Anjana

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Author: Laxman Burdak IFS (R)

Anjana (अंजना)[1] Anajana/Anjna (अंजना)/Anjana (आंजणा,आँजणा)[2][3] Anjne (अंजने) Anjane (आंजने)[4] Anjan (अंजन) Anjana Chaudhari is gotra of Jats found in Rajasthan, Madhya Pradesh, Haryana and Gujarat. The Chaudharys of Gujarat are also known as Anjana. The gotras of many of the Chaudharys of Gujarat are similar to those of Jats of North India. [5]

Origin

They are descendants of Anjana Jata Shankara (अंजना जटाशंकर) son of Atisur Bhadra, the son of Jat King Virabhadra. They are Chandravanshi. [6]The descendants of Atisur Bhadra came to be known as Anjana or Anjilet and settled down in Malwa, Mewar, Marwar and Dhundhar.[7] They are branch of Chauhan.

SanyatiVirabhadraAtisur BhadraAnjana Jata ShankaraDahi Bhadra

Jat Gotras Namesake

Mention by Panini

Anjana (अंजन) is a term mentioned by Panini in Ashtadhyayi. [9]


Añjanāgiri (अंजना गिरि) is name of Mountain mentioned by Panini. [10]


Añjīkūla (आञ्जीकूल), also Añjīkūla (अञ्जीकूल), Añjalikula (अञ्जलीकूल), Ajikūla (आजीकूल), is name of a Country mentioned by Panini in Ashtadhyayi under Dhumadi (धूमादि) (4.2.127) group.[11]


Anjana (अञ्जन) is mentioned in Mahabharata (IX.44.100).

DNA Study of Anjana Jats of Gujarat

DNA Study of Anjana Jats of Jalore

History

Ram Sarup Joon [12] writes that ... Anjana is a branch of Puru. People belonging to this gotra are found mostly in Shahpur, Mianwali and Jhelum (Punjab). Some people of this gotra are Sikhs also.


Anjana is mentioned as Toramana's wife Angjana, daughter of Vajrendra of the line of Ikshaku in Rajatarangini.[13]

Rajatarangini[14] writes that during the reign of Matrigupta in Kashmir, the son of Angjana, after he had performed the ceremonies for the salvation of the souls of his ancestors, with the waters of holy places, heard that a stranger had usurped the throne of his forefathers, and was ruling in Kashmira. This inflamed him so much as to make himself forget his grief for the death of his father. When the prince arrived at Kashmira, he learnt the state of the country ; and the ministers came to him, and were ready to revolt against Matrigupta. But he declined to countenance there re


[p.49]: rebellion. "I am eager",he said, "to destroy Vikramaditya, but I am not" angry with Matrigupta. For what is the use of harassing those who are weak and can not endure pain? there is glory in rooting out those who are strong. What can be more frail and feeble than the lotuses which envy the moon, and what propriety is there that such lotuses should be torn by elephants' tusks ? It is strange that one should show his valour on those who are not his equal ; he who is really great will not be angry with his inferiors." He turned his arms against Trigartta and conquered it, and commenced his march against Vikramaditya. But on his way he heard that Vikramaditya was dead. This news so much afflicted him, that he neither bathed nor ate nor slept that day but sighed and wept for his dead antagonist.


Erskine mentions three divisions among the Jats : [15]

  • (1) The asli or pure Jats with no Rajput ancestry;
  • (2) The joint Jat-Rajput stock; and
  • (3) The Anjana or those of different social rank,

Nainsi reports the existence Anjana Jat in a large number of the villages of Merta. In the caste-census of 1891, they are reported to have taken their caste title or nomenclature from their home-village. This statement makes sense of the evidence of the vagat. The Jat immigrants from Nagaur presumably derived their caste title from the name of the Village.[16]

अञ्जना जाटवंश

कैप्टन दलीपसिंह अहलावत[17] लिखते हैं कि चन्द्रवंशी जाट राजा वीरभद्र के पुत्र अतिसुरभद्र के नाम से अञ्जना जाटवंश (गोत्र) का प्रचलन हुआ। इस गोत्र के जाट अधिकतर पाकिस्तान में शाहपुर, मियांवाली और जेहलम जिलों में हैं जो कि मुसलमान हैं। सिख जाटों में भी यह गोत्र बड़ी संख्या में है। इस गोत्र के जाट गुजरात, मालवा और मेवाड़ में भी हैं।

