नमस्कार!! मैं अरविन्द केजरीवाल बोल रहा हूँ|

नमस्कार!! मैं अरविन्द केजरीवाल बोल रहा हूँ|

ओहो प्रभु बचाओ मुझे| कल सुबह ऑफिस जाने के लिए गाडी का एफएम ऑन किया ही था कि कानो में पड़ा “नमस्कार!! मैं अरविन्द केजरीवाल बोल रहा हूँ|” मैं तो जैसे सीट से उछल ही पड़ा| पीछे मुड़कर बैक सीट पर देखा कही आवाज पीछे से तो नहीं आयी| आम आदमी है क्या पता आज मेरी ही गाडी में लिफ्ट ले ली हो| खैर जान में जान आई जब फिर से एफएम पर यही बजा| यह तो युगपुरुष जी का नया एड था| दिल्ली को साफ़ करने का|

आजकल पूरी दिल्ली को चमकाने की धुन शिद्दत से उनके सर पर सवार है| वैसे ही जैसे कभी जनलोकपाल बिल पास करने की थी| रातोंरात भ्रष्टाचार ख़त्म करने की थी| शीला दीक्षित को जेल भेजने की थी| एक आम आदमी बनने की थी|

लेकिन अबकी बार तो शायद उनका इरादा चमत्कार करने का है| बीजेपी वाली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर दिल्ली को साफ़ करने निकले है| लेकिन शर्त एक है| जहाँ भी सफाई होगी बस झाड़ू से ही होगी| क्योंकि इससे आम आदमी को काम मिलेगा| जेसीबी मशीन का इस्तेमाल तो कतई नहीं होना है| क्योंकि यह अम्बानी या अदानी की हो सकती है|

चारो तरफ सफाई का शोर है| सोचा था आज प्रगति मैदान जाकर ट्रेड फेयर ही देख आऊँ| पर पता चला आज तो कार फ्री डे घोषित किया हुआ है| मन ही मन बुदबुदाया कभी “आप फ्री डे” भी आएगा| मेट्रो में सवार हुआ तो वहाँ भी जहां-तहां क्लीन दिल्ली के विज्ञापनों की भरमार थी| यहाँ तो पहले ही काफी सफाई है| यहाँ क्या ज़रुरत थी टॉर्चर करने की|

पहले क्या कम एड छपवाए थे “आपने”| जैसे-जैसे डेंगू से लोगो के खून से प्लेटलेट्स कम हो रही थी उसी हिसाब से आपका विज्ञापन का बज़ट बढता जा रहा था|बस लोगो को यह बताने के लिए कि प्रधानमंत्री उनको काम नहीं करने दे रहे| दिल्ली पुलिस तो ऐसे मांग रहे थे कि जैसे दिल्ली पुलिस न हो बल्कि गोरखा बटालियन हो| कि मिलते ही कल चीन पर चढाई कर देंगे|

खैर रोजाना अपने गाडी के एंटीना को डिटर्जेंट से साफ़ करता हूँ| इस उम्मीद से कि कभी तो यह फ्री वाई-फाई के सिग्नल पकड़ेगा| पर वाह री किस्मत तू भी केजरीवाल के 70 चुनावी वायदों की लिस्ट की तरह दगा दे गयी|

अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ हो तो शेयर करे|
 
हा हा हा !पन्द्रह लाख दिलवा दो तों फ्री का वाई फाई एक मेट्रो रूट पर मेरी और से !
 
Modi to Kejriwal – Wi-Fi kab se chalu hoga?
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Kejriwal – Bas ‘Acche din’ aate hi…
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फिर से सफाई आयी है। गलत समझे दिल्ली की नहीं केजरीवाल जी की। सबको घूम-घूम कर सफाई दे रहे है। बहुत बड़ी साज़िश है जी। आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की। ईमानदारी तो हमारे डीएनए में है।

वो तो बस पटना तक लालू जी को मुबारकबाद देने गये थे। हमने तो बस हाथ मिलाने की सोची थी। लेकिन लालू जी तो पीके की तरह हमारी ईमानदारी का डाउनलोड लेने के फ़िराक में थे। वो तो भला हो हमारी ईमानदारी की इम्युनिटी का कि हमारा कुछ नहीं बिगड़ा। जब हाथ मिलाने से काम नहीं बना तो लालू जी ने खीचकर हमें गले से लगाने की कोशिश की। हमारा हाथ भी हवा में लहरा दिया।

लेकिन मैं बता रहा हूँ जी। ये सब बीजेपी के इशारे पर हुआ है जी। मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा। मैं बहुत जल्द एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सबका भंडा फोड़ दूंगा। मेरे पास सबके डॉक्यूमेंट है। सबको एक-एक फोटोकॉपी मिल जायेगी। जरूरत पड़ी तो धरना देने से भी पीछे नहीं हटूंगा। हमारी ईमानदारी हमसे कोई नहीं छीन सकता।:stupid:

http://www.hindustantimes.com/india...fter-uproar/story-HQJP2EaBSRNISKWqJdGCdK.html

