Bapeu

From Jatland Wiki
Location of Dungargarh in Bikaner district

Bapeu (बापेऊ) is a Village in Dungargarh tahsil of Bikaner district in Rajasthan.

Location

Origin

The Founders

History

चूरु मण्डल मे जैन धर्म

चूरु मण्डल मे जैन धर्म की विद्यमानतका प्रथम संकेत (रिणी) तारानगर के जैन मंदिर से मिलता है जो विक्रम की 10 वीं शताब्दी के अंतिम वर्षों मे बना माना जाता है। प्राचीन फोगपत्तन (फोगां, तहसील सरदारशहर) भाड़ंग (तहसील तारानगर) जो अब थेड़ मात्र रह गया है। ये संभवत: जैन धर्म के प्राचीन मुख्य स्थान हैं । जैन धर्म के पहले मुख्य दो गच्छ क्रमश:खरतरगच्छ (संवत 1204) और लौकागच्छ (संवत 1533) थे। इसमे खरतरगच्छ के आचार्य युग प्रधान जिनचन्द्र सूरी ने संवत 1625 (सान 1568 ई. मे ग्राम बापडाउ (बापेउ, डूंगरगढ़) तथा संवत 1637 (सान 1580 ई) मे ग्राम सेरूणा (डूंगरगढ़) मे चातुर्मास किए। [1]

जिनरत्न सूरी के पट्टधर जिंचन्द्र सूरी और उनके पट्टधर जिनसुख सूरी हुये जो फ़ोगापतन (फोगा) के थे जिन्हें संवत 1762 आषाढ़ शुक्ल 11 को गच्छ नायक पद प्राप्त हुआ। संवत 1780 ज्येष्ठ कृष्ण 3 सान 1723 ई को रिणी (तारानगर) मे जिनमुख सूरि ने जिनभक्ति सूरी को गच्छ नायक पद प्रदान किया और स्वर्गस्थ हुये । [2]

Jat Gotras

Population

Notable Persons

External Links

References

  1. 'श्री सार्वजनिक पुस्तकालय तारानगर' की स्मारिका 2013-14: 'अर्चना' में प्रकाशित अशोक बच्छावत (अणु) का लेख 'जैन परम्परा' पृ.76
  2. 'श्री सार्वजनिक पुस्तकालय तारानगर' की स्मारिका 2013-14: 'अर्चना' में प्रकाशित अशोक बच्छावत (अणु) का लेख 'जैन परम्परा' पृ.76

Back to Jat Villages