जमाना बदल गया - मारवाड़ी

saluram

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जमाना बदल गया - मारवाड़ी

भाईचारो मरतो दीखे,
पईसां लारे गेला
होग्या।

घर सुं भाग गुरुजी बणग्या,
चोर उचक्का चेला होग्या,


चंदो खार कार
में घुमे,
भगत मोकळा भेळा होग्या।

कम्प्यूटर को आयो जमानो,
पढ़ लिख ढ़ोलीघोड़ा होग्या,


पढ़ी-लिखी लुगायां ल्याया
काम करण रा फोङा होग्या ।


घर-घर गाड़ी-घोड़ा होग्या,
जेब-जेब मोबाईल होग्या।


छोरयां तो हूंती आई पण
आज पराया छोरा होग्या,


राल्यां तो उघड़बा लागी,
न्यारा-न्यारा डोरा होग्या।


इतिहासां में गयो घूंघटो,
पाऊडर पुतिया मूंडा होग्या,


झरोखां री जाल्यां टूटी,
म्हेल पुराणां टूंढ़ा होग्या।


भारी-भारी बस्ता होग्या,
टाबर टींगर हळका होग्या,

मोठ बाजरी ने कुछ पूछे,
पतळा-पतळा फलका होग्या।


रूंख भाडकर ठूंठ लेयग्या
जंगळ सब मैदान होयग्या,


नाडी नदियां री छाती पर
बंगला आलीशान होयग्या।


मायड़भाषा ने भूल गया,
अंगरेजी का दास होयग्या,


टांग कका की आवे कोनी
ऐमे बी.ए. पास होयग्या।


सत संगत व्यापार होयग्यो,
बिकाऊ भगवान होयग्या,

आदमी रा नाम बदलता आया,
देवी देवता रा नाम बदल लाग्या

भगवा भेष ब्याज रो धंधो,
धरम बेच धनवान होयग्या।


ओल्ड बोल्ड मां बाप होयग्या,
सासु सुसरा चौखा होग्या,


सेवा रा सपनां देख्या पण
आंख खुली तो धोखा होग्या।


बिना मूँछ रा मरद होयग्या,
लुगायां रा राज होयग्या,


दूध बेचकर दारू ल्यावे,
बरबादी रा साज होयग्या।


तीजे दिन तलाक होयग्यों,
लाडो लाडी न्यारा होग्या,


कांकण डोरां खुलियां पेली
परण्या बींद कंवारा होग्या।

बिना रूत रा बेंगण होग्या,
सियाळा में आम्बा होग्या,


इंजेक्शन सूं गोळ तरबूज
फूल-फूल कर लम्बा हो गया


दिवलो करे उजास जगत में
खुद रे तळे अंधेरा होग्या।


मन मरजी रा भाव होयग्या,
पंसेरी रा पाव होयग्या,


 
Last edited:
भारी-भारी बस्ता होग्या,
टाबर टींगर हळका होग्या,

ye baat to humare jamane ki hai, lekin ab to bacchon ke bhi lockers ho gaye
:singing:
 
भारी-भारी बस्ता होग्या,
टाबर टींगर हळका होग्या,

ye baat to humare jamane ki hai, lekin ab to bacchon ke bhi lockers ho gaye
:singing:

न ऐसा कोई बदलाव मुझे तो नजर नहीं आ रहा हैं, मेरा बेटा lkg में पढ़ रहा है सब नोट्स बुक्स और बुक्स मिलाकर २५ बुक्स लेके जाता हैं जबकि फ़िलहाल तो उसको सिर्फ स्लेट की जरूरत हैं। हम तो तीसरी में भी स्लेट से काम चला लिया करते थे।
वैसे हमारे ज़माने से क्या मतलब ? आप क्या हिटलर की दादी की परदादी के ज़माने की हो क्या ??
 
न ऐसा कोई बदलाव मुझे तो नजर नहीं आ रहा हैं, मेरा बेटा lkg में पढ़ रहा है सब नोट्स बुक्स और बुक्स मिलाकर २५ बुक्स लेके जाता हैं जबकि फ़िलहाल तो उसको सिर्फ स्लेट की जरूरत हैं। हम तो तीसरी में भी स्लेट से काम चला लिया करते थे।
वैसे हमारे ज़माने से क्या मतलब ? आप क्या हिटलर की दादी की परदादी के ज़माने की हो क्या ??
fir to school old fashioned hai.....aur wo bhi karnataka mein......itna pichhda hua place hai :moon:
 
tabhi, I never find interesting Karnataka
फिर एक काम करो आप हरियाणा में एक बढ़िया सी जगह देख लो हम तो वहां सोना भी बेचेंगे और छोरा टाबरियां ने पढ़ाएंगे भी.......
 