भारत माता की जय।
 
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खबर है कि दिल्ली में एक बम फूटने वाला है| घबराइए मत| यह जनलोकपाल का सुतली बम है| जो पिछले दो-तीन साल से लगातार फुस्स हो रहा है| पिछली बार जब फुस्स हुआ था तो युगपुरुष जी को शहीद कर गया था|

अबकी बार केजरीवाल जी ने इसे पास कराने कि ठानी है| तभी तो दिल्ली में होने वाले किसी भी भ्रष्टाचार में केंद्र सरकार के मंत्रियो को भी लपेटने का प्रावधान जोड़ दिया है| वो भी एलजी साहब से पूछे बिना| पहले ही ऐसा जुगाड़ कर दिया है कि बिल का फुस्स होना तय है|

वैसे भी जनवरी में दिल्ली में डब्ल्यू डब्ल्यू ई की रेसलिंग होने वाली है| क्यों न लगे हाथ एक कुश्ती केजरी और एलजी साहब की भी करा दी जाये| रोज-रोज की चिकचिक से पीछा छूटे| वैसे आइडिया बुरा नहीं है|;)
 
I won't be surprised if Kejriwal and his government celebrates the Aurangzeb's birthday in red fort and his entire cabinet offers Namaz at Jama maszid.

RK^2
 
Salary Increase of MLA in Delhi

I discard AAP's policy of increasing MLA's salary to perform honestly for these 2 reasons.

First, Public figures are supposed to lead by example instead of leading by salary package. If Delhi Govt. is increasing MLA's salary to perform honest then should we assume that they are not honest. If they are not honest then how could we expect them to perform honestly after this salary increase ? I wonder if they don't become greedy. Providing more money and leisure results more towards corruption than honesty.

Second, common people are more vulnerable to corruption than high profile people due to circumstances. So, salary increase of common people would be more effective than of high profile people. We have seen countless scams around us. How many of them are done by common people as compared to high profile people ? Most of the scams were done by politicians, businessmen and high salaried employees. It simply proves that being rich and famous have nothing to do with honesty but certainly have a tendency to become greedy.

AAP is trying to think out of box instead of fixing their own fundamentals. This is time for AAP to find solutions for people's problems but they are just doing the opposite i.e. their every solution is breeding new problems.

News Makers ?
 
Honesty or greed are the basic traits of any personality apart from few exceptions. If we try to generalize then approx 25 to 50 % of the honest people are vulnerable to change their path due to any given circumstances. Half of them becomes corrupt because they see people around them are doing it without any harm to their reputation. They declare themselves flexibles as they switch in between honest and corrupt nature from time to time. So, the statistics is 25% corrupt, 25% flexibles while rest 50% are honest. I suppose i am not exaggerating by assuming that 50% people are honest by nature.

Now, we assume that AAP formula could stop the 25% flexibles from being corrupt. But it won't decrease the corruption level because 25% corrupt people are still there and they are greedy and eager to share the stake of flexibles. Ultimately, we ended up from where we started.
 
AAM aadmi party is a party with a difference. It has stand out clearly after winning last elections and defeating various right wing powers. There is a great representation of candidate from every religion which is clearly make it a secular party. Last Delhi budget clearly shows how effective is AAP. So much focus on health, education and welfare of people on contrary to parties like BJP who are just focusing on favoring businessmen. Wishing all the best to AAP and hope other secular parties must come forward to make an alliance to defeat divisive powers.
 
One MLA/Minister going to jail per month surely a great representation of candidates from every crime. People remember the day when Kejriwal declared that he himself have checked the background of every candidate and they all are clean. This man lost all of his credibility as a person or a politician.
 
It's just politics nothing else, people expects a lot of things from them but they are also more or less same to else political parties.As far as candidates are concerned only winning factor was taken into consideration while giving tickets to the candidates. They consider Whosoever got ticket or are follower of this party are clean rest all are corrupt.
 
लो जी एक और शिगूफा छोड़ दिया हमारे युगपुरुष जी ने| लगता है लोगो के अंकगणित ज्ञान की परीक्षा ली जाने वाली है| फरमान आया है कि 1 जनवरी से सम और विषम अंको वाली नंबर प्लेट की कार हफ्ते के अलग-अलग दिनों में दौड़ेगी दिल्ल्ली की सडको पर|

लगता है केजरी जी ने तुगलक को चुनौती देने कि ठान ली है| भला कौन समझाए इनको कि खुदा ना खास्ता अगर किसी को कोई इमेरजेंसी हो तो क्या वो पहले कैलकुलेटर निकालकार नंबर प्लेट और हफ्ते का हिसाब लगाएगा|
माना कि दिल्ली में प्रदूषण बहुत है| जिसकी वज़ह से लोगो का दिमाग पहले से ही जाम है| अब रोज़ घर से निकलने से पहले और माथापच्ची करनी पड़ेगी|

