Kamal Kumar Dhindhwal
Kamal Kumar Dhindhwal (25.12.1998-4.12.2019), from village Sahwa, Taranagar, Churu, Rajasthan, became martyr on 3.12.2019. Kamal Kumar was one among the four soldiers who were killed in an avalanche and a blizzard that struck an army post and an army patrol, respectively, in north Kashmir on Wednesday. He was in unit:2 Jat Regiment.
सिपाही कमल कुमार धींधवाल
सिपाही कमल कुमार धींधवाल
नं - 3214749F
25-12-1998 - 03-12-2019
यूनिट - 2 जाट रेजिमेंट
ऑपरेशन रक्षक
सिपाही कमल कुमार का जन्म 25 दिसंबर 1998 को पूर्व सैनिक हवलदार धर्मेंद्र कुमार धींधवाल के घर में हुआ था। वह राजस्थान के चूरू जिले के तारानगर उपखंड के साहवा कस्बे के निवासी थे। अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए, 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण करके 13 जून 2018 को वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 2 जाट बटालियन में सिपाही के पद पर नियुक्त किया गया था।
सिपाही कमल कुमार को प्रथम तैनाती के रूप में दिसंबर 2019 में जम्मू-कश्मीर में तैनात किया गया था। बटालियन के सैनिक कुपवाड़ा जिले के तंगधार सेक्टर में अग्रिम चौकियों पर तैनात थे। इनकी चौकियां दुर्गम, ऊंचाई के क्षेत्रों में स्थित थीं। चौकियों पर निगरानी रखने के अतिरिक्त, बटालियन ने चौकियों के मध्य के क्षेत्र की सुरक्षा के लिए नियमित सशस्त्र गश्त आरंभ की। शीत ऋतु में भारी हिमपात ने चौकियों पर तैनात सैनिकों के लिए कार्य को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया। शीत ऋतु में इस क्षेत्र में अप्रत्याशित हिमस्खलन का भी संकट था।
3 दिसंबर 2019 को ऐसा ही एक भयानक हिमस्खलन 2 जाट बटालियन की ईगल चौकी पर हुआ। इस हिमस्खलन में हवलदार राजेंद्र सिंह, सिपाही कमल कुमार और सिपाही अमित कुमार के साथ चौकी पर तैनात सैनिक टनों हिम के ढेर में दब गए। सेना द्वारा त्वरित विशेष प्रकार के उपकरणों से सुसज्जित टीम के साथ रक्षण अभियान चलाकर उन्हें निकाला गया। किंतु उस समय तक सिपाही कमल कुमार और हवलदार राजेन्द्र सिंह वीरगति को प्राप्त हो चुके थे।
6 दिसंबर 2019 को हेलिकॉप्टर से उनका शव साहवा पहुंचा था और विशाल शोभायात्रा निकालने के पश्चात सांय के समय उनका अंतिम संस्कार किया गया।
जीवन परिचय
शहीद कमल कुमार (धिंधवाल), पिताजी - धर्मेन्द्र जी धिंधवाल (सेवानिवृत्त हवलदार), गांव साहवा, तहसील तारानगर, जिला चूरू राजस्थान, कमल कुमार अपने पिता के इकलौते पुत्र थे, देश पर शहीद हो गए
कश्मीर के तंगधार में शहीद कमल कुमार को शुक्रवार 6.12.2019 शाम राजस्थान के चूरू जिले के तारानगर उपखंड के साहवा कस्बे में अंतिम संस्कार किया गया। 21 वर्षीय शहीद कमल कुमार की चिता को उनकी छोटी बहन प्रमिला ने मुखाग्नि दी। वहीं, फौजी पिता धर्मेन्द्र कुमार ने आखिरी सैल्यूट किया।
2018 में भर्ती हुए थे कमल कुमार साहवा कस्बे के रिटायर फौजी धर्मेन्द्र कुमार ढींढवाल का इकलौता बेटा कमल कुमार वर्ष 2018 में इंडियन आर्मी ज्वाइन की थी। उसे पहली पोस्टिंग कश्मीर के तंगधार में एलओसी पर मिली थी, जहां मंगलवार 3.12.2019 को पेट्रोलिंग के दौरान गाड़ी हिमस्खलन की चपेट में आने से कमल कुमार दो अन्य साथियों के साथ शहीद हो गए थे। शहीदों में राजस्थान के झुंझुनूं जिले के खेतड़ी उपखंड के हरड़िया गांव के राजेन्द्र सिंह भी शामिल थे। राजेन्द्र सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार 6.12.2019 को किया गया। [1]
शहीद कमल धींधवाल 2-जाट रेजीमेंट में तैनात थे. वे अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे. उनका जन्म 25 दिसंबर 1998 को हुआ था. परिवार में दादा-दादी व माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन है. 21 वर्षीय कमल 13 जून 2018 को सेना में भर्ती हुए थे. कमल ने घर आने के लिए 22 नवंबर को अवकाश ले रखा था, लेकिन सेना के मिशन के चलते उनकी छुट्टी रद्द हो गई थी. शहीद कमल के पिता धर्मेद्र धींधवाल भी सेना से तीन साल पहले ही 30 जून 2016 को सेवानिवृत्त हुए हैं. जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के करनाल सेक्टर में हिमस्लखन के दौरान शहीद (Martyr) हुए भारतीय सेना (Indian Army) के जवान 21 वर्षीय कमल कुमार (Kamal Kumar) का उनके पैतृक गांव चूरू जिले के साहवा में शुक्रवार देर शाम को सैन्य सम्मान (Military honor) के साथ अंतिम संस्कार (Funeral) कर दिया गया. शहीद की चिता को इकलौती छोटी बहिन प्रमिला ने मुखाग्नि दी. [2]
स्रोत
External links
Gallery
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सिपाही कमल कुमार
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सिपाही कमल कुमार
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सिपाही कमल कुमार की अंतिम यात्रा
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सिपाही कमल कुमार की अंतिम यात्रा
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सिपाही कमल कुमार को सैल्यूट करते पिता हवलदार (सेवानिवृत्त) धर्मेन्द्र कुमार
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सिपाही कमल कुमार अपने माता-पिता व बहन
References
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