Goda Fati Dhotari
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गोडा फाटी धौतड़ी, मौडां फट्यो कमीज |
पगल्यां फट्टी मौचड़ी, बीजै हळधर बीज |
धार दुधियौ ले उड्यो , फूट्या म्हारा भाग |
पड़ी खाली बाल्टी, टाबर चाटै झाग ||
किरसा अब चेतज्या,भाग सक जितो भाग
हंसा डबकता फिरे मौकळा,मौजां मारै काग ||
निवड़ज्य चारो कदी दाणा, कियां बूझे पेट गी आग |
पगां उभाणा फिरै टाबर, भीळी पांव स्यूं डाग ||
चेत किरसा चेत , जगा तेरा सुत्या भाग. |
कदी अकाळ खेंचज्या कदी बोहरो,
जबरो स्वाभिमान और त्याग |
देखो विडम्बना, एड़ी खींचाताण में किरसो गावै राग. ||
कणक उगावै खेत में,आटो ल्यावे मौल |
खावै तेल दूकान रो ,खूटे बंधर्या खौल ||