Burj Araian
Burj Araian (बुर्ज आर्ययान - इसको 'बुर्ज-अरायान' भी बोल देते हैं) is a tiny village in Batala tahsil of Gurdaspur district in Punjab.
Location
Jat Gotras
History
Thakur Deshraj writes -
.....रणजीतसिंह ने इसे भगोवात, सुकलगढ की भागा रियासत को जागीर में दे दिया। जिसमें से कि सुकलगढ़ सन् 1859 तक मजीठिया खानदान के अधिकार में रहा और सरदार लेहनासिंह की मृत्यु के बाद सरकार गवर्नमेण्ट ने अपने राज्य में मिला लिया। रणजीतसिंह ने बुद्धासिंह के लिए धर्मकोट भागा की जागीर दे दी जिसकी कीमत 22 हजार थी। सन् 1846 ई० में इनकी मृत्यु तक इनके अधिकार में रही। राजा लालसिंह ने इसे ले लिया। किन्तु सरदार लेहनासिंह के कहने पर बुद्धासिंह के बेटे प्रतापसिंह और उनकी तीन बेवाओं की गुजर के लिए 5 हजार की जायदाद दे दी, किन्तु अन्तिम आज्ञा की मंजूरी होने के पहले ही प्रतापसिंह की मृत्यु हो गई! उनके कोई औलाद न थी, अतः दरबार ने हरीसिंह और इस खानदान की स्त्रियों के लिए 3800) रु० मंजूर कर दिये। सन् 1852 ई० में हरीसिंह की मृत्यु हो गई। इनके पुत्रों में से ईश्वरसिंह सन् 1901 में और जीवनसिंह 1905 में मर गए! ईश्वरसिंह के दो पुत्र और जीवनसिंह 5 पुत्र छोड़कर मरे, जिनमें से सबसे बड़ा हरनामसिंह सारे खानदान की जागीर का प्रधान बना जो बटाला के पास बुर्ज आर्ययान गांव में है जिसकी कीमत 619 रुपया है। - जाट इतिहास:ठाकुर देशराज, पृष्ठान्त-535-536
Population
At the time of Census-2011, the population of Burj Araian village stood at 677, with 127 households.
Notable Persons
External Links
References
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