Sanwal Ram Jhajharia

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Jemadar Sanwal Ram Jhajharia, Vir Chakra, 6 Rajputana Rifles

Sanwal Ram Jhajharia fought bravely with Pak army on 18.04.1948 in Uri area of Baramulla district in Jammu and Kashmir during Indo-Pak war 1947-48. He was awarded Vir Chakra for his act of bravery. He was from Ranasar village in Nawalgarh tehsil in Jhunjhunu district of Rajasthan. Unit - 6 Rajputana Rifles

जमादार सांवल राम झाझड़िया

जमादार सांवल राम झाझड़िया

वीर चक्र

यूनिट - 6 राजपुताना राइफल्स

भारत-पाक युद्ध 1947-48

जमादार (वर्तमान नायब सूबेदार) सांवल राम का जन्म ब्रिटिश भारत में 31 अगस्त 1911 को श्री अर्जुन राम झाझड़िया के घर में हुआ था। वह राजस्थान के झुंझुनूं जिले की नवलगढ़ तहसील के राणासर गांव के निवासी थे और भारतीय सेना की राजपुताना राइफल्स रेजिमेंट की 6 बटालियन में सेवारत थे।

18 अप्रैल 1948 को, शत्रु ने उरी की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण एक स्थिति पर 3 इंच मोर्टार, मीडियम मशीनगनों और लाइट मशीनगनों के साथ लगभग 250 के संख्याबल में निरंतर आक्रमण किए। जमादार सांवल राम के नेतृत्व वाली एक प्लाटून पर दक्षिण से मुख्य आक्रमण हुआ।

अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की घोर उपेक्षा करते हुए, घने अंधेरे में जमादार सांवल राम एक-एक चौकी पर गए। वह अपने सैनिकों का मनोबल बढ़ाते रहे और साथ ही शत्रु पर हथगोले फेंकते रहे। तीन आक्रमणों में भी उस स्थिति को कुचलने में विफल रहे शत्रु ने झपटते हुए अति भयंकर अंतिम प्रयास किया।

ऐसे समय में, शत्रु की अनवरत गोली वर्षा में जमादार सांवल राम आगे बढ़े, उन्होंने अपनी स्टेन गन और हथगोलों से शत्रु के पांच सैनिकों को मार दिया। पांच घंटे के भीषण संघर्ष के पश्चात, भोर में जमादार सांवल राम की चौकी के समक्ष अनेक शत्रुओं को मृत पड़ा पाया गया।

इस संपूर्ण कार्रवाई में जमादार सांवल राम ने सर्वोच्च कोटि के धैर्य और साहस का परिचय दिया। उन्हें "वीर चक्र" से सम्मानित किया गया। वह मानद सूबेदार के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे।

चित्र गैलरी

स्रोत

रमेश शर्मा

बाहरी कड़ियाँ

संदर्भ

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