Indore

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Author:Laxman Burdak, IFS (R)

District map of Indore
For similar name in Uttar Pradesh see Indor

Indore (इंदौर) is a city and district in Madhya Pradesh. It is known as mini Bombay of Madhya Pradesh. A highly commercial city, people are simple and famous for their taste. All types of tasty food is available here. It is Software and Real estate hub of the State (M.P.).

Variants

  • Indore (इंदौर) (म.प्र.) (AS, p.74)
  • Indrapura (इंद्रपुर) (AS, p.74)
  • Indur (इन्दुर)

Location

इंदौर शहर उज्जैन शहर से 60 किमी और देवास शहर से 36 किमी की दूरी पर मुम्बई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बसा हुआ है । यहां से मुम्बई की दूरी 584 किमी है ।

Population

इंदौर नगर पालिका निगम क्षेत्र के शहर की कुल आबादी 19,64,086 है जिसमें 10,20,005 पुरुष और 9,44,081 महिलाएं हैं ।ये आंकड़े वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार है।

Tahsils in Indore District

Jat Gotras

History

इतिहास

इंदौर शहर राष्ट्रीय राजमार्ग आगरा मुंबई पर स्थित है। इंदौर मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी कहलाती है । यहां होलकर राजवंश का शासन था । अंतिम होलकर शासक श्रीमंत यशवंत राव होलकर थे । इनके द्वारा इंदौर में महाराजा यशवंत राव होलकर अस्पताल का निर्माण कराया गया था जो किसी समय मध्य भारत का एकमात्र बड़ा शासकीय हॉस्पिटल था, जहां गुजरात, राजस्थान महाराष्ट्र और मध्य भारत के लोग इलाज कराने आते थे । इंदौर में शीश महल कांच मंदिर, बड़ा गणपति, खजराना गणेश मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, चिड़िया घर, लालबाग पैलेस, पित्र पर्वत आदि दर्शनीय स्थान हैं ।

अखिल भारतीय जाट महासभा प्रांतीय अधिवेशन इंदोर 20-21.3.2022

अखिल भारतीय जाट महासभा एम.पी. का प्रांतीय अधिवेशन इंदोर 20-21.3.2022

मनमोहन ने किया इंदौर में एआइजेएमएस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का प्रतिनिधित्व - केंद्र शासित प्रदेश के जाट समुदाय के स्वामित्व अधिकारों पर प्रकाश डाला गया

इंदौर (एमपी): अखिल भारतीय जाट महा सभा जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष, मनमोहन सिंह ने यहां सभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह के नेतृत्व में आयोजित सभा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में जम्मू-कश्मीर का प्रतिनिधित्व किया।

मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल जी पटेल भी बैठक में शामिल हुए और देश भर में समुदाय के सामने आ रहे मुद्दों और जाटों की उपलब्धियों के बारे में बताया।

मनमोहन ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में रहने वाले समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हुए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एआईजेएमएस सदस्यों से केंद्र शासित प्रदेश के जाटों को ओबीसी का दर्जा देने में देरी करने के संबंध में बिना शर्त समर्थन मांगा। उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में पड़ने वाले क्षेत्रों से पलायन करने वाले जाटों को आवंटित भूमि के स्वामित्व अधिकार देने में जम्मू-कश्मीर प्रशासन की सुस्त नीति पर भी प्रकाश डाला, क्योंकि वही पिछले कई दशकों से उसी के लिए तरस रहे हैं, लेकिन सरकार उनके वास्तविक पर विचार नहीं कर रही है।

मनमोहन सिंह ने कहा कि जाटों को ओबीसी का दर्जा उनका वास्तविक अधिकार है, लेकिन सरकार इस मुद्दे पर उदासीन है और इसलिए जम्मू-कश्मीर जाट महासभा अपने अधिकार को पाने के लिए आंदोलन शुरू करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि देश भर से जाटों को जम्मू-कश्मीर के जाटों के समर्थन में आना चाहिए और इस आंदोलन को सफल बनाना चाहिए।

मनमोहन सिंह ने जाट समुदाय के सदस्यों की सीमा पर बाड़ से परे अपनी कृषि भूमि होने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने खेतों की जुताई और कटाई के दौरान भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी आवाज दबाई जा रही है, इसलिए उन्हें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के समर्थन की जरूरत है ताकि सरकार पर दबाव बनाने के लिए अपने मुद्दों को जोर-शोर से उठाया जा सके।

