AryaPSB
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ॐ
परमाणु बम
लेखक
पृथ्वीसिंह बेधङक आर्य
अब कुछ करके दिखलादो
वेदों का झण्डा फ़हरादो
दुनियाँ भर में फ़ैलादो
वेद वाणी आर्यों की
जिस जगह वेद व्याख्यान हो
नगरी स्वर्ग के समान हो
सब दुनियाँ के दरम्यान हो
निगरानी आर्यों की
घर घर में राम सीता हो
फ़िर दुष्टों का फ़जीता हो
हर मनुष्य के वेद गीता हो
जवानी आर्यों की
तोङ दो जाति के उदाहरण
क्या भंगी क्या भाट चारण
हुई है जिसके कारण
बहुत हानि आर्यों की
दुनियाँ सब कुछ खोयेगी
फ़िर घङी देखकर रोयेगी
जब घर घर ना होयेगी
कहानी आर्यों की
पाप की बिल्डिंग ढह जायेगी
दौलत पानी में बह जायेगी
एक पृथ्वीसिंह यहाँ रह जायेगी
निशानी आर्यों की
Digital text (Wiki version) of the printed book prepared by - Vijay Singh विजय सिंह |
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