Sant Sawan Singh
Sant Sawan Singh (1858-1923) (संत सावन सिंह ) born in family of Sardar Kabal Singh of Jat Gotra Garewal in village Mahimasinghwala, district Ludhiana, Punjab. Dera - Vyas, Radha Swami Sect.
दलीप सिंह अहलावत लिखते हैं -
परम सन्त बाबा सावनसिंह जी - ग्रेवाल जाटों के गांव मेमनसिंहवाला के सरदार काबिलसिंह के पुत्र सावनसिंह जी हुए। आप जन्म से ही ईश्वरभक्त थे। आपका जीवन मिलिट्री इंजीनियर के रूप में विकसित हुआ। इन्हीं दिनों आपका परिचय राधा स्वामी मत से हुआ। व्यास गद्दी के श्री महन्त जयमलसिंह जाट ने आप को ही अपना उत्तराधिकारी बनाया। आपने इस पद पर रहकर जनता की आध्यात्मिक उन्नति के लिए विशेष प्रयास किया। आपने 8000 व्यक्तियों के बैठने योग्य एक विशाल हाल व्यास गद्दी के लिए बनवाया तथा इस कालोनी को डेरा बाबा जयमलसिंह के नाम पर प्रसिद्धि दी, जिसमें सभी आधुनिक सुविधायें सुलभ हैं। आपने अपना उत्तराधिकारी अपने पौत्र श्रीयुत चरणसिंह जी B.A. LLB को बनाया।
परम जाट सन्त बाबा सावनसिंह का जन्म 27 जुलाई 1858 ई० को हुआ तथा उनका स्वर्गवास 2 अप्रैल 1948 को हो गया। प्रतिवर्ष 31 दिसम्बर को बाबा जयमलसिंह जी के जन्म दिवस पर तथा 27 जुलाई को परम सन्त बाबा सावनसिंह के जन्मदिन पर डेरा व्यास पर बड़ा भारी सत्संग होता है जिसमें लाखों लोग उपस्थित होते हैं। - जाट वीरों का इतिहास: दलीप सिंह अहलावत (Page1026).
External Links
References
Back to The Reformers