सुपर चुटकला !!!!!!!!

ससुर -- तुम दारू पियत हो कभी बताये नाही।
दामाद -- तोहार लड़की खून पियत है, तुम बताय का?
:victorious:
 
भीड़ से भरी एक बस में दिव्यांगों की सीट पर एक बोरा रखा हुआ था एवँ उसका मालिक बगल में खड़ा था।


तभी बगल वाला यात्री चीखा:- भाई साहब, बस में इतनी भीड़ है और आप सीट पर बोरा रखे हुए हैं, हटाइए इसको।


बोरे के मालिक ने कहा:- भाई साहब, ये दिव्यांगों की सीट है और बोरे में लँगड़े आम हैं।
:cool:
 
भीड़ से भरी एक बस में दिव्यांगों की सीट पर एक बोरा रखा हुआ था एवँ उसका मालिक बगल में खड़ा था।


तभी बगल वाला यात्री चीखा:- भाई साहब, बस में इतनी भीड़ है और आप सीट पर बोरा रखे हुए हैं, हटाइए इसको।


बोरे के मालिक ने कहा:- भाई साहब, ये दिव्यांगों की सीट है और बोरे में लँगड़े आम हैं।
:cool:

safar mein hi hain abhi tak.....pahaunche nahi, taaki main khaaun
 
विवाह भोज में एक अनजान को खाते देख घरवाले ने पूछा - आप वर पक्ष के हैं अथवा वधू पक्ष के?
उत्तर - जी मैं निर्दलीय हूँ।

Karnataka
:angel:😊
 
अब्दुल :- मोदी ने सिलेंडर 52 रुपये महंगा कर दिया।


कुलसुम:- अल्ला बचाऐ इस मोदी से।


अब्दुल - एक बार कीमत तो सुन लो।


कुलसुम :- कितनी हो गई?


अब्दुल - ‘786'


कुलसुम :- अलहम्दुलिल्ला ! मोदी खुदा का नेक बंदा है, परवरदिगार अलला रहम करे, मोदी को उम्रदराज़ करे।
:stupid:
 
पिता – “बेटा ! एक ज़माना था, जब मैं 10 रुपये ले कर बाज़ार जाता था और किराना, सब्ज़ी, दूध सब ले आता था।"


बेटा – “पिताजी ! अब ज़माना बदल गया है। आजकल हर दूकान पर CCTV-Camera लगे होते हैं।"
 
अब्बू-- बेटा ! आज पत्थर मारने नहीं जाना।


बेटा-- क्यों अब्बू?


अब्बू--बेटा आज तेरी बुआ नहीं है, फूफा आ गये हैं, बचायेगा कौन?
:victorious:
 
महबूबा मुफ्ती: हेलो अलिशेख?


अलिशेख: हाँ बुआजी प्रणाम, कहिये।


महबूबा मुफ्ती: बेटा ये बाथरूम में से नल, टाईल्स और क्या-क्या उखाड के ले जाना होता है?
 
एक महिला एक साँड़ को हलुवा पूडी खिला रही थी।
वहां खड़े एक सज्जन को संदेह हुआ कि सम्भवतः यह महिला, साँड़ को गाय समझ रही है।
तब सज्जन व्यक्ति - बहन ! यह साँड़ है, गाय नहीं जो आप इसे हलुआ पूड़ी खिला रही हैं। और यह सांड रोज गाँव में तीन-चार लोगों को सींग मार कर हड्डियाँ तोड़ देता है।
महिला - भाईसाहब ! मुझे पता है कि यह साँड़ है पर आपको नहीं पता कि मेरे पति हड्डियों के डॉक्टर हैं एवँ उनका हॉस्पिटल इसी साँड़ के कारण ही चल रहा है।
:cool:
 
एक महिला एक साँड़ को हलुवा पूडी खिला रही थी।
वहां खड़े एक सज्जन को संदेह हुआ कि सम्भवतः यह महिला, साँड़ को गाय समझ रही है।
तब सज्जन व्यक्ति - बहन ! यह साँड़ है, गाय नहीं जो आप इसे हलुआ पूड़ी खिला रही हैं। और यह सांड रोज गाँव में तीन-चार लोगों को सींग मार कर हड्डियाँ तोड़ देता है।
महिला - भाईसाहब ! मुझे पता है कि यह साँड़ है पर आपको नहीं पता कि मेरे पति हड्डियों के डॉक्टर हैं एवँ उनका हॉस्पिटल इसी साँड़ के कारण ही चल रहा है।
:cool:

tatparye: Jo Forensic department mein hai, wo to murder karwa ke maanega :nonchalance:
 
गणित से परेशान एक विद्यार्थी गुरु जी से : “यदि शून्य की खोज आर्यभट्ट ने की थी,


एवँ


आर्यभट्ट का जन्म कलयुग में हुआ,


तो उससे पहले 100 कौरव और रावण के 10 शीश की
गणना किसने की थी?”


गुरु जी अवकाश लेकर उत्तर की खोज में भटक रहे हैं।
:victorious:
 
गणित से परेशान एक विद्यार्थी गुरु जी से : “यदि शून्य की खोज आर्यभट्ट ने की थी,


एवँ


आर्यभट्ट का जन्म कलयुग में हुआ,


तो उससे पहले 100 कौरव और रावण के 10 शीश की
गणना किसने की थी?”


गुरु जी अवकाश लेकर उत्तर की खोज में भटक रहे हैं।
:victorious:

Guruji ko bhatakne ki zaroorat nahi thi......dus mukh gadna stithi keval do hi situation mein ho sakti hai,

ek, nashe mein dhut sharabhi ke drishti-kon se
dusra, lagataar gaal par jamey lpaanch ungli ke nishan se

hai na saral uttar? :cool:
 
सच्चू : तुम्हारी आँख क्यों सूजी हुई है?


पप्पू: कल मैं अपनी पत्नी के जन्मदिन पर केक लाया था।


सच्चू : पर इसका आँख सूजने से क्या संबंध है?


पप्पू: मेरी पत्नी का नाम तपस्या है परन्तु कम पढ़े लिखे केक वाले मूर्ख दुकानदार ने लिख दिया 'हैप्पी बर्थडे समस्या।'
:cool:
 
सच्चू : तुम्हारी आँख क्यों सूजी हुई है?


पप्पू: कल मैं अपनी पत्नी के जन्मदिन पर केक लाया था।


सच्चू : पर इसका आँख सूजने से क्या संबंध है?


पप्पू: मेरी पत्नी का नाम तपस्या है परन्तु कम पढ़े लिखे केक वाले मूर्ख दुकानदार ने लिख दिया 'हैप्पी बर्थडे समस्या।'
:cool:

How can you forget, "KYUNKI SAANS BHI KABHI BAHU THI"

:nonchalance:
 
अलिशेख यादव : मैं अर्जेंटीना में होता तो फ़्रान्स को एक गोल भी नहीं करने देता।


राहुल खां : वो कैसे?


अलिशेख यादव: गोल पोस्ट ही उखाड़कर घर ले जाता।
:victorious:
 
चचा वोट डालकर बाहर आए और पोलिंग एजेंट से पूछा- तेरी चाची वोट डाल गई क्या?
एजेंट ने लिस्ट चेक कर के कहा- जी चचा वह वोट डाल गई।
चचा भरे गले से बोले- शीघ्र आता तो सम्भवतः मिल जाती।
एजेंट- क्यों चाचा आप साथ नहीं रहते?
चचा- उसे मरे 15 वर्ष हो गए पर वोट हर बार डालने आती है पर मिलती नहीं।
:victorious:
 
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