फिर एक काम करो आप हरियाणा में एक बढ़िया सी जगह देख लो हम तो वहां सोना भी बेचेंगे और छोरा टाबरियां ने पढ़ाएंगे भी.......

main padhaungi, aap unke baarnvi uttirn hote hi maa-baap ki salah kar apno kaam kar liyo........dahej bhi to dena hota hai byah ke teim .....mujhe to pahanna pasand hi nahi hai....... :topsy_turvy: .....ek patli si taar ho to kud-kud pahan leti hun, warna bhari-bhari to rula dete hain
 
main padhaungi, aap unke baarnvi uttirn hote hi maa-baap ki salah kar apno kaam kar liyo........dahej bhi to dena hota hai byah ke teim .....mujhe to pahanna pasand hi nahi hai....... :topsy_turvy: .....ek patli si taar ho to kud-kud pahan leti hun, warna bhari-bhari to rula dete hain
bhari gahne to muslim aur vishnoi log bahut pehnte hain. ek ek kg ke anklet bhi pahnte hain..
 
haan, wahi to

ज्यादा गहने बिकेंगे तो ही हमारी गाड़ी अच्छी चलेगी। सब लोग आपके जैसी पतली पतली तार पहनने लग जाये तो हम जैसे ज्वैलर्स का क्या होगा?
 
ज्यादा गहने बिकेंगे तो ही हमारी गाड़ी अच्छी चलेगी। सब लोग आपके जैसी पतली पतली तार पहनने लग जाये तो हम जैसे ज्वैलर्स का क्या होगा?

westernization bhrata! :triumphant:
 
naa ji naa hum aur humare grahak indian bane rahe to hi thik hain ...
hahahahahahahahaha............theek hai to........pahle chaar-paanch black scouts ka intezaam karwana padega......tab sunar ki dukaan banke bahar nikla jaayega ...... :nonchalance:
 
Delhi NCR mein yahi mahaul hai, Ram Ji.......do kadam jaane ke liye bhi Gaadi ka istemal karti hain bahuein aur ghar aate hi saans mein saans aata hai ;).....hehehe.......pahanna bhi jaroori hai, aapwali baat hai, pahne to kuchh dikhe to sahi ki sona jyada bhari hai ya pahanne wala :cool:
 
Delhi NCR mein yahi mahaul hai, Ram Ji.......do kadam jaane ke liye bhi Gaadi ka istemal karti hain bahuein aur ghar aate hi saans mein saans aata hai ;).....hehehe.......pahanna bhi jaroori hai, aapwali baat hai, pahne to kuchh dikhe to sahi ki sona jyada bhari hai ya pahanne wala :cool:
औरतें होती भी ऐसी ही हैं। हमारे मारवाड़ में एक कवि ने महिलाओं का बखाण कुछ युहं किया हैं :-
त्रिया तेरी गेली जात।
भरये घड़े करे बात,
धोवे पोतड़िया सूंघे हाथ।।

औरतें घड़ा सर पर रखकर एक घंटा बातों में व्यतीत करेगी लेकिन घर पहुंचते ही अपने पति पर चिल्लाती हैं कि जल्दी से घड़ा उतराओ, सर दर्द हो रहा हैं।।
और छोटे बच्चे के पोतड़ियो(कपड़ा) को साफ करने के बाद हाथ जरूर सूँघेगी जैसे सेंट कितना सुंगंध दे रहा हैं।
 
औरतें होती भी ऐसी ही हैं। हमारे मारवाड़ में एक कवि ने महिलाओं का बखाण कुछ युहं किया हैं :-
त्रिया तेरी गेली जात।
भरये घड़े करे बात,
धोवे पोतड़िया सूंघे हाथ।।

औरतें घड़ा सर पर रखकर एक घंटा बातों में व्यतीत करेगी लेकिन घर पहुंचते ही अपने पति पर चिल्लाती हैं कि जल्दी से घड़ा उतराओ, सर दर्द हो रहा हैं।।
और छोटे बच्चे के पोतड़ियो(कपड़ा) को साफ करने के बाद हाथ जरूर सूँघेगी जैसे सेंट कितना सुंगंध दे रहा हैं।

aapko iski vyakhya dene ki zaroorat nahi thi, kyunki ye to main bhi jaanti hun.......humare yahan thora trend dusra hai......aurtein yahan bhi khadi ho jaati hain baat karnein.....ek ke haath mein doodh ka dol aur ek ke haath kude se bhara dustbin.....hehehe.....saari duniyadaari khatam karke aage chalti hain. Tab unka chikanguniya bhi pata nahi kahan jata hai.......aata goondne ki sochte hi ekdum se yaad aa jata hai ki unki to tabiyat kharab thi .......hehehehe
 
aapko iski vyakhya dene ki zaroorat nahi thi, kyunki ye to main bhi jaanti hun.......humare yahan thora trend dusra hai......aurtein yahan bhi khadi ho jaati hain baat karnein.....ek ke haath mein doodh ka dol aur ek ke haath kude se bhara dustbin.....hehehe.....saari duniyadaari khatam karke aage chalti hain. Tab unka chikanguniya bhi pata nahi kahan jata hai.......aata goondne ki sochte hi ekdum se yaad aa jata hai ki unki to tabiyat kharab thi .......hehehehe
kitni himmat wali ho kabool to karti ho ki auraten aisi hoti hain .. humare yahan ki lugaiyan to puri ki puri baaton ko dakaar jati hain
 
kitni himmat wali ho kabool to karti ho ki auraten aisi hoti hain .. humare yahan ki lugaiyan to puri ki puri baaton ko dakaar jati hain
himmat to samay rahte aa jaati hai khud se, pahle to main mummy par gussa kiya karti thi ki kya gandi adat hai, lekin ab khud bhi auntie ho gayi hun :cool:
 
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