Triveni Devi

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Thakur Deshraj with wife Smt Triveni Devi

Triveni Devi was freedom fighter and social worker from Bharatpur, Rajasthan. She was wife of Thakur Deshraj. She was born in the village Ardaya (अरदाया) in Kiraoli tahsil of Agra district in Uttar Pradesh.

पारिवारिक जीवन

ठकुरानी त्रिवेणी देवी पुत्र शेर सिंह के साथ

ठाकुर साहब को जीवन की ऊँचाइयों तक पहुँचाने में आपकी पहली पत्नी श्रीमती उत्तमा देवी का महत्वपूर्ण योग रहा है जो आगरा जिले के कठवारी ग्राम के एक सामान्य कृषक परिवार से थी. वे ठाकुर साहब के साथ सुख-दुःख की हर घड़ी में सच्ची अर्द्धांगिनी सिद्ध हुई. शेखावाटी किसान आन्दोलन में हर मोर्चे पर आर्य समाज के भजनोपदेशक के रूप में सक्रीय सहयोग देने वाले और सामंती तत्वों के कोपभाजन बन अनेक पीड़ाओं को हंसते-हंसते सहन करने वाले ठाकुर हुकम सिंह श्रीमती उत्तम देवी के सगे भाई थे. [1]


ठाकुर देशराज की पहली पत्नी की असमय मृत्यु के कारण ठाकुर साहब की दूसरी शादी अछनेरा के समीप अरदाया गाँव में श्रीमती त्रिवेणी देवी के साथ हुई. श्रीमती त्रिवेणी भी श्रीमती उत्तमा देवी के समान ही ठाकुर साहब की सच्चे अर्थों में जीवनसंगिनी थी. वे स्वतंत्रता आन्दोलन में भी निरंतर सक्रिय रहीं तथा डेढ़ वर्ष के कारावास की सजा भी भोगी. [2]

दोनों पत्नियों के अलावा ठाकुर साहब का साथ संकट की घड़ियों में देने वाले उनके अनुज खड़गसिंह थे. ठाकुर साहब द्वारा लिखे गए संस्मरण 'मेरी जेल यात्रा के १०८ दिन' में इनका अनेक स्थानों पर उल्लेख मिलता है. ठाकुर साहब के एक मात्र पुत्र हरिसिंह वर्तमान में एक सहकारी बैंक में मैनेजर पद पर कार्यरत हैं. [3]

References

  1. हरभान सिंह 'जिन्दा: ठाकुर देशराज - राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम के अमर पुरोधा, राजस्थान स्वर्ण जयंती प्रकाशन समिति जयपुर के लिए राजस्थान हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा प्रकाशित, वर्ष २००३, पृ. ३७
  2. हरभान सिंह 'जिन्दा: ठाकुर देशराज - राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम के अमर पुरोधा, राजस्थान स्वर्ण जयंती प्रकाशन समिति जयपुर के लिए राजस्थान हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा प्रकाशित, वर्ष २००३, पृ. ३७
  3. हरभान सिंह 'जिन्दा: ठाकुर देशराज - राजस्थान में स्वतंत्रता संग्राम के अमर पुरोधा, राजस्थान स्वर्ण जयंती प्रकाशन समिति जयपुर के लिए राजस्थान हिंदी ग्रन्थ अकादमी द्वारा प्रकाशित, वर्ष २००३, पृ. ३७

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