Tamasavana
Author:Laxman Burdak, IFS (R) |
Tamasavana (तमसावन) (Lit. Dark Forest) was a Buddhist Monastery, possibly that of Jalandhara where the "fourth council under Kaniska held its sessions at the junction of the Vipasa and Satadru," i. e. Beas and Sutlej ( near town of Harike).[1]
Origin
Variants
- Tamasavana (तमसावन) (AS, p.391)
History
तमसावन
विजयेन्द्र कुमार माथुर[2] ने लेख किया है ...तमसावन (AS, p.391) जालंधर (पंजाब) से लगभग 24 मील (लगभग 38.4 कि.मी.) की दूरी पर पश्चिम की ओर स्थित था। गुप्त काल में यहाँ एक बौद्ध बिहार था, जो उस समय काफ़ी प्राचीन हो चुका था। एक किंवदंती के अनुसार कात्यायनीपुत्र ने तथागत के निर्वाण के पश्चात् यहीं अपने शास्त्र की रचना की थी। तमसावन सर्वास्तिवादी भिक्षुओं का विशेष केंद्र था। मौर्य सम्राट अशोक का बनवाया हुआ एक स्तूप भी यहाँ स्थित था। 7वीं शती में चीनी यात्री युवानच्वांग ने यहाँ की यात्रा की थी। उसने तमसावन के बिहार में 3000 सर्वास्तिवादी भिक्षुओं का निवास बताया है।