Bhagat Singh Lali

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Bhagat Singh Lali

Bhagat Singh Lali (Major) (13.03.1941 - 15.09.1965) became martyr on 15.09.1965 during Indo Pak War-1965 at Ringpain in Jammu and Kashmir. He inflicted heavy casualties on enemy. He was awarded Vira Chakra for his act of bravery. He was from Kala Nangal village in tahsil Batala of Gurdaspur district in Indian Punjab. Unit: 6 Guards .

मेजर भगत सिंह लाली

मेजर भगत सिंह लाली

13-03-1941 - 15-09-1965

वीर चक्र (मरणोपरांत)

यूनिट - 6 गार्ड्स

ऑपरेशन रिडल

भारत-पाक युद्ध 1965

मेजर भगत सिंह का जन्म ब्रिटिश भारत में 13 मार्च 1941 को संयुक्त पंजाब में वर्तमान गुरदासपुर जिले की बटाला तहसील के काला नंगल गांव में सरदार ईशर सिंह लाली एवं श्रीमती हरनाम कौर के परिवार में हुआ था। शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात NDA और IMA कोर्स पूर्ण करने के पश्चात 10 जून 1962 को उन्हें भारतीय सेना की ब्रिगेड ऑफ द गार्ड्स रेजिमेंट की 6 बटालियन में सैकिंड लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त हुआ था।

"ऑपरेशन रिडल" में 6 गार्ड्स बटालियन के मेजर भगत सिंह ने जम्मू-कश्मीर में रिंगपैन के समक्ष एक क्षेत्र में गश्त का नेतृत्व किया। 14/15 सितंबर 1965 को, दु:साध्य कूच के पश्चात वह दो शत्रु चौकियों के मध्य आ गए, उन्होंने एक सेक्शन को एक शत्रु चौकी के विरुद्ध तैनात किया और दो सेक्शन के साथ दूसरी चौकी पर आक्रमण किया।

उन्होंने शत्रु की चौकी के दोनों ओर मोर्चा संभाला और जब शत्रु ने गोलीबारी की, तो उन्होंने दो शत्रु सैनिकों को मार गिराया और हथगोले फेंके। अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा पर ध्यान नहीं देते हुए, शत्रु की मीडियम मशीन गन की भारी गोलीबारी में, वह शत्रु से संघर्ष करते रहे।

दोनों ओर से हुई गोलीबारी में मेजर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जब निकटवर्ती शत्रु चौकियों से उनकी प्लाटून पर मोर्टार और मीडियम मशीन गन का भारी फायर आया, तो उन्होंने अपने गश्ती दल को लौटने का आदेश दिया।

अपने घातक घावों के कारण वह और आगे नहीं चल पाए और जब शत्रु द्वारा उन्हें युद्धबंदी बना लिया गया तो वह वीरगति को प्राप्त हो गए। मेजर भगत सिंह ने शत्रु को भारी क्षति पहुंचाई। उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र सम्मान दिया गया।

शहीद को सम्मान

चित्र गैलरी

स्रोत

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ


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