Kunwar Sen
Kunwar Sen (कुँवर सेन), ----, Bharatpur was a Social worker in Bharatpur, Rajasthan.[1]
जाट जन सेवक
ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....कुँवर सेन - [पृ.63]: पुष्करसिंह जी के कारखाने से जो मानव रूपी हथियार हमें इस वर्ष मिले उनमें 20 वर्षीय और गौर वर्ण एक नौजवान कुंवरसेन जी हैं। वह होनहार लड़कों में से हैं। उनके पिता एक पक्के कांग्रेसी हैं और सन् 1942 के चुनाव में एक किसान उम्मीदवारों के खिलाफ खड़े भी हुए थे। आप इस समय बीए में पढ़ रहे हैं। आपने गर्मी भर किसान सभा का कार्य किया और अपने स्वतंत्र विचारों और कार्यों से सभा को मदद पहुंचाई है। आप ही 22 मई को मत्स्य के एडमिनिस्ट्रेटर से पंडित हरीशचंद्र जी के साथ किसान मांगों का स्पष्ट जवाब लेने अलवर गए थे।
आपके कुटुंबी चाचा फौजदार गणेशीसिंह जो हमेशा से जाट सभा के सहायक रहे हैं वे एक बार मिनिस्ट्री के
[पृ.64]: लिए भी खड़े हुए थे किंतु वह खेल बिगड़ गया। गणेशीसिंह जी जमीदारी के अलावा व्यापारी दिमाग के भी आदमी हैं।
पहलवान कारेसिंह राजपूताने और यूपी में सर्वोपरि पहलवान हैं आप ही लोगों के खानदान का है जिसने दूर-दूर तक कुस्तियाँ लड़कर जाट कौम का नाम ऊंचा किया है।
जीवन परिचय
कुँवर सेन के पिता पक्के कांग्रेसी थे और 1942 ई. के चुनाओं में किसान उम्मीदवारों के विरुद्ध खड़े भी हुये थे। आपने किसान सभा के लिए कार्य किया। आपके कुटुंबी चाचा फौजदार गनेशीसिंह हमेशा जाट सभा के सहायक रहे हैं। एक बार मिनिस्ट्री के लिए भी खड़े हुये थे। पहलवान कारे सिंह जो राजस्थान और यू पी में सर्वोपरि पहलवान हैं आप के खानदान से ही हैं।
गैलरी
Jat Jan Sewak, p.63
Jat Jan Sewak, p.64
संदर्भ
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.63-64
- ↑ Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, p.63-64
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