनी की सात प्लाटून में थे। 25 जून 1999 को तुर्तुक सेक्टर के हनीफ सब सेक्टर में दुश्मनों से लड़ते समय बम फटने से वह वीरगति को प्राप्त हुए थे।
उस समय वीरांगना गायत्री देवी ने समाज की तमाम वर्जनाओं को तोड़ते हुए पति की अर्थी को कंधा देकर इतिहास रचा था। जो उस समय काफी चर्चा का विषय भी रहा था। तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम में कहा था कि जब तक गायत्री देवी जैसी वीरांगनाएं है तब तक भारत की संप्रभुता पर कोई संकट नहीं आ सकता है।
राइफलमैन बीरेन्द्र सिंह के बलिदान को देश युगों युगों तक याद रखेगा।
शहीद को सम्मान
शहीद वीरेन्द्र सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, अजान
स्रोत
चित्र गैलरी
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शहीद बीरेन्द्र सिंह कुन्तल
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शहीद बीरेन्द्र सिंह कुन्तल
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शहीद वीरेन्द्र सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, अजान
External links
References
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