इतिहास

ठाकुर देशराज[18] ने लिखा है .... जाटों में आंजना जाट जयपुर राज्य में पाए जाते हैं। जो वास्तव में किसी समय अराजण (अराजक) रहे हैं। इनका भी एक समूह बहुत समय तक अजरी नदी के किनारे रहा है। जाटाली प्रांत जाटों के नाम से ईरान में काफी प्रसिद्धि पा गया था।

गुजरात जाटलैंड

अंजना जाट

उत्तरी गुजरात जाटों का वह क्षेत्र है, जिसके बारे में अन्य क्षेत्र के जाटों को बहुत कम पता है. यह जाटों का वह क्षेत्र है जहाँ जाटों का सिक्का पूरे रूक्के से चलता है. भाषाओं के आधार पर गुजरात और अन्य क्षेत्र के जाटों में वैवाहिक रिश्ते बहुत कम हो पाये. परंतु जब भी कौम की एकता की बात आई, तो गुजरात के जाटों का पूरा सपोर्ट रहा.

गुजरात के जाट अंजना माता को कुल देवी मानते हैं. इसलिए इन्हे अंजना जाट कहते हैं. किसी क्षेत्र विशेष के नाम से पूरे भारत के जाटों को जाना जाता है, बागडी जाट, शेखावाटी जाट, पछादे जाट, अंजना जाट आदि परंतु जाट एक हजार कौस दूर का भी एक होता है

अंजना जाट गुजरात के मेहसाना, बनासकांठा पाटन, साबरकांठा में अच्छी संख्या में निवास करते हैं. दक्षिण राजस्थान के सिरोही, जालौर जिले में भी अंजना जाट रहते हैं. गुजरात से हरीभाई चौधरी एमपी भी है जो जाट समाज के हर बडे सम्मेलन में आते हैं. विपुल चौधरी भी गुजरात जाट समाज के बडे चेहरे हैं. आज भी गुजरात के अंजना जाट समाज चौधरी चरण सिंह को अपना आदर्श मानते हैं. हमें भूलना नही चाहिए, गुजरात में हमारी जाट कौम बडी संख्या में निवास करती है!

Distribution in Gujarat

जगदीश चौधरी गुजरात (Email:jk911989.jc@gmail.com) ने अंजना गोत्री जाटों के बारे में निम्न जानकारी उपलब्ध कराई है।

उत्तर गुजरात मे जाटलैंड से दूर 15 लाख जितनी आबादी इन जिल्लो में बसी हुई है जो पहले हरियाणा, भरतपुर, राजस्थान से आकर बसे हुए चौधरी हैं जो अंजना गोत्री जाट हैं।

  • कच्छ पाकिस्तान बॉर्डर पे जाट चौधरी हिन्दू मुस्लिम सीख तीनो साथ मे बसे हुए हैं

अंजना गोत्री जाटों में महत्वपूर्ण लोग:

  • गुजरात सरकार में शंकरभाई चौधरी आरोग्य मंत्री है साथ मे बनास डेरी ओर बनास बैंक के चैयरमेन है
  • विपुल चौधरी (पूर्व गृह राज्य मंत्री) दूध सागर डेरी के चेरमेन है (पूर्व चेरमेन अमूल )

विधानसभा चुनाव 2017

गुजरात में 7 जाट ( आंजना चौधरी) विधायक बने । भाजपा से 5 और कांग्रेस से 2 जीते हैं कांग्रेस के दियोदर हल्के से श्री शिवाभाई जी और धनोरा से से श्री नाथाभाई जी विधायक बने

भाजपा स मानसा हल्के सेे श्री अमित चौधरी और धराद हल्के से श्री परबत भाई जी कांग्रेस के डीई डी राजपूत को हराकर विधयक चुने गये हैं ।

इसके अतिरिक्त 3 अन्य जाट और भाजपा से विधायक चुने गये हैं ।

लेकिन भाजपा से संभावित मुख्यमंत्री के दावेदार श्री शंकर भाई चौधरी बनासकांठा जिले से चुनाव हार गये हैं