इस पर सभा में उपस्थित प्रमुख सदस्यों ने न्यायोचित कार्य के लिए तहे दिल से समर्थन का आश्वासन दिया और कहा कि जब भी उनकी उपस्थिति की आवश्यकता होगी वे जाट समुदाय के लिए जम्मू पहुंचने के लिए तैयार रहेंगे।

बैठक का आयोजन एआईजेएमएस मध्य प्रदेश अध्यक्ष विलास पटेल, चौधरी राजिंदर सिंह चाहर, चंपा लाल मुकाती, अयोध्या गोधरा, अध्यक्ष महिला विंग एआईजेएमएस सांसद और डॉ उर्मिला तोमर महासचिव एआईजेएमएस महिला विंग सांसद ने किया। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जाट महासभा के 13 राज्यों के प्रतिनिधि मौजूद रहे और अपनी समस्याओं पर प्रकाश डाला।

यह उल्लेख करना उचित है कि यह दूसरा एनईएम था क्योंकि इसी संदर्भ में पहली बार 21 जून, 2019 को जम्मू में चौधरी मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आयोजित किया गया था।

बाद में, सी मनमोहन ने सभी मध्य प्रदेश एआईजेएमएस कार्यकरनी को माता वैष्णो देवीजी की स्मारिका भी भेंट की। अन्य लोगों में मंगल चंद चौधरी, महाराष्ट्र राज्य अध्यक्ष, राजिंदर सूरा अध्यक्ष हरियाणा, प्रताप च अध्यक्ष यूपी, हरपाल सिंह अध्यक्ष पंजाब, राजा राम मील अध्यक्ष राजस्थान, च धर्मवीर सिंह।

इन्दौर

विजयेन्द्र कुमार माथुर[1] ने लेख किया है ... इन्दौर (AS, p.74) होल्कर-नरेशों की भूतपूर्व रियासत तथा उसकी राजधानी है। इस नगर को अहिल्याबाई ने 18वीं सदी में बसाया था। इसका नाम यहां स्थित इंद्रेश्वर के प्राचीन मंदिर के कारण इंद्रपुर या इंदौर हुआ था। इंदौर के होलकर नरेशों ने विशेषतः जसवंतराव होल्कर ने अंग्रेजों के भारत में अपने साम्राज्य की जड़ें जमाने के समय उनका काफी विरोध किया था किंतु इन्होंने पार्श्ववर्ती राजपूत नरेशों के राज्य में काफी लूटमार मचाई थी। जिसके कारण उनकी सहानुभूति इन्हें ना मिल सकी। इंदौर में होलकर नरेशों के प्राचीन प्रासाद उल्लेखनीय हैं।

इन्दौर परिचय

इन्दौर शहर, पश्चिमी मध्य प्रदेश राज्य, मध्य भारत में स्थित है। यह क्षिप्रा नदी की सहायक सरस्वती एवं ख़ान धाराओं पर स्थित है। स्‍वर कोकिला लता मंगेशकर का शहर इन्दौर हाल के दिनो में शिक्षा के केन्द्र के रूप में उभरा है। इसे मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। इन्दौर मालवा का सबसे बड़ा शहर है। ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार यह बहुत पुराना नगर नहीं है।

1715 के आसपास यह क्षेत्र ओंकारेश्वर से उज्जैन के मध्य यात्रा का एक खुशनुमा पड़ाव हुआ था। आज यह महानगर में तब्दील होता एक शहर है, जो मुम्बई का स्वरूप लेता जा रहा है। इसके नगर नियोजन की योजना सन् 1918 में सर पेट्रिकगेडेस ने बनाई, लेकिन इसकी विकास यात्रा 1818 में नगर-पालिका, 1878 में रेलवे, 1906 में बिजली और 1907 में टेलीफ़ोन के साथ शुरू हो गयी।[2]

1715 में स्थानीय ज़मींदारों ने इन्दौर को नर्मदा नदी घाटी मार्ग पर व्यापार केन्द्र के रूप में बसाया था। पहले इन्दौर का नाम इन्दुर था लेकिन 1741 ई. में बने इंद्रेश्वर मंदिर के कारण यहाँ का नाम इन्दौर पड़ा। यह मराठा होल्कर की पूर्व इन्दौर रियासत की राजधानी बन गया।

