Laxman Singh Balyan
Laxman Singh Balyan (Havildar) (08.11.1960 - 09.06.1999) became martyr in Kargil War on 09.06.1999 in Jammu and Kashmir. He was from Mahlana village of Sonipat district in Haryana. Unit-08 Jat Regiment.
हवलदार लक्ष्मण सिंह बाल्याण
हवलदार लक्ष्मण सिंह बाल्याण
3171385
08-11-1960 - 09-06-1999
वीरांगना - स्व. श्रीमती शकुंतला देवी
यूनिट - 8 जाट रेजिमेंट
ऑपरेशन विजय
कारगिल युद्ध 1999
हवलदार लक्ष्मण सिंह का जन्म 8 नवंबर 1960 को हरियाणा के सोनीपत जिले के महलाना गांव में श्री रतन सिंह बाल्याण एवं श्रीमती शांति देवी के परिवार में हुआ था। 18 अप्रैल 1979 को वह भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट में रंगरूट के रूप में भर्ती हुए थे। प्रारंभिक प्रशिक्षण के पश्चात उन्हें 8 जाट बटालियन में सिपाही के पद पर नियुक्त किया गया था।
अपनी बटालियन में भिन्न भिन्न परिचालन परिस्थितियों और स्थानों पर सेवाएं देते हुए, वह हवलदार के पद पर पदोन्नत हो चुके थे। मई 1999 में वह अवकाश पर घर आए हुए थे और अपने घर का निर्माण करवा रहे थे। कारगिल युद्ध आरंभ होने पर उन्होंने परिजनों से कहा कि "अभी देश पुकार रहा है, अब लौटकर ही घर बनाऊंगा।" 1जून 1999 को वह अपनी बटालियन में पहुंचने के लिए वह घर से चल दिए।
"ऑपरेशन विजय" में, हजारों फीट ऊंची, कठिन चढ़ाई की हिमाच्छादित चोटियों पर तोपों व स्वचालित शस्त्रों से सुसज्जित सुदृढ़ बंकरों में प्रभावी स्थिति लिए हुए शत्रु से अदम्य साहस, दृढ़ निश्चय एवं वीरता से युद्ध करते हुए, 9 जून 1999 को हवलदार लक्ष्मण सिंह वीरगति को प्राप्त हुए थे।
शहीद को सम्मान
गैलरी
स्रोत
बाहरी कड़ियाँ
संदर्भ
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