rajpaldular
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पत्नी (क्रोध में) - आपको पता है पड़ोसी के लड़के को गणित में 99 अंक आए हैं।
पति - 1 अंक कहा चला गया?
पत्नी - वह हमारा लड़का जो ले आया।
पति - 1 अंक कहा चला गया?
पत्नी - वह हमारा लड़का जो ले आया।
Hahahahhahaha :triumphant:एक ब एक जाट एक म्हैंस ले आया ! ब्याई त डोके ना दिए अर खार की झोटी थी ! उसने सोची सुसरा यो के जुल्म हुआ ! बोल्या कोई ना जहाजगढ़ के मेले म डिगा दूंगा ! पहुँच गया जहाजगढ़ डांगरा के मेले म! उड़े ए गोहांड के गाम का एक खाती भी एक बैल्द्द ले रा ठाडा सा पर कमी अक जुए म जोड़ती ए बैठ जा ! उड़े दोनुआ का मिलाप हो गया ! सौदा पांच दस हज़ार म हो गया , खाती के न बलैद क बदले म्हैंस ले ली अर दस हज़ार दे दिए ! सांझ सी न चाल पड़े ईब गोहंडी थे त एक ए राह दोनुआ का अर दोनुआ के मन म चोर ! वो उस त आग्य अर वो उस त आगय !
जब खाती आले का गाम आया त चुपाड में बैठे माणस हासन लागे अर बोले ,'' वो देखो र ए खाती आले का बैरी !''
जाट न सुन क या बात बलैद त बाँध दिया एक बराबर आले खुटे क अर बोल्या ,'' गोहाँडीयो , बात बता दो के स ,, जो हो ली वा हो ली '' !
वे पहलम त हिचकिचाए अर फेर बोले ,'' अर यो जोड़ते ए बैठे स खाती आला, तू त इसी ए साम्नु बोवेगा '' !!
जाट बोल्या ,'' भाई चौधरियो त खाती त भी कह दियो अक इसे ए गुठे मोड मोड धार काड़ेगा.''!
प्रोफेसर :- अगर तुम्हे किसी को संतरा देना हो तो क्या बोलोगे ?
वकालत का छात्र :- ये संतरा लो ...
प्रोफेसर :- नहीं ... एक वकील की तरह बोलो ...
वकालत छात्र :- मैं एतद् द्वारा अपनी पूरी रुची और बिना किसी के दबाव में यह फल जो संतरा कहलाता है को उसके छिलके, रस, गुदे और बीज समेत देता हूँ और साथ ही इस बात का सम्पूर्ण अधिकार भी कि इसे लेने वाला इसे काटने, छिलने, फ्रिज में रखने या खाने के लिये पूरी तरह अधिकार रखेगा और साथ ही यह भी अधिकार रखेगा कि इसे वो दूसरे को छिलके, रस, गुदे और बीज के बिना या उसके साथ दे सकता है...और इसके बाद मेरा किसी भी प्रकार से इस संतरे से कोई सम्बन्ध नहीं रह जायेगा ... .........
एक बार एक धर्मगुरु टी.वी. पर 'ftv' चैनल देख रहे थे।
एक व्यक्ति बोला, "आप भी?"
धर्मगुरु: "मेरा विश्वास करों, मैं घृणा की दृष्टि से देख रहा हूँ।"
[FONT="]"GAALI" ki paribhasha batao..".....[/FONT][FONT="]'Professor: Aapke CHARAN kahan hain prabhu?[/FONT]
शर्मा जी शाम को घर आ रहे थे | अचानक एक लुटेरा पेड़ो के पीछे से निकलकर उन पर टूट पड़ा | शर्मा जी से भरपूर उसका मुकाबला किया |
पर कुछ देर बाद उसने शर्मा जी को पटक दिया | तलाशी लेने पर शर्मा जी की जेब से कुल एक अठन्नी निकली |
क्यों केवल एक अठन्नी पर मरने मारने पर तुल गये थे ?'
लुटेरें ने पूछा |
नहीं यह बात नहीं |' शर्मा जी ने उत्तर दिया |
मुझे डर था कि तुम कहीं वह सों का नोट न ढूंढ लो जो मैंने जूते के अन्दर रखा है |'
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