मध्य प्रदेश में स्थित प्रसिद्ध शहर इन्दौर को अठारहवीं सदी के मध्य में मल्हारराव होल्कर द्वारा स्थापित किया गया था। होल्कर ने दूसरे पेशवा बाजीराव प्रथम की ओर से अनेक लड़ाइयाँ जीती थीं। 1733 में बाजीराव पेशवा ने इन्दौर को मल्हारराव होल्कर को पुरस्कार के रूप में दिया था। उसने मालवा के दक्षिण-पश्चिम भाग को क़ब्ज़े में करके इन्दौर को अपनी राजधानी बनाया। उसकी मृत्यु के पश्चात् दो अयोग्य शासक गद्दी पर बैठे, किंतु तीसरी शासिका अहिल्या बाई (1765-1795 ई.) ने शासन कार्य बड़ी सफलता के साथ निष्पादित किया।

जनवरी 1818 में इन्दौर ब्रिटिश शासन के अधीन हो गया। यह ब्रिटिश मध्य भारत संस्था का मुख्यालय एवं मध्य भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी (1948-56) था। इन्दौर में होल्कर नरेशों के प्रासाद उल्लेखनीय हैं।

संदर्भ: भारतकोश-इंदौर

जाट इतिहास

ठाकुर देशराज [3] ने लिखा है ..... [पृ.557]: हमें यह खेद के साथ स्वीकार करना पड़ता है कि इंदौर जाने का हमें अवकाश प्राप्त नहीं हुआ। हालांकि होल्कर राज्य में भी जाटों का फैलाव है। अनेकों प्रमुख जाट घराने वहां पर हैं। उनके पास जागीरें भी है। नीमच के पास केसरपुरा के ठाकुर रामबक्ष जी के पास इस राज्य में एक गांव है। यहां के कई भाई अच्छे कौमी सेवक हैं। इनमें से अंताजी ठेठ इंदौर में ही रहते हैं। देहातों में कुछ एक के संबंध की संक्षिप्त जानकारी इस प्रकार है।

चौधरी राकेश जी टिकैत का इंदौर आगमन

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं अखिल भारतीय जाट महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी राकेश जी टिकैत का इंदौर आगमन हुआ। इस अवसर पर अखिल भारतीय जाट महासभा मध्य प्रदेश द्वारा टिकैत साहब का जोरदार स्वागत किया गया। राकेश जी टिकैत ने अखिल भारतीय जाट महासभा द्वारा प्रदेश अध्यक्ष विलास जी पटेल के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में किए गए कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की और समाज सेवा करने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर जाट महासभा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अर्जुन भाकर का मीडिया के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर राकेश जी टिकैत ने फूल माला से स्वागत कर अपना आशीष प्रदान किया और जाट महासभा सीहोर जिला अध्यक्ष विजेंद्र सिंह जाट का जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय सचिव श्री राजेंद्र सिंह जाट , इंदौर शहर अध्यक्ष श्री सीएल मुकाती , विजेंद्र आर्य , बंटी बाबू जाट ,दिनेश गोदारा , तेजू पहलवान गोदारा दूधिया,अमृत लाल पटेल दूधिया,हर्ष जाट , राजा जाट, नितिन जाट ,संजय जाट सहित कई लोग उपस्थित रहे ।

