Sonaram K Jat
Sonaram K Jat (सोनाराम के जाट) is from village Bhuratia (भुरटिया) in Barmer tahsil and district in Rajasthan. He was born on 12 Janaury 1960 in the family of Kisna Ram Thori.
Social Services
He works for the social objective of minimizing dowry system, child marriage, intoxication etc. He is sangthan sachiv of Jat mandir samiti Pushkar. He is a journalist for Jat magazines.
Contact
VPO- Bhurtiya, Via- Kawas, Barmer- Present Address : 28, Kisan Market, Barmer, Phone: 02979-224483, Mob: 9414753756
सोनाराम के जाट का जीवन परिचय
सोनाराम के जाट न केवल राजस्थान में बल्कि सम्पूर्ण भारतवर्ष में 'खरा सोना' के नाम से सुविख्यात हैं. आप एक अत्यंत साधारण परिवार से उठकर जाट समाज में छा गए. जाट समाज का कोई भी कार्यक्रम किसी भी प्रान्त में हो आप हर जगह उपस्थित रहते हैं.
आपका जन्म 12 जनवरी 1960 को बाड़मेर जिले के भुरटिया गाँव में किसनाराम थोरी के घर हुआ. प्रारंभिक शिक्षा के बाद आपने जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग में राजकीय नौकरी प्रारंभ की.
समाज सेवा
समाज सेवा में आपकी गहरी रूचि है. बल विवाह, मृत्युभोज, नशावृति जैसी कुरीतियों का घोर विरोध किया. समाज की पत्रकारिता के द्वारा जनमानस को समाज सुधर की दिशा में प्रेरित किया. आगरा से प्रकाशित जाट समाज पत्रिका आपके प्रयासों से ही बाड़मेर ही नहीं सम्पूर्ण भारत में गाँव-गाँव एवं ढाणी-धणी पहुंचती है. इस पत्रिका के आप 1985 से प्रचार प्रभारी एवं संवाददाता के रूप में कार्य कर रहे हैं. इसके अलावा जाट हलचल (जोधपुर) के प्रचार प्रभारी, जाट बंधू (आगरा) , जाट ज्योति (नई दिल्ली) के जिला प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर सामाजिक गतिविधियों से जन-जन को आगाह कर रहे हैं.
आप जाट मंदिर समिति पुष्कर के आजीवन सदस्य हैं. इस ट्रस्ट के आप वर्षों तक संगठन सचिव रहे. इस दौरान आपने मंदिर एवं धर्म शाळा निर्माण में अपूरणीय सहयोग दिया. आप स्वामी केशवानंद स्मृति ट्रस्ट संगरिया, जाट चेरिटेबल ट्रस्ट बाड़मेर के आजीवन सदस्य हैं. आप राजस्थान जाट महासभा के बाड़मेर से प्रदेश प्रतिनिधि तथा युवा जाट महासभा बाड़मेर के जिला प्रवक्ता हैं. चौधरी ज्ञानाराम पूनिया अखिल भारतीय जाट समाज परीक्षा के निरंतर पांच वर्ष तक बाड़मेर परीक्षा केंद्र के संयोजक पद पर रहे.
जाट आरक्षण आन्दोलन में सम्पूर्ण राजस्थान में गाँव-गाँव घूम कर सामाजिक न्याय का शंखनाद करनेवाले इस सख्स का समाज सेवा ही ध्येय है.
आप जाट समाज को पूर्ण शिक्षित और नशामुक्त देखने के प्रबल इच्छुक हैं. आप महिला शिक्षा के समर्थक और सामाजिक कुरीतियों के घोर विरोधी हैं.
सम्मान
- 1991 में आपको आगरा में अखिल भारतीय जाट महा सम्मलेन में सम्मान प्रतिक भेंट कर सम्मानित किया.
- 1992 में जाट मंदिर समिति पुष्कर द्वारा आपको 'जाट भूषण' से सम्मानित किया.
- 1995 में जाट मंदिर समिति पुष्कर संस्था द्वारा समाज की सच्ची श्रद्धा से समर्पित सेवा करने के उपलक्ष में 'जाट गौरव' से सम्मानित किया.
- 1999 में बाम्बे जाट समाज के अध्यक्ष चौधरी दारासिंह के कर कमलों से सम्मान चिन्ह भेंट कर पत्रकारिता क्षेत्र में की गयी सराहनीय सेवाओं को सराहा गया.
- 2002 में पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए चौधरी बहादुरसिंह समाज जाग्रति ट्रस्ट संगरिया द्वारा हरियाणा के तत्कालीन मुख्य मंत्री ओमप्रकाश चौटाला के द्वारा 5100 रुपये नकद, शाल एवं प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया.
- फ़रवरी 2002 में अखिल भारतीय जाट महासभा द्वारा बम्बई में आयोजित प्रतिनिधि सम्मलेन में दारासिंह के हाथों सर्वश्रेष्ठ समाज सेवा के लिए 'जाट रत्न' की उपाधि से विभूषित किया गया.
- मार्च 2002 को किसान बोर्डिंग बाड़मेर द्वारा रामदान जयंती के अवसर पर प्रशंसा पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
- फ़रवरी 2003 में खेमा बाबा मेला बायतु में राजस्थान जाट महासभा बाड़मेर द्वारा आयोजित विराट जाट सम्मलेन में डॉ. ज्ञान प्रकाश पिलानिया के कर कमलों से उत्कृष्ट समाज सेवा के लिए सम्मानित किया गया.
- राजस्थान प्रदेश जाट संकल्प महासंघ, चौधरी चरण सिंह सोसायटी आफ राजस्थान आदि ने भी आपको सम्मानित किया.
सन्दर्भ
- जोगाराम सारण: बाड़मेर के जाट गौरव, खेमा बाबा प्रकाशन, गरल (बाड़मेर), 2009 , पृ. 178-179
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