Thambu Ram Rathi

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Jemadar Thambu Ram

Thambu Ram Rathi (Jemadar) (08.04.1913 - 02.03.1948), Vir Chakra (posthumous), became martyr on 02.03.1948 during Indo-Pak War 1947-48. He was from Purkhas village in Gannaur tahsil of Sonipat district in Haryana. Unit: 2 Jat Regiment.

जमादार थंबू राम

जमादार थंबू राम

08-04-1913 - 02-03-1948

वीर चक्र (मरणोपरांत)

यूनिट - 2 जाट रेजिमेंट

ममेली धार का युद्ध

भारत-पाक युद्ध 1947-48

जमादार थंबू राम का जन्म ब्रिटिश भारत में 8 अप्रैल 1913 को संयुक्त पंजाब में हुआ था। वह वर्तमान हरियाणा के सोनीपत जिले के पुरखास गांव के निवासी थे। वर्ष 1948 में वह भारतीय सेना की 2 जाट रेजिमेंट में जमादार के पद पर सेवारत थे।

2 मार्च 1948 को, जमादार थंबू राम ममेली धार के युद्ध में तैनात द्वितीय कंपनी के प्लाटून कमांडर थे। प्रथम कंपनी द्वारा उद्देश्य पर अधिकार करने के शीघ्र पश्चात, उनकी प्लाटून ने पश्चिम में स्थिति संभाली और समस्त उपलब्ध शस्त्रों के साथ अति निकट से शत्रु का सामना किया। प्रारंभ में उन्होंने स्वयं 2 इंच मोर्टार दागे और तत्पश्चात लाइट मशीन गन से गोलीबारी कर शत्रु को भारी क्षति पहुंचाई।

शत्रु की बटालियन पीछे हट गई किंतु पुनः एक नाले के पीछे इकट्ठा होने लगी। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अपनी प्लाटून का नेतृत्व करते हुए शत्रु पर आक्रमण किया। जमादार थंबू राम को गोलियों की बौछार लगी और वे गिर गए। किंचित क्षण पश्चात ही वह उठे और उन्होंने चिल्लाते हुए अपनी प्लाटून को निर्देश दिए। जमादार थंबू राम भाग रहे शत्रु का सामना करने के लिए स्वयं आगे बढ़े, किंतु उसी समय उनके सिर में पुनः गोली लगी और वह वीरगति को प्राप्त हुए

इस युद्ध में जमादार थंबू राम ने महान साहस और कर्तव्य के प्रति समर्पण का परिचय दिया और अपने सैनिकों के लिए एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया।

इस युद्ध में इनके साथ झज्जर जिले के खापरवास गांव के हवलदार याद राम (वीर चक्र) ने भी सर्वोच्च बलिदान दिया था।

शहीद को सम्मान

स्रोत

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