History

Villages in Indore tahsil

Villages around Indore

Ambamolya, Ankya, Arandia, Aranya, Asakhedi, Asrawad Buzurg, Asrawad Khurd, Badia Hat, Badia Keema, Balya Kheda, Bangarda Bada, Baroda Daulat, Baroda Kara, Bawalya Buzurg, Bawalya Khurd, Begam Khedi, Berchha, Bhicholi Hapsi, Bhicholi Mardana, Bhokhakhedi, Bihdia, Bilawali, Bisan Khada, Bisanawada, Budhania, Burana Khedi, Chauhan Khedi, Chhitkana, Chikatiya, Dehri, Deoguradia, Dhamnay, Dharnawad, Dhaturia, Dhulet, Digwal, Dudhia, Fatan Khedi, Fulkaradiya, Garipipalya, Garya, Gehli, Ghudia, Goga Khedi, Gurda Khedi, Hansa Khedi, Hatod (NP), Higonya, Higonya Khurd, Indore (M Corp.), Jagmalpipalya, Jalod Keu, Jamburdi Hapsi, Jamnya Khurd, Jani, Jhalaria, Kacharod, Kajipalasiya, Kalaria, Kalmer Badi, Kalod Hala, Kalod Kartal, Kampel, Kanadia, Kapalya Khedi, Kevadia, Khandel, Kharadia Indore, Khatipiplya, Khatri Khedi, Khemana, Khudel Buzurg, Khudel Khurd, Kordia Barda, Lasudiya Anant, Lasudiya Mori, Limbodagari, Limbodi, Machla, Mali Badodia, Mali Khedi, Maya Khedi, Mirjapur, Moklai, Morod, Morodhat, Muhadi, Mundal Jetkaran, Mundi, Mundla Dosdar, Mundla Nayata, Nahar Jhabua, Nainod, Narlai, Nawda Panth, Nayapura, Nehru, Nignoti, Nihalpur Mundi, Nipanya, Palakhedi, Palda(CT), Panod, Pedmi, Phali, Pipalda, Pipalya Tafa, Piwday, Rajdhara, Ralamandal, Ramgarh, Ramu Khedi, Rangwasa, Rau (NP), Rinjlai, Rojadi, Sahu Khedi, Sanawadia, Sanawalya Khedi, Semalya Chau, Semalya Raimal, Set Khedi, Shahdadeo, Shakkar Khedi, Shakkar Khedi (Haran Khedi), Shiwni, Shri Ram Talawali (Kachra), Sindhi Baroda, Sindoda (Talawali Kachra), Sindodi, Sinhasa (CT), Songir, Songuradiya, Sonway, Sukhniwas, Talawali Chanda, Tigaria Badshah, Tigaria Rao, Tillor Buzurg, Tillor Khurd, Tinchha, Ujjaini, Umaria Khurd, Umri Kheda, Undal, Upadinatha,