List of Gotras of Anjana Jats in Gujarat

  1. अजगल
  2. अटार
  3. अलवोणा
  4. अगीयोरी
  5. अंट
  6. अनाड़ी
  7. अपलोण
  8. अभग
  9. अटोस
  10. आईडी
  11. आवड़ा
  12. आकोदिया
  13. आमट
  14. आंटिया
  15. सोसीतिया
  16. ओहरा
  17. ओड़
  18. ओठवाणा
  19. उदरा
  20. उज्जवल
  21. उवड़ा
  22. ऊबड़ा
  23. करवट
  24. करड़
  25. करण
  26. कडुआ
  27. कणोर
  28. कमालिया
  29. कहावा
  30. काल
  31. कच्छवाह
  32. काला
  33. काग
  34. काटाकतरिया
  35. किशोर
  36. कुरंद
  37. कुणिया
  38. कुकान
  39. कुंकल
  40. कुवा
  41. कुहांत
  42. कुओल
  43. कुपंलिया
  44. कुंकणा
  45. कैड
  46. कोया
  47. कोयला
  48. कोंदला
  49. कोंदली
  50. कोरोट
  51. कोहरा
  52. खरसोण
  53. खागड़ा
  54. खांट
  55. खींची
  56. खुरसोद
  57. गया
  58. गारिया
  59. गालिया
  60. गघाऊ
  61. गागोड़ा
  62. गामी
  63. गुडल
  64. गुर्जर
  65. गोगडू
  66. गोली
  67. गोया
  68. गौर
  69. गोहित
  70. गोटी
  71. गोदा
  72. गोयल
  73. घेंसिया
  74. चावड़ा
  75. चोल
  76. चौथ्या
  77. जड़मल
  78. जड़मत
  79. जगपाल
  80. जाट
  81. जागी
  82. जींबला
  83. जुवा
  84. जूना
  85. जुकोल
  86. जुडाल
  87. जेगोड़ा
  88. जोपलिया
  89. गड़
  90. टोंटिया
  91. ढढार
  92. डाबर
  93. डेल
  94. डकोतिया
  95. डांगी
  96. डोडिया
  97. डोजी
  98. ठांह
  99. गेवलिया
  100. तरड/तरक
  101. तवाडिया
  102. तितरिया
  103. वुगड़ा
  104. तुरंग
  105. तेजुर्वा
  106. दीपा
  107. घंघात
  108. घुणिया
  109. घुड़िया
  110. घोलिया
  111. घोबर
  112. गण
  113. नावी
  114. नायी
  115. नाड़ीकाल
  116. नूगोल
  117. नावर
  118. परमार
  119. परिहार
  120. पवया
  121. पानचातारोड़
  122. पाविया
  123. पावा
  124. पाकरिया
  125. पैनथ्रोड
  126. पिलातर
  127. पिलासा
  128. पुलिया
  129. पौण
  130. कहावा
  131. फक
  132. फुकावट
  133. फुंदारा
  134. फोकरिया
  135. बुग
  136. बग
  137. बड़वाल
  138. बला
  139. बरगडया
  140. बुगला
  141. बुबकिया
  142. बूबी
  143. बेरा
  144. बोका
  145. बोया
  146. भुजवाड़
  147. भगत
  148. भेतरेट
  149. भदरूप
  150. भटार
  151. भतोल
  152. भाटिया
  153. भार्गव
  154. भीत
  155. भूंसिया
  156. भूतड़ा
  157. भुदरा
  158. भूरिया
  159. भूचेर
  160. भूंगर
  161. भोमिया
  162. भैंसा
  163. भोड़
  164. भोंग
  165. मरूवालय
  166. मसकरा
  167. महीआ
  168. मईवाड़ा
  169. मनर
  170. मालवी
  171. मावल
  172. मुजल
  173. मुड़क
  174. मुजी
  175. मेहर
  176. मोर
  177. यादव
  178. राठौड़
  179. रातड़ा
  180. रावण
  181. रावता
  182. रावक
  183. रावाडिया
  184. राकवा
  185. रामातर
  186. रूपावट
  187. रोंटिया/रौतवार
  188. लखात
  189. लाफा
  190. लाखड़या
  191. लाड़्वर
  192. लूदरा
  193. लोया
  194. लोल
  195. लोगरोड़
  196. वक
  197. वला
  198. बहिया
  199. वणसोला
  200. वलगाड़ा
  201. बागमार
  202. वीसी
  203. वेलाकट
  204. शिहोरी
  205. सरावग
  206. समोवाज्या
  207. सासिया
  208. साकरिया
  209. सांडिया
  210. सायर
  211. सांसावर
  212. सेघल
  213. सिलोणा
  214. सीह
  215. सीतपुरिया
  216. सुरात
  217. सुशला
  218. सुंडल
  219. सुजाल
  220. सेड़ा
  221. सोपीवल
  222. सोलंकी
  223. सौमानीया
  224. संकट
  225. हरणी
  226. हड़ुआ
  227. हडमंता
  228. हाडिया
  229. हिरोणी
  230. हुण
  231. होवट
  232. होला
  233. गाडरिया
  234. सुराला

