Badgoti
Badgoti (बडगोती)[1][2] Bargoti (बडगोती) Badagoti (बड़गोती) is Jat Gotra found in in Uttaranchal, Uttar Pradesh and Madhya Pradesh.
Origin
Jat Gotras Namesake
Mention by Pliny
Pliny[3] mentions Arabia....We then (after the island of Tylos = Bahrain) come to the island of Asclie, and the nations of the Nocheti, the Zurazi, the Borgodi, the Catharrei, the Nomades, and then the river Cynos20.
20 Hardouin takes this to be that which by the Arabians is called by the name of Falg.
History
Badgoti means "Bade Gotra Ka". Bargoti Jats are also known as Lor/Laur or we can say that correct description for Bargotis should be Bargoti Lor/Laur by which they are generally known in Bulandshahr.
They are basically the generation of very rich Jats having ownership of big lands. They are also very much dedicated towards nation. They fought against "Muslims and Britishers" by their own, for the freedom of the nation. Now a days also we can find them maximum in Defence and Police services. You will find them very hard working, honest, brave, sincere, dedicated and responsible towards their work. They are highly reputed Jats in western Uttar Pradesh.
लववंशी क्षत्रिय जाटोँ का इतिहास
लववंशी क्षत्रिय जाटोँ का बहुत बड़ा इतिहास है । श्री रामचन्द्र जी के दो पुत्र थे एक लव और दूसरे कुश । लोहरा/लौर गोत्र और लोरस क्षत्रिय (खत्री) गोत्र लववंशी क्षत्रिय जाट हैं । लौर और खत्री एक ही गोत्र है । इसलिए दोनों गोत्र में शादी नही होती है ।
जैसे जैसे समय गुजरता गया लोग लववंशी क्षत्रिय जाटोँ को लौह (Lauh), लोह (Loh) कहने लगे या युँ कहो कि लौह (Lauh) या लोह (Loh) कहलाने लगे, लौह (Lauh)/लोह (Loh) का अर्थ है, लोहे के समान बलशाली, ताक़तवर, और समय के साथ शब्दोँ के अपभ्रंश (शब्दोँ का बिगड़ना बोली और क्षेत्र के अनुसार) के कारण लोग लौह (Lauh) से लौर (Laur/Lor) कहने लगे या युँ कहो कहलाने लगे और लोह (Loh) से लोहरा Lohra/लौरा Lohkana-लोह्कना/लोह्काना कहलाने लगे ।
खत्री Khatri भी शब्दोँ के अपभ्रंश के कारण ही प्रचलन मेँ आया । जो जाट आज अपने को खत्री Khatri लिखते हैं वो भी लववंशी क्षत्रिय जाट ही हैं । खत्री जाट पहले अपने आप को लववंशी क्षत्रीय जाट होने के कारण अपने को लोरस क्षत्रिय लिखते थे जो समय के साथ भाषा/बोली और शब्दोँ के अपभ्रंश के कारण लौरस क्षत्रिय (Loras Kshatri) से खत्री Khatri लिखने लग गए या युँ कहो कि खत्री Khatri लिखना प्रचलन मेँ आ गया । लौरस क्षत्रिय (Loras Kshatri) का अपभ्रंश ही खत्री/Khatri है ।
बड़गोती (Badgoti) गोत्र, जो लौर (Laur) गोत्र का ही सब गोत्र है । बड़गोती Badgoti अर्थ है "बड़े गोत्र का" । बड़गोती Badgoti जाट गोत्र भी लौर Laur/Lor के रूप में जाना जाता है या हम कह सकते हैं कि सही विवरण Badgotis लिए Laur/Lor होना चाहिए जिसके द्वारा वे आम तौर पर बुलंदशहर में जाने जाते हैँ । बड़गोती मूल रूप से बहुत अमीर, बड़ी भूमि होने वाली जाट की पीढ़ी के हैं । बड़गोती जाट राष्ट्र के प्रति समर्पित रहे हैँ । ये मुसलमानों और अंग्रेजों के खिलाफ अपने स्वयं के द्वारा देश की स्वतंत्रता के लिए लड़े । आज के समय मेँ हम इन्हें रक्षा और पुलिस सेवाओं में अधिकतम पा सकते हैं । ये ईमानदार, बहादुर और अपने काम के प्रति जिम्मेदार रहे हैँ । ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उच्च प्रतिष्ठित जाट हैं ।
लववंशी क्षत्रिय जाट राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र मेँ बसे हुये हैं । लववंशी क्षत्रिय जाट गोत्र के 300 से अधिक गाँव हैं । भाषा (बोली) और क्षेत्र के अंतर के कारण कोई अपने को लौर Laur/Lor लिखता है और कोई लोहरा/लौरा Lohra/Laura लिखता है और जो लौरस क्षत्रिय (Loras Kshatri) लिखते थे वो जाट आज अपने को खत्री लिखते हैं ।
सभी की और अधिक जानकारी के लिए लववंशी क्षत्रिय जाटोँ की हर साल मार्च मेँ राम नवमी के दिन नरेला (दिल्ली) गाँव मेँ इनकी वार्षिक बैठक होती है । इस बार एक समुदाय का गठन किया जायेगा और लववंशी क्षत्रिय जाट गोत्र के इतिहास से संबंधित एक पत्रिका का संपादन भी होगा और पत्रिका लववंशी क्षत्रिय जाटोँ के गोत्रोँ के गाँवोँ मेँ मुख्य रुप से बाँटी जायेगी ।
Distribution in Uttaranchal
Villages in Haridwar district
Distribution in Uttar Pradesh
Villages in Bulandshahr district
Chikhal and Jagdishpur ,Mahmoodpur
Villages in Aligarh district
Distribution in Madhya Pradesh
Villages in Bhopal district
Villages in Mandsaur district
Villages in Morena district
Villages in Gwalior district
Villages in Shajapur district
Notable persons
- Dr Narendra Singh Badgoti - Haridwar.
- Er.Sushil Kumar (Bargoti) , BE Civil , DCM ,DLL & AL , MBA . General Manager (Technical) PSU. Present address Surajmal Vihar Delhi 110092. Native village Chikhal, Post office Shikarpur , district Bulandshahr, Uttar Pradesh. Contact M:9911184058
External links
See also
References
- ↑ Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. ब-13
- ↑ O.S.Tugania:Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.50, s.n. 1617
- ↑ Natural History by Pliny Book VI/Chapter 32
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