Notable persons

  • Subhash Sihag - Industrialist, Mob:9425055507
  • Naresh Sihag - City President, Bharatiy Jat Kalyan Parishad, Mob:9893067158
  • Dr Chandan Brale - Indore, Mob:9425311348
  • Ch. Kisan Lal Sengwa - Adhyaksh Jat Panchayat Indore, Mob: 9303216191
  • Ram Chandra Beda - Ex. Adhyaksh Jat Panchayat Indore,
  • Ram Singh Soora - Adhyaksh Bharatiy Kisan Sangh Indore, Heer Singh Jat Soora Indore, Mob:9300963251.
  • Shambhu Lal Jakhar - Jat Road Lines, Indore, Mob:9039538265
  • Abhishek Beda - Pilot, Indore, Mob:7697701639, Om Prakash Beda, Indore, Mob:9826413031
  • S S Jawla - Bharat Insecticides Ltd, Indore, Dy GM, Mob:9630030020, Email:ssjawla@bharalgroup.co.in, ssjawla@yahoo.com
  • Ram Niwas Jat Gwala - Asst Engineer CPWD, Indore, Mob:9425072239
  • Satya Narayan Chavel - Indore, Mob:9754399300, 97550449300
  • Hira Lal Naga - Indore, Mob:9926596696[4]
  • Kishan Singh Sengwa - Adhyaksh Jat Panchayat, Pardeshipura, Indore, Mob: 9303216191
  • Rahul Jat - Gwala - Junior Engineer, Military Engineering Services, Mob: 9893193445
  • Dr Deepti Khenwar डा. दीप्ति खेनवार - इन्दौर की प्रसिद्धि स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.दिप्ति खेनवार का नाम और उनके काम के बारे में काफी सुन रखा था कि वे नार्मल डिलेवरी करवाने मे विश्वास रखती है। उन्हे देखने या उनसे मिलने का अवसर कभी नही मिला था। मेरे बेटे चि.आमोद की पत्नी और हमारी बहु बेटी डॉ.प्रिया गर्भवती हुई तो उसने अपनी परिचित स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सको को व अन्य चिकित्सको को दिखाया व आवश्यक जांचे करवाई। हमारे और बहू के परिचित दो तीन चिकित्सकों याने सभी की राय थी कि डिलेवरी सिजेरियन ही होगी।वैसे भी आजकल महिलाएं प्रसव पीड़ा सहन करना भी चाहती नही है। और अब कौन 2-3 बच्चों से ज्यादा बच्चे चाहता है।सिजेरियन डिलेवरी का चलन चल पड़ा है । डाक्टर्स को भी सिजेरियन डिलेवरी मे ही फीस ज्यादा मिलती है किन्तु सिजेरियन डिलेवरी के बाद दवाईयों आदि की वजह महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव आ जाता है। हर कोई चाहता है डिलेवरी नार्मल हो जाये तो बहुत अच्छा है।हम भी यही चाहते थे। डा. दीप्ति खेनवारजी बहू के सम्पर्क मे थी ही उन्होंने हर तरह से जांच कर आश्वस्त करते हुवे कहा हम कोशिश करेंगें की डिलेवरी नार्मल ही हो,मेरी तो हर केस में 99% कोशिश रहती है डिलेवरी नार्मल ही हो। आखिर नार्मल डिलेवरी से शिशु ने जन्म लिया।बेटा हुआ और जच्चा बच्चा स्वस्थ थे, हम सब खुश थे। डा.दिप्तिजी पूरे समय मौजूद रहीं । मैंने डा.दिप्तिजी को घन्यवाद ज्ञापित करते हुवे कहा कि आप थी जो ये डिलेवरी नार्मल हुई,अन्यथा केस तो सिजेरियन का था।जब मैंने यह कहा कि आजकल तो डाक्टर नार्मल डिलीवरी वाले केस में भी सिजेरियन डिलेवरी करवाते हैं और सिजेरियन में फीस भी अधिक मिलती है।फिर आप जिद कर नार्मल डिलेवरी क्यों करवाती है।उनका जवाब बहुत ही जोरदार था,वे बोलीं उपर वाला तो देख रहा है।हमको भी उसे जवाब देना होगा। हमने साथ में काफी पी और रात ढ़ाई बजे वे घर गई। हम तो उनके आभारी हैं ही,लेकिन आज के समय में घन्य है डा.दिप्तिजी और उनके विचार।ऐसे डाक्टर सा.को दिल से "सैल्यूट"

इंदौर के गणमान्य लोग

1.श्री राम विलास पटेल । आप वर्तमान में अखिल भारतीय जाट महासभा मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेशाध्यक्ष हैं ।आपका इंदौर शहर में बर्फानी एकेडमी हायर सेकेण्डरी स्कूल तथा डी.एड.और बी.एड.कॉलेज हैं । जिसका संचालन आप , आपकी पत्नी श्रीमती हेमलता पटेल और बेटा करते हैं। प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए आपने समाज हित के अनेक कार्य किए हैं । समाज से आप का सीधा संपर्क है । ये अपने घर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की अपने स्तर पर भरसक मदद करते हैं । इनके पास आया हुआ कोई भी व्यक्ति निराश होकर नहीं जाता है । फिर चाहे उसकी समस्या किसी भी प्रकार की क्यों न हो । ये अपने स्तर से उसका हर संभव निराकरण करते हैं।आपका गौत्र बेड़ा है ।संपर्क सूत्र : 9827651299.

2. मोहन सिंह चौधरी - आपका मुख्य व्यवसाय पत्रकारिता रहा है । वर्तमान में आप समाज सेवा के कार्य में संलग्न है । आपका गौत्र हथिंगरवार है । मो.नं.9098240757.

3. हेमराज जी जाट - आप सेवा निवृत पुलिस निरीक्षक हैं । समाज सेवा में आपकी गहरी रुचि है । देवास शहर में स्कूल और छत्रावास निर्माण कराने में आपकी सराहनीय भूमिका रही है ।

4. सी एल मुकाती- आप अखिल भारतीय जाट महासभा मध्य प्रदेश की इंदौर इकाई के अध्यक्ष हैं । पेशे से आप ट्रांसपोर्टर हैं । साथ ही मध्य प्रदेश ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष भी है । समाज सेवा में आपकी गहन रुचि है। कोरोना काल में आपने अपने स्तर से हजारों लोगों की मदद की है । मृदुभाषी और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति हैं। इनसे जो भी एक बार मिलता है बार-बार मिलने की इच्छा रखता है। इनका संपर्क नंबर है- 9407100061 है ।

5.एडवोकेट महेंद्र पाल सिंह ठाकुर - आप इंदौर शहर के सहकारिता क्षेत्र के जाने-माने वकील हैं ।आपके पिता जी स्व.श्री लक्ष्मीनारायण जी वर्मा भी जाने-माने एडवोकेट थे । आपका गौत्र सिनसिनवार है । मोबाईल 9826047970.

