Mukesh Kumar Budania

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Mukesh Kumar Budania

Mukesh Kumar Budania (Rifleman) played an important role of bravery in fighting with terrorists on 16-17 July 2020 in Jammu and Kashmir for which he was awarded Shaurya Chakra. Unit: Raputana Rifles/9 Rashtriya Rifles. He is from Hameerpura (हमीरपुरा) village in Laxmangarh tehsil of Sikar district in Rajasthan.

राइफलमैन मुकेश कुमार बुडानिया

राइफलमैन मुकेश कुमार बुडानिया

शौर्य चक्र

यूनिट - राजपुताना राइफल्स / 9 राष्ट्रीय राइफल्स

CI/IS ऑपरेशन्स

राइफलमैन मुकेश कुमार का जन्म शिक्षक श्री गिरवर सिंह बुडानिया एवं श्रीमती रूकमा देवी के परिवार में हुआ। वह राजस्थान के सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ तहसील के हमीरपुरा गांव के निवासी हैं। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात वह भारतीय सेना के राजपुताना राइफल्स रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। वर्ष 2020 में वह जम्मू-कश्मीर के आतकंवाद विरोधी अभियानों में लगी हुई 9 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के साथ प्रतिनियुक्त थे।

16 जुलाई 2020 की रात्रि को जम्मू-कश्मीर में दूरस्थ पीर पंजाल की पहाड़ियों के एक दूरस्थ गांव में आतंकवादियों की संभावित उपस्थित की विशिष्ट गोपनीय सूचना के आधार पर रात्रि 11:45 बजे एक घेराबंदी और खोज अभियान आरंभ किया गया। राइफलमैन मुकेश कुमार भी इस खोज दल के सदस्य थे।

17 जुलाई 2020 की प्रातः 5:10 बजे, जब नागरिकों को लक्षित घर से निकाला जा रहा था, उसी समय राइफलमैन मुकेश कुमार को रेडियो पर एक संदिग्ध के घेराबंदी की ओर आने की रेडियो कॉल आई। स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए राइफलमैन मुकेश कुमार ने तत्क्षण अपनी फायरिंग पर नियंत्रण कर लिया, किंतु अपनी मानसिक सतर्कता से उन्होंने एक संदिग्ध नागरिक के वस्त्रों में छिपाए हुए शस्त्र को देख लिया।

वास्तव में, वह नागरिक आतंकवादी था और ललकारे जाने पर जैसे ही उसने फायरिंग के लिए अपना शस्त्र तानने का प्रयास किया। राइफलमैन मुकेश कुमार तत्क्षण उस आतकंवादी से शारीरिक युद्ध में गुत्थमगुत्था हो गए और आतंकवादी उनकी भयंकरता से चकित हो गया।

आतकंवादी ने फायरिंग की, जिससे राइफलमैन मुकेश कुमार घायल हो गए। घायल होने के उपरांत भी अपनी राइफल के बट से आतंकवादी पर निरंतर प्रहार करते रहे। अपने आघातों पर ध्यान नहीं देते हुए राइफलमैन मुकेश कुमार ने उस आतंकवादी को अति निकट से मार गिराया और साथ ही यह सुनिश्चित किया कि हमारे सैनिक या नागरिक घायल ना हों। आगे चलकर ज्ञात हुआ कि मारा गया आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद का दुर्दांत आतकंवादी वालिद था।

आतंकवादी के आग्नेयास्त्र से घायल होने के उपरांत असाधारण साहस और वीरता प्रदर्शित करने तथा मल्लयुद्ध में आतंकवादी को मारने के लिए, राइफलमैन मुकेश कुमार को "शौर्य चक्र" से सम्मानित किया गया।

स्रोत

गैलरी

बाहरी कड़ियाँ

References

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