Surendra Singh Mann
Surendra Singh Mann (Grenadiers) became martyr of militancy on 22.07.1995 in Badgam district of Jammu and Kashmir. He was awarded Shaurya Chakra for his act of bravery. He was from Bhirr village in Buhana tehsil of Jhunjhunu district in Rajasthan.
Unit - 2 Grenadiers
ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह मान
ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह मान
2681488
शौर्य चक्र (मरणोपरांत)
वीरांगना - श्रीमती सुशीला देवी
यूनिट - 2 ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट
आतंकवाद विरोधी
ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह राजस्थान के झुंझुनूं जिले की बुहाना तहसील के भिर्र गांव के निवासी थे और भारतीय सेना की ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट की 2 बटालियन में सेवारत थे।
22 जुलाई 1995 को 2 ग्रेनेडियर्स बटालियन की 'डेल्टा' और 'चार्ली' नामक कंपनियों को जम्मू-कश्मीर में बडगांव जिले के सोइबग गांव में खोज करने का कार्य सौंपा गया था। दिन के लगभग 11:50 बजे यह सूचना प्राप्त हुई कि भाड़े के विदेशी आतंकवादी इस गांव में एक मकान में छिपे हुए हैं।
2 ग्रेनेडियर्स बटालियन के ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह स्वेच्छा से इस घर में प्रवेश करने के लिए सर्वप्रथम आगे आए। जब वह घर के भीतर पहुंचे तो उन्हें भूतल पर कोई आतंकवादी नहीं मिला। उसके पश्चात वे तीव्रगति से प्रथम मंजिल की ओर बढ़े, वहां तक पहुंचने के लिए छोटी-छोटी सीढ़ीयां लगी हुई थी। ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह तेजी से सीढ़ियों की ओर जाने लगे कि इतने में आतंकवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीवर्षा कर दी।
किंतु आतंकवादियों के भयानक फायर से अभीत वे नहीं रूके और प्रत्युत्तर में गोलीवर्षा करते हुए आगे बढ़ते रहे। उन्होंने तत्क्षण भाड़े के एक विदेशी आतंकवादी को मार दिया और गोलियां से गंभीर रूप से घायल होते हुए भी भाड़े के द्वितीय आतंकवादी के निकट पहुंचे और अपने घातक घावों के कारण वीरगति प्राप्त करने से पूर्व उसे भी मार दिया।
इस प्रकार ग्रेनेडियर सुरेन्द्र सिंह मान ने आतंकवादियों की भयानक गोलीवर्षा का सामना करते हुए प्रसाधारण वीरता का परिचय देते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्हें मरणोपरांत "शौर्य चक्र" सम्मान दिया गया।
शहीद को सम्मान
बाहरी कड़ियाँ
गैलरी
स्रोत
संदर्भ
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