Distribution in Madhya Pradesh

Anjane (आंजने) gotra Jats are found in Madhya Pradesh in Bhopal.

Distribution in Haryana

Anjna are Jats and there is only one village of Anjna's in Haryana i.e. 'Khandsa' near Gurgaon in Gurgaon tahsil Haryana.

Villages in Gurgaon district

Khandsa,

Distribution in Rajasthan

There are more villages of Anjana Gotra in Rajasthan. Aanjan (आंजन) or Anjan (आंजन) is a Jat gotra in Nagaur district in Rajasthan.

Nainsi reports the existence Anjana Jat in a large number of the villages of Merta. In the Caste-Census Report of 1891, they are reported to have taken their caste title or nomenclature from their home-village. This statement makes sense of the evidence of the vagat. The Jat immigrants from Nagaur presumably derived their caste title from the names of their Village.[19]

Villages in Nagaur district

Gemaliyawas, Phalki,

Villages in Rajsamand district

Anjna is a village in Deogarh tahsil in Rajsamand district in Rajasthan.

Distribution in Uttar Pradesh

Villages in Bulandshahar district

Khushhalpur,

Village in Bijnor District

Jalpur

Notable persons

  • Vipul Chaudhary - विपुल चौधरी (पूर्व गृह राज्य मंत्री) दूध सागर डेरी के चेरमेन है (पूर्व चेरमेन अमूल )
  • Parthibhai Bhatol परथीभाई भटोल (पूर्व चेरमेन अमूल एंड बनास डेरी)
  • Shankar Chaudhary - वाव विधायक शंकरभाई चौधरी (मंत्री गु.स), Mob:09825313199

External links

आँजणा

References

  1. Dr Ompal Singh Tugania: Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.29,sn-165.
  2. Jat History Dalip Singh Ahlawat/Parishisht-I, s.n. अ-27
  3. Dr Ompal Singh Tugania: Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.27,sn-29.
  4. Dr Ompal Singh Tugania: Jat Samuday ke Pramukh Adhar Bindu, p.27,sn-29.
  5. Mahaveer Singh Verma: Jat Veer Smarika 1992 – “Jat Samaj Ahmedabad”
  6. Mahendra Singh Arya et al.: Ādhunik Jat Itihas, Agra 1998, p.225,s.n. 7
  7. Ram Swarup Joon: History of the Jats
  8. Corpus Inscriptionum Indicarum Vol.5 (inscriptions of The Vakatakas), Edited by Vasudev Vishnu Mirashi, 1963, Archaeological Survey of India, p.38-42
  9. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.131
  10. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, pp.39,40,511
  11. V. S. Agrawala: India as Known to Panini, 1953, p.509
  12. Ram Sarup Joon: History of the Jats/Chapter V, p.70
  13. Book III (p.38)
  14. Book III (p.48)
  15. Rajputana Gazetteers - The Western Rajputana States Residencies and Bikaner, Delhi, reprint (1992) p. 83.
  16. Prof. B.L. Bhadani (AMU) : "The Role of Jats in the Economic Development of Marwar", The Jats, Vol.I, Originals, 2004, p.67
  17. Jat History Dalip Singh Ahlawat/Chapter III,पृ.219
  18. Thakur Deshraj: Jat Itihas (Utpatti Aur Gaurav Khand)/Navam Parichhed,p.152
  19. Prof. B.L. Bhadani (AMU) : "The Role of Jats in the Economic Development of Marwar", The Jats, Vol.I, Originals, 2004, p.67

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