Asha Ram Punia

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Author:Laxman Burdak, IFS (R), Jaipur

Asha Ram Punia (चौधरी आसाराम पूनिया), from Kakreu, Jhunjhunu, was a Freedom fighter and hero of Shekhawati farmers movement. [1]

जाट जन सेवक

ठाकुर देशराज[2] ने लिखा है ....चौधरी आसाराम जी - [पृ.431]: शेखावाटी में ककड़ेउ भी एक मशहूर गांव है। यहीं के चौधरी बीजराम जी ने चौधरी खेतराम जी के जिस पुत्र को गोद लेकर अपना दत्तक पुत्र बनाया वही चौधरी आसाराम जी के नाम से प्रसिद्ध है। आप पूनिया गोत्र के जाट हैं। इस समय 38 के करीब आपकी अवस्था है। आप के लड़कों में से यशवंतसिंह जी पढ़ रहे हैं।


[पृ.432]: आप सुधारक वृत्ति के आदमी हैं। चौधरी घासीराम जी के सहायकों में से हैं। शिक्षा सदन की सेवा करने में अग्रणी रहने का प्रयत्न करते हैं।

जीवन परिचय

महरामपुर में किसानों की बृहत सभा आयोजित 1947

जयपुर राज्य किसान सभा ने महरामपुर में 16 फ़रवरी 1947 को किसानों की एक बृहत सभा आयोजित की. झुंझुनू के डिप्टी कमिश्नर, पुलिस अधीक्षक, नाजिम और डिप्टी इंस्पेक्टर पुलिस बहुत से पुलिस दल के साथ पहुँच कर सारी शेखावाटी में दो महीने के लिए दफा 144 लगा दी. स्थल पर दफा 144 तोड़ने पर पंडित ताड़केश्वर शर्मा, राधावल्लभ अग्रवाल, दुर्गादत्त जयपुर, ख्याली राम मोहनपुरा, शिवकरण उपदेशक, माली राम अध्यापक, मान सिंह बनगोठडी और डूंगर सिंह को गिरफ्तार कर लिया. जयपुर राज्य किसान सभा ने धरा 144 उठाने की मांग की और न उठाने पर शेखावाटी की जनता के मूलभूत अधिकारों की रक्षा के लिए विद्याधर कुलहरी, ईश्वर सिंह भैरूपुरा, देवासिंह बोचल्या, राधावल्लभ अग्रवाल और आशा राम ककड़ेऊ की एक सर्वाधिकार युक्त कमेटी बना दी जो जनता के सामने सविनय अवज्ञा भंगकरने का प्रोग्राम रखे और सत्याग्रह चलाये. साथ ही गाँवों में आये दिन होने वाले झगड़े-फसादों के समय रक्षार्थ 'किसान रक्षा दल' के संगठन का निर्णयलिया तथा 'किसान सन्देश' नामक बुलेटिन निकालने का निश्चय किया. (किसान सन्देश 13 मार्च 1947) (डॉ पेमा राम 216 )

सन्दर्भ

  1. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.431-432
  2. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.431-432

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