6.प्रहलाद चौधरी-- इंडस्ट्रीयल एरिया इंदौर में आपका प्लास्टीक दाना बनाने का कारखाना तथा प्लास्टीक दानों से प्लास्टीक के फर्नीचर तथा बर्तन और अन्य सामान बनाने का कारखाना भी है । श्री चौधरी अत्यन्त मृदुभाषी और सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं । मो नंबर 9425072568.

7. गजेंद्र सिंह माध्यमिक शिक्षा मंडल क्षेत्रीय कार्यालय इंदौर में सेवारत हैं । समाज सेवा के प्रति आपका झुकाव है । सामाजिक बंधुओं की मदद करना अपना कर्तव्य समझते हैं ।

8. महेन्द्र सिंह जाट नगर निगम इंदौर में सेवारत हैं आप एक अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता और समाज के प्रति विशेष रुचि रखते हैं । नगर निगम से संबंधित किसी भी प्रकार के कार्य में आप हर संभव मदद करने का प्रयास करते हैं । आपका मोबाइल नंबर है- 9131366504 .

9. कुलदीप सिंह चौधरी 9826074640 निजी कंपनी में सेवारत

10. अजय चौधरी 9827552611 शासकीय सेवा

11. राजेंद्र आर्य 9407406378

12. विजय सिंह चौधरी लोकायुक्त कार्यालय में निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं । समाज सेवा, विशेषकर जाट समाज की, करना अपना कर्तव्य समझते हैं । जितनी नियमों के दायरे में रहकर मदद की जा सकती है अवश्य करते हैं। आप अपने विभाग में सज्जन संत के नाम से जाने जाते हैं । आपका बेटा हर्ष चौधरी पुलिस उप निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं । आपका मोबाइल नंबर है 98267 87774.

13. इंद्रपाल सिंह मलिक पेशे से आप ठेकेदार और बिजनेसमैन हैं । अखिल भारतीय जाट महासभा मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेश महामंत्री हैं ।आपका मो. 98934 48333.

14. मुकुंद सिंह फौजी - फौज से सेवा निवृति के बाद परिवहन के व्यवसाय में लगे हुए हैं । आपकी इंदौर में सिटी बसें तथा शहर के बाहर भी रूट की बसें चलती हैं ।

15. कुलवीर सिंह- आप शेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन में उप यंत्री के पद से सेवा निवृत हैं ।संपर्क सूत्र है- 99260 35489 .

16. विशाल वर्मा 93296 82001

17. रवि किरण रुंदला 9766162575

18. जगदीश जी चौधरी - आप और आपकी धर्मपत्नि शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं । मो. 94068 33724 .

19. अशोक कुमार ठाकुर 99779 65160

20. राजेश ठाकुर उर्फ राजू -आपका इंदौर में *रीना जनरल स्टोर* के नाम से शाप है । मो. 9977639260

21. शेखर डागोरा- समाज सेवा के क्षेत्र में आप सबसे आगे खड़े दिखाई देते हैं । नगर पालिका निगम में सेवारत हैं ।

22. करण सिंह ठाकुर - मो. 90091 65534

23. छोटू सिंह हंसेलिया मो 8109574889

24. नागेन्द्र सिंह ठाकुर, बड़े काश्तकार

25. भंवरसिह वर्मा, से.नि.

Gallery

External links

Source

References

  1. Aitihasik Sthanavali by Vijayendra Kumar Mathur, p.74
  2. तिवारी, डॉ. स्वाति। इंदौर का पानी (हिन्दी) इंडिया वाटर पोर्टल (हिन्दी)।
  3. Thakur Deshraj:Jat Jan Sewak, 1949, p.557
  4. Jat Vaibhav Smarika Khategaon, 2010, p. 143

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