Siddharth Sihag

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Siddharth Sihag

Siddharth Sihag is IAS (CSE-2011), Rank 42, Cadre Rajasthan. He is from From Haryana. He is Collector Churu, Rajasthan.

चूरू कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सम्मानित

चूरू जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग को गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य सम्मान समारोह में प्रधानमंत्री पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया गया. खेलो इंडिया अभियान के तहत जिले में हुए उत्कृष्ट कार्यों और बेहतर उपलब्धियों के लिए चूरू जिले को मिले इस पुरस्कार के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिला कलेक्टर को 20 लाख रुपए का चेक एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया.

जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि यह पुरस्कार जिले में विकसित खेल केन्द्रों, खिलाड़ियों द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक, महिला खिलाड़ियों, पैरा खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व, फिट इंडिया/खेलो इंडिया में जिला प्रशासन द्वारा किये गये नवाचार में युवा खिलाड़ियों की व्यापक स्तर पर भागीदारी के लिए दिया गया है.

जिले में सांई के द्वारा स्वीकृत खेलो इंडिया के 8 केन्द्र एथलेटिक्स राजगढ़, द्रोणाचार्य राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी राजगढ़, टेबल टेनिस जिला स्टेडियम चूरू, हॉकी गाजुवास, हैन्डबॉल एकेडमी लोहा, भारोत्तोलन, कुश्ती, मुक्केबाजी उर्मिला खेल अकादमी न्यांगल बड़ी संचालित हैं जो कि राजस्थान में सर्वाधिक हैं. चूरू जिला मुख्यालय पर जिला स्टेडियम चूरू में सांई के द्वारा 6.30 करोड़ से नवनिर्मित इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (IAAF) द्वारा प्रमाणित वर्ड क्लास सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक बनाया गया है.

जिले में मुख्य अन्य खेल केन्द्र एथलेटिक्स खेल मैदान राजगढ़, चन्दगीराम बॉलीबाल अकादमी बैरासर छोटा, बालीबाल मैदान जिगसाना ताल, जिला स्टेडियम में संचालित तीरंदाजी, शूटिंग, कबड्डी, बैडमिंटन, बास्केटबाल, बालीबाल मैदान रतननगर, फोगाट कुश्ती अकादमी हामुसर, टेबल टेनिस गांधी बाल निकेतन रतनगढ़, बैडमिंटन हनुमान व्यायामशाला रतनगढ़ संचालित हैं. जिले के 34 खिलाड़ियों द्वारा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2019 पुणे, 2020 गुवाहाटी में प्रतिनिधित्व किया गया था. जिनमें से 10 खिलाड़ियों द्वारा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 गुवाहाटी, असम में पदक प्राप्त किये जो राजस्थान को मिले पदकों का 20 प्रतिशत था. जिले में 2019 से 2021 में महिला एवं पैरा खिलाड़ियों का खेलो में अच्छा प्रतिनिधित्व रहा है एवं पदक प्राप्त किये गए हैं.

स्रोत - Zee Rajasthan Web Team, Apr 21, 2022

चुरू कलेक्टर सिद्धार्थ सिहग का नवाचार

चुरू कलेक्टर सिद्धार्थ सिहग का नवाचार

कंप्यूटर सखी: अब गाँव की हर महिला तक पहुँच रहा, 6500 का प्रशिक्षण शुरू ....

गांव की घरेलू महिला आत्मनिर्भर भारत में खुद को किस प्रकार भागीदार बना सकती है, उसका नजारा चूरू में देखा जा सकता है। स्वरोजगार के लिए आज सबसे जरूरी कंप्यूटर साक्षरता गांव की अनपढ़ या बहुत कम पढ़ी-लिखी महिला के लिए असहज होती है, लेकिन चूरू कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग की पहल ने यह सहज बना दिया है। कम्प्यूटर सखी नाम से इस नवाचार को उन्होंने राजीविका व स्कूली शिक्षा के साथ जोड़कर इसकी दूरी को कम कर दिया है।

महिला सशक्तिकरण : अब तक 1000 महिलाएं जुड़ीं, 10 हजार महिलाओं ने प्रशिक्षण की इच्छा जताई महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू किया गया महिला सखी अभियान अब तक जिले की 1000 ग्रामीण महिलाओं को कंम्प्यूटर लैब तक पहुंचा कर उन्हें ट्रेन किया जा चुका है। जिले की 70 हजार महिलाएं जो स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं, उनमें से 10 हजार ने आगे प्रशिक्षण के लिए इच्छा जाहिर की है, जिनमें से 6500 के लिए अभियान शुरू कर दिया है। इस प्रशिक्षण ने न केवल उन्हें कंम्प्यूटर के प्रति सहज बनाया है, बल्कि उन्हें किसी भी पोर्टल, एप या नेट बैंकिंग के जरिए राशि भेजने में भी सक्षम बना दिया है।

अभियान के लिए तकनीकी कोर्स किया डिजाइन: कलेक्टर सिहाग ने बताया कि अभियान को मूर्त रूप देने के लिए एक तकनीकी और वित्तीय एक्सपर्ट की टीम बनाई गई। इसी टीम ने महिलाओं के पढ़ाई के स्तर के अनुसार एक कोर्स डिजाइन किया। इस कोर्स में कम्प्यूटर के साथ-साथ वित्तीय लेने-देन के संबंध में जानकारी दी जा रही है। बहुत सी ग्राम पंचायतों में स्कूलों की लैब बहुत पुरानी हैं, उनमें नए कंम्प्यूटर के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जहां इंटरनेट नहीं हैं, वहा मोबाइल से कनेक्टर करने की कोशिश की जा रही है। बीएसएनएल से बात की गई है, जिसके जरिए स्कूलों में इंटरनेट उपलब्ध कराया जा रहा है।

प्रशिक्षितों को ही अतिरिक्त ट्रेनिंग, ताकि वे अन्य को भी सिखा सकें: सिहाग ने बताया कि हर महिला को स्कूल की कम्प्यूटर लैब तक नहीं ले जाया जा सकता। ऐसे में प्रशिक्षितों में से ही कुछ को 15 दिन की अतिरिक्त ट्रेनिंग देकर उनके ग्राम पंचायत स्तर पर ही अन्य महिलाओं को इस प्रशिक्षण से जोड़ा जा रहा है। महिलाएं जब साक्षर और कम्प्यूटर से प्रशिक्षित होंगी तो उनके परिवार की आने वाली पीढ़ी को भी शुरू से ही उसका फायदा मिलेगा और कोई अनपढ़ नहीं रहेगा। अब प्रयास यह भी किए जा रहे हैं कि जो महिलाएं ट्रेंड होकर ट्रेनिंग देंगी, उन्हें मानदेय भी दिलाया जाए।

सर्वे से ही पता लगाया, कितने साक्षर नहीं: कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन शहरों के संग अभियान के दौरान रतन नगर नगर पालिका में एक प्रयोग किया गया। इसमें घर-घर सर्वे करने गए कर्मचारियों को कहा गया कि वे पट्‌टों के बारे में जानकारी के साथ पता करें कि घर में कितने लोग साक्षर नहीं हैं। उनका डेटा इकट्‌ठा होने के बाद अब कम्प्यूटर ट्रेनिंग ही नहीं, साक्षरता के लिए भी अभियान चलाकर उन्हें साक्षर किया जाना है।

स्रोत: दैनिक भास्कर, जयपुर, 1 अगस्त 2022

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References