Ompal Singh Tugania
Dr Ompal Singh Tugania (डॉ ओमपाल सिंह तुगानिया) is a Jat historian from Karnal, Haryana. He has been an officer in Department of Education in Haryana government. The information about him is as under in Hindi.
डॉ ओमपाल सिंह तुगानिया का परिचय
- डॉ ओमपाल सिंह तुगानिया पुत्र श्री वेद सिंह ।
- जन्म - 1 दिसंबर 1951 गाँव: तुगाना, तहसील: बडौत, जिला: बागपत, उत्तर प्रदेश ।
- शिक्षा - एम.ए. पी.एच.डी. (शिक्षा शास्त्र) ।
- सेवा - हरयाना सरकार में राजपत्रित अधिकारी ।
- स्थाई पता - 644 /21, होली चाइल्ड स्कूल रोड, नरेन्द्र नगर, सोनीपत, हरियाणा ।
- संपर्क - मो. 09255135595, फोन: 0130-6527625.
कृतियाँ
- स्वतंत्रता संग्राम के प्रेरक संस्करण भाग-१, २
- भक्ति में शक्ति भाग - १,२
- नन्हें क्रांतिकारी,
- Chauhānvanshī Lakra Jaton kā Itihās चौहानवंशी लाकड़ा जाटों का इतिहास / by ओमपाल सिंह 'तुगानिया', Published :by : आर्य बुक डिपो (नई दिल्ली) Physical details: 659 पृ 22 सेमी (सजिल्द) ISBN: 8170631742, Year : 2008
- जाट समाज की प्रमुख व्यवस्थाएं (Jāt samudāy ki pramukh vyavasthāyen)
- प्रकाशक जय पाल अजेन्सीज, 31-बी, सुभाषपुरम्, पुलिस चौकी के पीछे, बोदला, आगरा-282007 , उत्तर प्रदेश
- Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu (जाट समुदाय के प्रमुख आधार बिन्दु)
- जाट समाज के प्रमुख आधार एवं व्यवस्थाएं ,
- प्रकाशक जय पाल अजेन्सीज, 31-बी, सुभाषपुरम्, पुलिस चौकी के पीछे, बोदला, आगरा-282007 , उत्तर प्रदेश
- धर्मशाला कुरुक्षेत्र एक परिचय
- अंतहीन इंतज़ार (सामाजिक उपन्यास)
- खून के रिश्ते (सामाजिक उपन्यास)
- झरोका (कहानी संग्रह)
- दिल्ली के अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान और महारानी संयोगिता
- आर्यान पेशवा राजा महेन्द्र प्रताप
- जाट समुदाय के प्रमुख मान बिंदु
Gallery of Books
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Jat Samaj Ke Pramukh Adhar Vyavasthayen
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Jat Samuday Ke Pramukh Adhar Bindu
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Jat Samuday Ki Pramukh Vyavasthayen
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Book on Raja Mahendra Pratap by Dr Ompal Singh Tugania
Honours
Dr Ompal Singh Tugania has been honoured by Jat Samaj Karnal, Jat Samaj Kurukshetra, Jat Samaj Chandigarh for his literary work on Jat History and books on Jat community.
External links
References
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