हालत यह हो गयी है कि वैवाहिक विज्ञापन देने वाली साइटे भी सुझाव दी रही है कि अगर आपकी गाडी का नम्बर सम है तो आपका आइडियल मैच विषम नम्बर की गाडी वाला पार्टनर होगा|

वाह रे केजरी तेरी लीला अपरम्पार|अब फिर से दिल्ली पुलिस से दो-दो हाथ करना कि वो चलती गाडी के नम्बर का टोटल करने में घोटाला कर रही है|
काश तुमने भारतीय राजस्व विभाग की नौकरी छोड़ने के बाद किसी कॉमन सेन्स कॉलेज में दाखिला लिया होता तो आज दिल्ली वालो के ये दिन ना देखने पड़ते|
 
युगपुरुष जी के तर्कों को चुनौती नहीं दी जा सकती है। अगर वो सोचते है कि विधायको की तनख्वाह बढ़ाने से वो भ्रष्टाचार से दूर रहेंगे तो ऐसा मान लेने में ही भलाई है। तनख्वाह बढ़ने के बाद कम से कम वो जो भी करेंगे बड़ा करेंगे। कम से कम किसी रिक्शा या ऑटो घोटाले में तो नहीं पकडे जायँगे।:stupid:
 
युगमुरूष के तर्क हमेशा सकरात्मक सोच के साथ ही देखे जाने चाहियें ! इस कदम से भ्रष्टाचार भले कम हो ना हो लेकिन आप लोगों के तो फ़ायदे है !

विधायकों के वेतन के साथ साथ कार लोन में जो अभूतपूर्व इजाफ़ा किया है उससे भी उन्होने एक तीर से दो शिकार मारने की कोशिश की है ! कार लोन 4 लाख से बढाकर 12 लाख कर दिया है ताकि विधायक महंगी गाङियां तो ले सके लेकिन सम ओर विषम नम्बर वाली योजना लाकर उनकी मटरगश्ती पर भी रोक लगाने का इंतजाम कर दिया ! आप के विधायकों ने भी तू डाल डाल मैं पात पात की तर्ज पर अपना तरीका निकाल लिया है ! अब दो विधायक आपस में सलाह करके अपनी नई गाङियों के सम ओर विषम नम्बर लगावायेंगे ओर बिना किसी कानून का उलंघन किये आप लोगों की सेवा करेंगे ! रोजाना साथ सफ़र करेंगे तो आप लोगों का आपस में भाई चारा ओर प्रेम भी बना रहेगा ! मेरी बात का गलत अर्थ मत निकाल लिजियेगा क्योंकि भाई चारा वाले प्रेम और चारा प्रेम में बहुत अंतर है !

अगर कार को कभी यातायात पुलिस ने रोक लिया तो भी कार के अन्दर बैठे दो विधायक एक से भले दो वाली कहावत को चरितार्थ करेंगे ! इससे आप और आम दोनो प्रकार की जनता को संगठन मे शक्ति का प्रत्यक्ष उदाहरण देख्नने को मिलेगा !

अभी तो युगपुरूष की दिव्य दृष्टि के बारे में ना जाने ओर कितने ओर सकारत्मक पहलू देखे जाने बाकी है उनकी महिमा अपरमपार है ! किसी ने सही कहा है कि युगपुरूष की महिमा का बखान करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है !
 
दिल्ली भर के लुक्खे एडी उठाये बाट जोह रहे है कि कब से नयी नम्बर प्लेट वाला फार्मूला लागू होता है| इस बहाने किसी से लिफ्ट मिल जाये तो क्या बुराई है| अगर वो दिल्ली वाली लड़की हो तो क्या कहने| अब तो लिफ्ट मांगने का बहाना भी है| देखो आज मेरी गाडी का नंबर नहीं था|

डेट पर जाना है? लेकिन इम्प्रेसन मारने के लिए गाडी नहीं है तो कोई दिक्कत वाली बात नहीं क्योंकि भई मेरी गाडी का नंबर नहीं था आज| लेकिन ध्यान रखना कि वो सन्डे न हो|

अब तो शादी कभी भूलकर रविवार को नहीं करनी अगर फालतू के मेहमानों से बचना है| मंडे टू सैटरडे तो आधे गेस्ट तो इवन/ओड के चक्कर में ही फसें रह जायेंगे|

और तो और अब तो ऑफिस बंक करने का या लेट जाने का बहाना भी बैठे बिठाये मिलने वाला है|

प्रभु युगपुरुष को सलामत रखना| ऐसा खुदा का नेक बंदा कहाँ मिलता है जो सबकी सोचता है|:stupid:
 
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