Padu

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Padu (पदु) is a village in Hathras tehsil and district in Uttar Pradesh.

Location

Village - Padu (पदु), village code (123325) Tehsil and District - Hathras, Uttar Pradesh. Pincode 204101. आसपास के गांव - सरकरिया, महामौनी/महामुनि, कोटा, रंगपुरा, भाकरी, नगला भोजा, ढकपुरा, नगला अंता, सुसावली, नगला बिहारी, ऋत्वन गढ़ी, नगला रामरई, रामगढ़. गांव पदु , हाथरस से लगभग 10 किमी की दूरी पर स्थित है।

Jat gotra

Origin

The Founders

History

Population

जनसंख्या - जनगणना 2011के अनुसार गांव पदु की जनसंख्या 1642 है जिसमें 878 पुरुष व 764 महिला तथा 241रिहायशी मकान हैं ।

Notable Persons

Padam Singh Albela - कवि पदम सिंह अलबेला (जन्म 30 जनवरी 1940) पलावत (9412173082) देश स्तरीय कवि, यू ट्यूब पर कार्यक्रम, गुड नाईट इंडिया सोनी सब टीवी कार्यक्रम । कवि पदम अलबेला उम्र में बुजुर्ग दिखते हैं पर काव्य से वह किसी जवान को भी मात दे देते हैं। वह अपने विवाहित जीवन में होने वाली नोंकझोंक को भी अपनी कविता में लाने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी कविताओं में हास्य के साथ एक संदेश भी रहता है हमेशा।

पदम सिंह अलबेला गोत्र पलावत, गांव पदू निकट कोटा, शिक्षा इंटरमीडिएट। आप बचपन से ही कवि हैं। हास्य व्यंग के मामले में सिद्धहस्त हैं। आपने पुस्तक रखने की बजाय अपनी रचनाओं के वीडियो जारी किए हैं जो पदम सिंह अलबेला के नाम से हैं। आपके कई वीडियो इतने प्रसिद्ध हुए हैं कि उनके करोड़ों देखने और सुनने वाले हैं। कवि सम्मेलनों में वह पूरे देश में बुलाए जाते हैं। टीवी चैनल सब टीवी के गुड नाइट इंडिया कार्यक्रम में बहुत जल्दी दिखाई देंगे - उसकी रिकॉर्डिंग हो चुकी है।

परिवार - पिताजी का नाम श्री राम प्रसाद सिंह जी और मां का नाम श्रीमती हुक्म कौर । आप चार भाई तीन बहिनें हैं। आपकी संतान चार बेटे और दो बेटियां हैं । चार नाती और दो पंती (लड़का, लड़की) भी हैं ।

कवि पदम सिंह अलबेला गांव पदू जिला हाथरस दिनांक 8 मई 2022

एक जाट और एक ठाकुर में बातचीत हो रही थी, ठाकुर बोला, हम वो ठाकुर हैं - जो अपनी बात पे जान दे देते है । जाट ने मुस्कराकर कहा – भैया हम तो वो जाट हैं, जो बिना बात ही जान दे देते हैं ।

‘ये भारत के जाट हैं’

कैसा गर्वीला, कभी हद से हटीला -

कभी सख्त कभी ढीला, कभी सुन्दर सपाट है,

भोला भाला प्रानी, करे खेती और किसानी,

ये स्वभाव से मधुर – ओ स्वरूप से विराट है ।

थोड़े से अतीत के झरोखे में तो झांकियेगा,

भोगा इस रणबांकुरे – ने – राजपाट है,

निज आन और बान से जिया - जो सदां

ऐसा शक्तिमान मेरे भारत का जाट है ।

[कवि पदम सिंह अलबेला (9412173082)]

External Links

References


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